गाजियाबाद में विकास को लगेंगे पंख

नगर निगम कराएगा 121 करोड़ रुपए के विकास कार्य

गाजियाबाद। गाजियाबाद के विकास को जल्द ही पंख लगाने की नगर निगम कवायद कर रहा है। गाजियाबाद के विकास के लिए नगर निगम 121 करोड़ रूपए का कार्य कराएगा।गाजियाबाद नगर निगम को 121 करोड़ रुपए वर्ष 2020 -21 के लिए संस्तुत अनुदान की प्रथम किस्त के रूप में प्राप्त हुए हुआ है। जिसमें से 60.50 करोड रुपए सॉलिड वेस्ट कंजर्वेशन सप्लाई एंड मैनेजमेंट ऑफ वाटर के लिए और 60.50 करोड़ रूपए एयर क्वालिटी इंप्रूवमेंट के लिए मिला है। शनिवार को मेयर आशा शर्मा की अध्यक्षता में म्युनिसिपल कमिश्रर महेंद्र सिंह तंवर ने नगर निगम परिसर में 15 वें वित्त आयोग की बैठक की। बैठक में म्युनिसिपल कमिश्रर महेंद्र सिंह तंवर ने 15 वें वित्त आयोग की संस्तुति के अंतर्गत प्रदेश के नगरीय स्थानीय निकाय के लिए वर्ष 2020-21 के लिए संस्तुत अनुदान की प्रथम किश्त के रूप में आई धनराशि में एयर क्वालिटी इंप्रूवमेंट एवं सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के लिए बांटा। 10 करोड़ रूपए की लागत से रोड साइड पटरी को धुलमुक्त करने के लिए साइट पटरी पर कट स्टोन लगाने का कार्य होगा। शहर में सड़कों के किनारे पडी धूल-मिट्टी पर कट स्टोन कार्य किया जाएगा। जिससे वाहन चलाते समय सड़क किनारे पड़ी धूल नही उड़ेगी और प्रदूषण भी नियंत्रण होगा। 20 करोड़ रूपए की लागत से करीब 200 अविकसित पार्कों को विकसित किया जाएगा। रोड साइड पटरी को धूलमुक्त करने के साथ-साथ साइट पटरी पर ग्रासिंग का कार्य एवं ग्रीन बेल्ट रेस्टोरेशन का कार्य 10 करोड़ रूपए की लागत से किया जाएगा। सिटी फॉरेस्ट 12 करोड़ की लागत से नगर निगम द्वारा बनाया जाएगा। बोर्ड द्वारा इसकी सैद्धांतिक मिल चुकी है। सिटी फारेस्ट पूर्व में जीडीए द्वारा बनाया जाना था। यह फॉरेस्ट महामाया स्टेडियम के बराबर में खाली जमीन पर बनेगा जिसमें घना जंगल बनाया जाएगा। हाई जेटिंग प्रशेर मशीन जिसकी लागत लगभग 1 करोड होगी। 11 टन चेसिस (बीएस6) पर 6 हजार लीटर टैंक पर 6 एंटी स्मोग गन की स्थापना कार्य एवं 3 स्टेशनरी एंटी स्मॉग गन मशीन का कार्य 1 करोड़ रूपए की लागत से होगा। उक्त मशीन स्मॉग को खत्म करने का कार्य करेगी, जिससे प्रदूषण नियंत्रण होगा। मुख्य मार्गो के खाली पॉलिथीन, ग्लास आदि की 10 वैक्यूम मशीन से सफाई के लिए लीटर पीकर जिसकी लागत 1 करोड, शहर में पॉलिथीन एवं अन्य वस्तुएं हवा से उड़ती रहती है लेकिन वैक्यूम मशीन से पॉलिथीन एवं ग्लास पर नियंत्रण होगा और इक्क्ठा हुई वेस्ट प्लास्टिक को नगर निगम सड़क बनाने में प्रयोग करेगा। 1.20 करोड रूपए की लागत से डिवाइडर की सफाई के लिए 5 जेटिग मशीन खरीदेगा। शहर के मुख्य चौराहों एवं मुख्य बाजारों में 24 लाख रूपए की लागत से 30 एयर फिल्टर की स्थापना का कार्य किया जाएगा। जिससे शहरवासियों को शुद्ध हवा मिलेगी।