चुनाव में कच्ची शराब के तिलिस्म को तोड़ने में जुटा आबकारी विभाग

-ग्रामीण अंचलों में फैले अवैध शराब के कारोबार को तोड़ने में ग्राम प्रधान एवं चौकीदार निभाएंगे अहम भूमिका
-45 लीटर अवैध कच्ची शराब बरामद, 450 किलोग्राम लहन को मौके पर किया नष्ट

लखनऊ। लोकसभा चुनाव में कच्ची शराब का कारोबार तिलिस्म बन गया है। भले ही पुलिसिया अभियान के बाद भी प्रतिबंधित शराब के कद्रदान मस्ती में हैं। पुलिसिया नाकेबंदी को धता बताते हुए कच्ची शराब के माफिया कद्रदानों का गला तर करने में जुटे हैं। ग्रामीण अंचलों में अवैध शराब का कारोबार तेजी से फल-फूल रहा है। जिसमे खास तौरपर युवा वर्ग शराब एवं अन्य नशीली वस्तुओं के मकडज़ाल में फंसता जा रहा है। गांव गांव में आसानी से अवैध रूप से शराब बेचने से गांव के पुरे युवा वर्ग इसके चपेट में आ रहे है। भले ही इस अवैध शराब के धंधे पर अपनी मेहरबानी दिखा रही हो, मगर आबकारी विभाग अपनी कार्रवाई से स्पष्ट रुप से साबित कर चुका है कि अवैध शराब का धंधा जिले में बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं होगा। अवैध शराब के इस काले कारोबार में महिलाएं ढाल की तरह इस्तेमाल की जाती हैं। जहां भी आबकारी विभाग की कार्यवाही होती है उस क्षेत्र में महिलाएं जो इस काम से जुडी हैं वो सामने आ जाती हैं। आबकारी विभाग की टीम को सबसे मुश्किल हालातों का सामना इसी दौरान करना पड़ता है जब शराब की भट्टियां तोडऩे पहुंची टीमों के सामने महिलाएं खड़ी हो जाती हैं। इधर किसी तरह भट्टियां तोड़ी गईं और उधर आबकारी विभाग के रुख़सत होते ही नई भट्टियां फिर तैयार हो गईं। मगर चुनाव से पहले आबकारी विभाग की टीम ने भी कच्ची शराब के तिलिस्म को तोडऩे के लिए अपनी रणनीति तैयार कर ली है।

ग्रामीण क्षेत्र में सबसे बड़ी समस्या है, लोगों में जागरूकता न होना। जो जागरूक होते है, वह भी डर के कारण सामने नहीं आते है। मगर आबकारी विभाग की टीम कार्रवाई के साथ-साथ जागरूकता बढ़ाने पर जोर दे रहा है। जिससे ग्रामीण क्षेत्र में होने वाले अवैध शराब के कारोबार को खत्म करने के साथ-साथ उन्हें एक नई दिशा दे सकें। शराब तस्करों पर नजर रखने के लिए आबकारी विभाग ग्राम प्रधान एवं चौकीदारों को भी अपनी मुहिम में जोड़ रहा है। जो आबकारी विभाग की आंख और कान बनने का काम करेंगे। हालांकि अवैध शराब के धंधे पर नजर रखने के लिए आबकारी विभाग का खुद का मुखबिर तंत्र सक्रिय है, मगर जागरूकता बढ़ाने और कार्रवाई करने के लिए अपने अभियान और लोगों को जोडऩे पर काम कर रहा है। ग्रामीण क्षेत्र में कहीं भी अवैध शराब का कारोबार होगा तो इसकी सूचना आबकारी विभाग तक पहुंच जाएगी।

जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह अपनी इसी रणनीति को पहले भी अन्य जनपदों में सार्थक साबित कर चुके है। अब लखनऊ में भी इसी रणनीति के तहत देहात क्षेत्र में ग्राम प्रधान, चौकीदार और शहरी क्षेत्र में पार्षद और आरडब्लूए के सदस्यों के साथ बैठक कर अपनी कार्रवाई को अंजाम दे रहा है। शराब तस्कर कितने भी शातिर हो, मगर आबकारी विभाग की कार्रवाई से बचना बेहद ही मुश्किल है। इसी क्रम में आबकारी विभाग की टीम ने ग्रामीण क्षेत्र में ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए खेत, जंगल, घर, बाग एवं झाडिय़ों के बीच छिपाकर रखी शराब से भरे ड्रमो को निकाल कर जब्त किया गया। साथ ही बरामद लहन को मौके पर नष्ट कर दिया गया।

जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया लोकसभा चुनाव को लेकर जनपद में अवैध शराब के खिलाफ आबकारी विभाग की टीम लगातार कार्रवाई कर रही है। साथ ही देहात क्षेत्र में जागरुकता अभियान भी चलाया जा रहा है। मंगलवार को आबकारी निरीक्षक क्षेत्र-3 लक्ष्मी शंकर वाजपेयी की टीम द्वारा थाना नगराम अंतर्गत ग्राम भज्जाखेड़ा, छोटी खेड़ा में संदिग्ध घरों, खेतों, बगीचे एवं तालाबों के किनारे के संदिग्ध स्थानों पर दबिश और छापेमारी की गई। दौरान के दबिश मौके से लगभग 45 लीटर अवैध कच्ची शराब बरामद किया गया और 450 किलोग्राम लहन को मौके पर ही नष्ट करते हुए आबकारी अधिनियम की सुसंगत धाराओं में 2 अभियोग पंजीकृत किए गए। तस्करों ने आबकारी विभाग की कार्रवाई से बचने के लिए शराब से भरे ड्रमों को झाडिय़ों के बीच छिपाकर उसके ऊपर कूडा डाला हुआ था। जिससे किसी को पता न चल सकें।

ग्रामीण क्षेत्र में फैले अवैध शराब के कारोबार को मुक्त करने के लिए आबकारी विभाग की टीम लगातार कार्रवाई कर रही है। साथ ही ग्राम प्रधान एवं चौकीदार भी आबकारी विभाग की कार्रवाई में अपना सहयोग दे रहे है। साथ ही शराब की दुकानों के आसपास अवैध रुप से शराब तस्करी करने वालों के खिलाफ भी लगातार छापेमारी की कार्रवाई की जा रही है। जो कि लगातार जारी रहेगी। लोकसभा चुनाव को सकुशल संपन्न कराने के लिए आबकारी विभाग की टीमें दिन-रात अभियान चलाकर कार्रवाई कर रही है। इसके अलावा टीम द्वारा बिना लाइसेंस के शराब पिलाने वाले बार, रेस्टोरेंट एवं होटल पर भी चेकिंग कर रही है। साथ ही शराब विक्रेताओं को भी सख्त निर्देेश दिए गए है कि शराब पर ओवर रेटिंग बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं होगी।