गाजियाबाद। आखिर लंबे इंतजार के बाद नगर निगम के नवनिर्वाचित बोर्ड की पहली बोर्ड बैठक आगामी 23 जून शुक्रवार को सुबह 11 बजे निगम सभागार में होगी। महापौर सुनीता दयाल ने नगर आयुक्त डॉ.नितिन गौड़ को पत्र जारी करते हुए कहा कि प्रमुख सचिव नगर विकास के पत्र के निर्देश के अनुसार नगर निगम सदन की बैठक 23 जून को प्रस्तावित की गई है।इस पहली बोर्ड बैठक में नगर निगम कार्यकारिणी के 12 सदस्यों का चुनाव कराया जाएगा। महापौर ने कहा कि बोर्ड बैठक की तारीख प्रस्तावित किए जाने के बाद सभी पार्षदों एवं अधिकारियों को समय से बैठक का एजेंडा भेजा जाए। महापौर ने कहा कि बोर्ड बैठक में चुनाव कराने के लिए सभी प्रक्रियाएं समय से पूरी कर ली जाए।बोर्ड बैठक में 12 सदस्यों का चुनाव ही मुख्य रहेगा।
हालांकि इसके अलावा कुछ सामान्य प्रस्तावों पर भी सदन में चर्चा हो सकती है।बता दें कि नगर निगम का 13 मई को मतगणना होने के बाद 27 मई को महापौर एवं नवनिर्वाचित पार्षदों को शपथ ग्रहण कराई गई थी। नगर निगम बोर्ड की पहली बोर्ड बैठक अब 23 जून को प्रस्तावित की गई हैं। महापौर ने बताया कि बोर्ड बैठक में सिर्फ 12 कार्यकारिणी सदस्यों का ही चुनाव कराया जाएगा। नगर आयुक्त को बोर्ड बैठक व चुनाव के संबंध में सभी तैयारी पूरी करनेे के लिए कहा गया है। बोर्ड बैठक की तारीख फाइनल हो जाने के बाद अब भाजपा से लेकर सपा, बसपा, कांग्रेस व अन्य दलों के पार्षदों के बीच राजनीति गरमानी शुरू हो गई है। बोर्ड बैठक में जो प्रस्ताव पास होंगे। उन प्रस्तावों को 30 जून से पहले शासन के अनुमोदन के लिए भेजा जाना है।
निगम कार्यकारिणी के लिए चुने जाने वाले 12 सदस्यों का बगैर चुनाव कराए ही आपसी सहमति से चुना जाएगा या फिर चुनाव होगा। इसको लेकर अब रस्साकशी चलेगी। भाजपा की रणनीति यह है कि कार्यकारिणी सदस्यों का चुनाव आपसी सहमति से हो जाए।अगर चुनाव हुआ तो पार्षदों एवं नामित सदस्यों को मिलाकर भाजपा विपक्षी दलों पर भारी पड़ेगी। महापौर भी कार्यकारिणी में विपक्षी दलों के पार्षदों की भी भागेदारी के पक्ष में है। नगर निगम में सत्ता पक्ष और विपक्ष मिलकर काम करेगा तो शहर के लिए बहुत अच्छा होगा। देखना होगा कि आगामी 23 जून को चुनाव होगा या फिर 12 कार्यकारिणी सदस्य आपसी सहमति से ही चुने जा सकेंगे।