उत्तराखंड में तबाही : अब तक 10 शव बरामद

मुख्यमंत्री ने चमोली जाकर हालात का जायजा लिया

देहरादून। उत्तराखंड के चमोली जनपद में प्राकृतिक आपदा के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन के तहत अब तक 10 नागरिकों के शव बरामद किए गए हैं। लगभग डेढ़ सौ नागरिक लापता हैं। राहत एवं बचाव का कार्य युद्धस्तर पर जारी है। भारतीय सेना के अलावा एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और आईटीबीपी की टीमें बचाव के काम में जुटी हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से फोन पर बातचीत की है। आईटीबीपी के डीजी सुरजीत सिंह देसवाल के मुताबिक चमोली हादसे में 150 नागरिक लापता हैं। अभी तक करीब 10 शव बरामद हो चुके हैं। आईटीबीपी के डीजी सिंह ने बताया कि प्रोजेक्ट की टनल में 15-20 श्रमिकों के फंसे होने की आशंका है। इस प्रोजेक्ट पर करीब 120 श्रमिक कार्यरत थे। आशंका है कि तेज पानी के बहाव में सभी श्रमिक बह गए। ग्लेशियर टूटने से धौलीगंगा नदी में बाढ़ आ गई। पानी तेज रफ्तार से आगे बढ़ा। इसलिए आस-पास के क्षेत्रों में बाढ़ का पानी फैलने की आशंका है। लिहाजा नागरिकों को रेस्क्यू किया जा रहा है। उधर, केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का कहना है कि ग्लेशियर टूटने के कारण ऋषि गंगा हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट को नुकसान पहुंचा है। नदी का जल स्तर भी बढ़ गया है। बता दें कि उत्तराखंड के चमोली में रविवार को ग्लेशियर टूटने से आफत आ गई। हाइड्रो प्रोजेक्ट का बांध टूट गया। उत्तराखंड में चमोली नंदा देवी नेशनल पार्क के अंतर्गत कोर जोन में ग्लेशियर फटने से रैणी गांव के निकट ऋषि गंगा तपोवन हाइड्रो प्रोजेक्ट के बांध को नुकसान पहुंचा है। पानी के तेज बहाव में आस-पास के मकान भी बह गए। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने घटनास्थल पर जाकर मौका-मुआयना किया। उन्होंने बचाव एवं राहत कार्य की बावत जानकारी ली। उत्तराखंड सरकार ने हादसे के मद्देनजर हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है। प्रभावित क्षेत्र में फंसे नागरिक आपदा परिचालन केंद्र के नंबर 1070 या 9557444486 पर संपर्क कर सकते हैं।