चुनाव : सामने आया महागठबंधन का संकल्प पत्र

राजद का वादा, देंगे 10 लाख सरकारी नौकरियां

पटना। बिहार में विधान सभा चुनाव का पहला चरण नजदीक है। 28 अक्तूबर को पहले दौर की वोटिंग होनी है। इस बीच मतदाताओं को रिझाने के लिए विभिन्न राजनीतिक दल लोक-लुभावन वायदे लेकर सामने आ रहे हैं। बिहार में महागठबंधन ने अपना संकल्प पत्र जारी किया है। संकल्प पत्र में 10 लाख बेरोजगारों को सरकारी नौकरियां देने का वादा किया गया है। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव का कहना है कि यदि वह सत्ता में आते हैं तो पहला फैसला 10 लाख बेरोजगारों को सरकारी नौकरी देने का होगा। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने महागठबंधन के संकल्प पत्र को जारी किया। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और भाजपा पर हमला किया। कांग्रेस प्रवक्ता सुरजेवालहा ने कहा कि भूलिए मत, भाजपा ने बिहार के डीएनए पर सवाल उठाया था। अब नीतीश कुमार डीएनए का मतलब भूल गए हैं। उन्होंने कहा कि जब 2 षड्यंत्रकारी साथ आएंगे तो षड्यंत्र होगा ही। इस दरम्यान राजद नेता तेजस्वी यादव ने भी डीएनए के मुद्दे पर नीतीश सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मैं ठेठ बिहारी हूं तथा मेरा डीएनए पूरी तरह शुद्ध है। मैं जो वादा करता हूं उसे पूरा कर दिखाउंगा। 2015 के बिहार विधान सभा चुनाव के समय पीएम मोदी ने नीतीश कुमार के डीएनए पर सवाल उठाए थे। जिस पर नीतीश ने विरोध जताया था। उन्होंने पीएम मोदी को खत लिखकर कहा था कि उन्हें अपने शब्द वापस लेने होंगे, मगर आज स्थिति अलग है। बिहार में एनडीए का गठबंधन है। नीतीश के नेतृत्व में भाजपा चुनाव लड़ रही है। बता दें कि विधान सभा चुनाव में नीतीश कुमार की जनता दल यूनाईटेड 122 और भाजपा 121 सीटों पर किस्मत आजमा रही है। सीट शेयरिंग से पहले दोनों प्रमुख दलों में कई दौर की वार्ता हुई थी। लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) अब इस गठबंधन का हिस्सा नहीं है।