शराब माफिया के अड्डों पर आबकारी विभाग की टीम ने की छापेमारी, झोपड़ी व घर में बन रही थी कच्ची शराब

-शराब माफिया के नेटवर्क को ध्वस्त करने की आबकारी विभाग ने बनाई रणनीति
-होली पर्व व लोकसभा चुनाव से पहले अलर्ट हुआ आबकारी विभाग
-राष्ट्रीय राजमार्ग, आगरा लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर चलाया चेकिंग अभियान
-30 किलो लहन और 10 लीटर कच्ची शराब बरामद, महिला समेत दो तस्कर गिरफ्तार

लखनऊ। होली का पर्व जैसे-जैसे नजदीक आ रही है। वैसे-वैसे शराब तस्करों की सक्रियता भी बढ़ गई हैं। आगामी दिनों में होली का पर्व है और लोकसभा का चुनाव भी है। जिसे सकुशल संपन्न कराने के लिए आबकारी विभाग ने अपनी रणनीति पहले ही तैयार कर ली है। दरअसल त्योहारी सीजन एवं चुनाव में शराब की खपत बढ़ जाती है। खपत बढ़ते के साथ नकली शराब का धंधा भी जोर पकडऩे लगता हैं। कच्ची शराब का कारोबार करने वाले माफिया भी अभी से अपनी तैयारी करने में जुट गए है तो वहीं आबकारी विभाग उन्हें उनकी सही जगह पहुंचाने के लिए मैदान में कूद चुकी है। होली और चुनाव को  लेकर आबकारी विभाग चुनौतियां बढ़ गई हैं। होली के त्योहार के मद्देनजर भी दूसरे राज्यों से शराब और नकली शराब तस्करी की संभावना रहती है। मगर आबकारी विभाग ने अपनी कार्रवाई से यह साफ कर दिया हैं कि चुनौती कोई भी हों, उससे निपटने के लिए विभाग पूरी तरह से सक्षम है। विभाग ने छोटे-बड़े तस्करों की सक्रियता को जड़ से खत्म करने के लिए शराब तस्करों के ठिकानों पर दबिश के साथ-साथ छापेमारी की कार्यवाही तेज कर दी है। साथ ही शराब तस्करी के मामले में जेल से छूट कर आए तस्करों की निगरानी के लिए मुखबिर तंत्र को अलर्ट कर दिया है।

जनपद में कोई तीज-त्यौहार, चुनाव हो या आम दिन इससे विभाग को कोई खास फर्क नहीं पड़ता। विभाग का मकसद सिर्फ शराब माफिया के अवैध कारोबार को जड़ से खत्म करना है। टीम वर्क से काम होने के कारण नतीजे भी अच्छे सामने आ रहे हैं। जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने भी अपनी पूर्व में तैयारी की गई रणनीति पर काम करते हुए तस्करों की जड़ खोदने के लिए अपना नेटवर्क और मजबूत कर लिया है। जिसमें लखनऊ के जनप्रतिनिधि, पार्षद, सभासद, ग्राम प्रधान, चौकीदार और लोगों के बीच जाकर अवैध शराब के खिलाफ जागरुकता अभियान चलाते हुए उन्हें अपनी कार्यवाही में जोड़ने का काम कर रहा है। जिससे शराब तस्करों को उनके इरादों में कामयाब न होने दिया जा सकें। वहीं जिला आबकारी अधिकारी के नेतृत्व में आबकारी निरीक्षकों की टीमें ने भी शराब तस्करों के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्यवाही कर रही है। शराब की अवैध तस्करी को रोकने के लिए शहर के बाहरी इलाकों में बॉर्डर पर चेकिंग और चेक पोस्ट बनाए गए हैं। गौरतलब हो कि लखनऊ उत्तर प्रदेश की राजधानी है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार लखनऊ की जनसंख्या करीब 40 लाख से भी अधिक है। इस 40 लाख की आबादी में अवैध शराब के कारोबार को ध्वस्त करने और महफूज रखने की कमान जिला आबकारी विभाग के 15 इंस्पेक्टरों पर है। जिनका नेतृत्व जिला आबकारी अधिकारी कर रहे है।

जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया उत्तर प्रदेश शासन एवं आबकारी आयुक्त उत्तर प्रदेश के आदेश के क्रम में जिलाधिकारी, लखनऊ के निर्देशन में जनपद में अवैध शराब की बिक्री/परिवहन पर पूर्णत: अंकुश लगाने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के तहत सभी आबकारी निरीक्षक अपने-अपने क्षेत्रों में दबिश एवं छापेमारी की कार्यवाही कर रहे है। मंगलवार को आबकारी निरीक्षक सेक्टर-3 रजनीश प्रताप सिंह, सेक्टर-5 विवेक सिंह, सेक्टर-4  अरविंद बघेल की टीम द्वारा थाना गोसाईगंज के अंतर्गत ग्राम कबीरपुर, बस्तियां, रामपुर व महुरा खुर्द के संदिग्ध स्थानों पर दबिश दी गई। दबिश के दौरान 30 किलो लहन और 10 लीटर कच्ची शराब बरामद किया गया। बरामद लहन को मौके पर नष्ट कर दिया गया। साथ ही घर व झोपड़ी में कच्ची शराब का कारोबार कर रहे तस्कर सरवन पुत्र रामेश्वर ग्राम कबीरपुर गोसाईगंज और महिला तस्कर रंजना पत्नी स्व: दिनेश रावत ग्राम कबीरपुर गोसाईगंज को गिरफ्तार किया गया। तस्कर सरवन झाडिय़ों के बीच में झोपड़ी डालकर कच्ची का शराब का निर्माण कर रहा था तो वहीं महिला तस्कर भी अपने घर में ही कच्ची शराब का कारोबार कर रही थी। आबकारी विभाग की टीम आबकारी अधिनियम के तहत कार्यवाही करते हुए तस्करों को जेल भेज दिया।

रेस्टोरेंट व ढाबों पर आबकारी विभाग की टीम ने मारा छापा
जिला आबकारी अधिकारी ने बताया अवैध शराब के खिलाफ कार्यवाही के साथ-साथ आबकारी विभाग की टीमें बिना लाइसेंस के शराब पिलाने वाले रेस्टोरेंट, ढाबों पर छापेमारी की कई। सोमवार रात को रेस्टोरेंट एवं राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित ढाबों की चेकिंग की गई। सभी ढाबों/ रेस्टोरेंट संचालको को उनके परिसर में अन्य प्रांत की शराब पाये जाने एवं बिना लाइसेंस शराब पिलाए जाने की स्थिति में नियमानुसार सख्त कार्यवाही किए जाने की चेतावनी दी गई। रेस्टोरेंट व ढाबे में शराब पिलाने के लिए आबकारी विभाग से लाइसेंस लेना अनिवार्य है। साथ ही ढाबा संचालकों से भी सहयोग की अपील करते हुए कहा कि ढाबे के आसपास व बाहरी राज्यों से होने वाली शराब तस्करी की सूचना आबकारी विभाग को दें। जिससे अवैध शराब का कारोबार करने वालों पर कार्यवाही की जा सकें। नियमानुसार ढाबे व रेस्टोरेंट का संचालन करें। बिना लाइसेंस के शराब का सेवन कराना, जेल की हवा खिला सकता है।

आगरा लखनऊ एक्सप्रेस-वे टोल प्लाजा पर बढ़ा पहरा
बाहरी राज्यों से होने वाली शराब तस्करी रोकने के लिए आबकारी विभाग ने अपना पहरा बढ़ा दिया है। आबकारी निरीक्षकों की टीम द्वारा आगरा लखनऊ एक्सप्रेस-वे टोल प्लाजा पर वाहनों की चेकिंग की गई। चेकिंग के दौरान वाहन चालकों और सफर कर रहे यात्रियों को अवैध शराब के खिलाफ जागरूक किया गया। जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया कि आबकारी निरीक्षकों को मुख्य मार्गों पर चेकिंग का दायरा बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। शराब तस्करी की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्रों और मार्गों पर पैनी नजर रखी जाएगी ताकि तस्करों पर शिकंजा कसा जा सके। उन्होंने बताया कि अगामी  होली पर्व और लोकसभा चुनाव को लेकर सतर्कता बरती जा रही है। शराब विक्रेताओं को भी समय-समय पर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए जा रहे हैं। शराब की दुकानों एवं मॉडल शॉप का स्थलीय निरीक्षण कर स्टॉक की चेकिंग की जा रही है। वहां सुरक्षा की दृष्टि से सीसीटीवी कैमरों की उपलब्धता देखी जा रही है। शराब की दुकानों के आस-पास अवैध शराब की बिक्री न हो, इसका भी ध्यान रखा गया है।