देश का पहला C-295 टेक्निकल मिलिट्री एयरलिफ्ट विमान भारतीय वायु सेना में शामिल

गाजियाबाद। देश का पहला सी-295 टेक्निकल मिलिट्री एयरलिफ्ट विमान आधिकारिक रूप से भारतीय वायुसेना के बेड़े में सोमवार को शामिल हो गया। हिंडन एयरबेस में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने विमान का अनावरण किया। यह विमान इसी महीने स्पेन से भारत लाया गया था। राजनाथ सिंह ने विमान पर स्वास्तिक बनाकर पूजा भी की।
हिंडन एयरबेस पर सी-295 मेगावाट परिवहन विमान को भारतीय वायु सेना में शामिल किया। यह 40 विमान गुजरात के बड़ोदरा में टाटा एडवांस कंपनी बनाएगी। यह विमान सी -295 विमान आगरा एयरबेस पर तैनात होगा। वहीं पर इसका ट्रेनिंग सेंटर भी बनाया जा रहा है।

सी-295 एयरक्रॉफ्ट के लिए आगरा एयरबेस को इसलिए चुना गया है, क्योंकि इसे खासतौर पर पैराट्रूपर्स के लिए बनाया गया है।यह विमान शार्ट टेक-आफ और लैंडिंग कर सकता है। लैंडिंग के लिए इसे महज 670 मीटर की लंबाई चाहिए। यह लद्दाख, कश्मीर जैसे पहाड़ी इलाकों में निणाज़्यक भूमिका अदा कर सकता है। विमान 480 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से 11 घंटे तक उड़ान भर सकता है। हिंडन एयरबेस पर हुए एक कार्यक्रम के दौरान पूर्व वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने कहा कि सी-295 विमान का शामिल होना वायुसेना के लिए एक नए युग की शुरुआत है। साथ ही उन्होंने इसे रीढ़ की हड्डी बताया। उन्होंने कहा आने वाले समय में यह बेड़ा बल की सामरिक क्षमता की रीढ़ बन जाएगा।

सोमवार को C-295 मध्यम सामरिक परिवहन विमान को पहले दिन रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की उपस्थिति में भारतीय वायुसेना में शामिल किया गया। हिंडन एयरबेस में आयोजित कार्यक्रम में वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी भी मौजूद रहे।यह विमान इसी महीने स्पेन से भारत लाया गया था। राजनाथ सिंह ने विमान पर स्वास्तिक बनाकर पूजा भी की। इसी के साथ आज से आधिकारिक तौर पर यह कई खूबियों वाला प्लेन भारतीय वायुसेना के बेड़े में शामिल कर लिया गया। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने इसे वायुसेना प्रमुख वीआर चौधरी को सौंप दिया।

रक्षामंंत्री ने प्लेन की विधिवत तरीके से सर्वधर्म पूजा कर प्लेन को टीका लगाया, साथ ही प्लेन पर स्वास्तिक भी बनाया।इसके लिए 21 हजार करोड़ रुपए की स्पेन से डील की गई थी। यह विमान 16 प्लेन रेडी टू लाई कंडीशन में स्पेन से आएंगे। बाकी 40 प्लेन गुजरात के वडोदरा में टाटा एडवांस कंपनी बनाएगी। इसकी खासियत यह है कि यह 7050 किलोग्राम पेलोड ले जा सकता है। एक बार मे 71 सैनिक, 44 पेराटूपर्स, 24 स्ट्रेचर या 5 कार्गो पैलेट्स को ले जाया सकता है। ये लगातार 11 घंटे तक उड़ान भर सकता है। इसमें दो लोगों के लिए बने क्रू केबिन में टचस्क्रीन कंट्रोल के साथ साथ स्मार्ट कंट्रोल सिस्टम भी है।

इसी प्रकार की कई खूबियों से लेस C-295 एयरबेस से वायुसेना के बेडे में शामिल हो गया है। कार्यक्रम में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के अलावा केंद्रीय राज्यमंत्री वीके सिंह और तीनों सेना के सेनाध्यक्ष शामिल हुए। इसी के साथ आम नागरिकों को भी ड्रोन के करतब देखने का मौका मिला। भारत ड्रोन शक्ति कार्यक्रम का शुभारंभ हिंडन एयर बेस पर किया गया। इस दौरान मेक इन इंडिया के तहत बनाए गए स्वदेशी तकनीक से निर्मित ड्रोन की ताकत को दिखाया गया। इस कार्यक्रम में 50 ड्रोन को प्रदर्शित किया जाएगा। इस दौरान 75 से अधिक ड्रोन स्टार्टअप और कॉरपोरेट इसमें शामिल होंगे।

भारत ड्रोन शक्ति प्रदर्शनी के दौरान आयोटेकवल्र्ड एविनेशन का मोटर साइकिल पर ड्रोन एग्रीबोट ने काफी लुभाया। खेती-किसानों के लिए तैयार किया गया यह ड्रोन भारत सरकार के नागरिक विमानन महानिदेशालय द्वारा पहला टाइप सर्टिफिकेट प्राप्त ड्रोन है। आयोटेक कंपनी के सह संस्थापक अनूप उपाध्याय ने बताया कि इस इंडस्ट्री को उम्मीद है कि चालू वित्त वर्ष में करीब एक लाख कृषि ड्रोन की मांग होगी।रक्षा मंत्री राजनाथ ङ्क्षसंह के कार्यक्रम में पहुंचने के दौरान चप्पे-चप्पे पर पुलिस फोर्स तैनात रहीं। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच रक्षा मंत्री ने विमान का अनावरण किया।