सिटी मजिस्ट्रेट, एसडीएम और थानेदार सहित कई हुए कोरोना पॉजीटिव 

– बृहस्पतिवार को गाजियाबाद में 183 लोगों की कोराना रिपोर्ट आई पॉजीटीव
– जिले में अब तक कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा हुआ 8767

उदय भूमि ब्यूरो
गाजियाबाद। मंत्रियों, विधायकों एवं राजनेताओं व जनप्रतिनिधियों को गिरफ्त में लेने वाला कोरोना अब अधिकारियों पर वार कर रहा है। गाजियाबाद के सिटी मजिस्ट्रेट, एसडीएम एवं कविनगर थाना प्रभारी कोरोेना संक्रमित हो गये हैं। बृहस्पतिवार को 183 लोगों की कोरोना रिपोर्ट पॉजीटिव आर्ई। पिछले कुछ समय से जिले में कोराना का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है। सरकारी रिकार्ड के मुताबिक जिले में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 8767 तक पहुंच गया हैं। कोरोना संक्रमित कई लोगों का होम आईसोलेशन में इलाज चल रहा हैै तो काफी संख्या में लोग अस्पताल में भर्ती हैं। प्रदेश के स्वास्थ्य राज्यमंत्री अतुल गर्ग और उनकी पत्नी भी कोरोना पॉजीटिव हो गये थे। अतुल गर्ग स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं जबकि पत्नी का अभी अस्पताल में इलाज चल रहा है।
जिले में कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के काम में मुस्तैदी से लगे सिटी मजिस्ट्रेट शिव प्रताप शुक्ल बृहस्पतिवार को कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद होम कोरेंटाइन हो गए है। वहीं, मोदीनगर के एसडीएम आदित्य प्रजापति भी कई दिन पहले ही कोरोना संक्रमित होने के बाद नेहरूनगर स्थित यशोदा अस्पताल में भर्ती हैं। इनके अलावा कविनगर थाना प्रभारी निरीक्षक मोहम्मद असलम भी कोरोना संक्रमित होने के बाद होम कोरेंटाइन हो गए हैं। इनकी जगह कविनगर थाने का कार्यवाहक प्रभारी इंस्पेक्टर नागेंद्र चौबे को बनाया गया हैं। गुरूवार को जिले में कोरोना संक्रमित नए 183 मरीजों की पुष्टि हुई हैं वहीं 78 लोगों को होम आइसोलेशन एवं अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया है। जिले में अब तक 7449 मरीज कोरोना संक्रमण से मुक्त होने के बाद डिस्चार्ज किया जा चुका है। जबकि 1249 मरीजों का अभी भी होम आइसोलेशन एवं अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है। मंगलवार को रईसपुर गांव में किसानों का जमीन पर कब्जा करने के विरोध में किसानों के हंगामा करने के दौरान वार्ता में कविनगर थाना प्रभारी मोहम्मद असलम वहां पहुंचे थे। मेडिकल जांच के बाद इनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई। अब मृतकों की 69 हो गई है।

कविनगर में सबसे अधिक हैं मरीज 
फिलहाल जिले में 128 उपचाराधीन मरीज हैं। इनमें सबसे ज्यादा मरीज कविनगर थाना क्षेत्र में हैं और सबसे कम केवल एक उपचाराधीन ट्रोनिका सिटी में है। कंटेनमेंट जोन की बात करें तो इंदिरापुरम क्षेत्र में सबसे ज्यादा 80 और ट्रोनिका सिटी में सबसे कम एक कंटेनमेंट जोन है। जिलाधिकारी डॉ.अजय शंकर पांडेय का कहना है कि जिले में कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की ओर से किए जा रहे प्रयास अब अपना असर दिखाने लगे हैं। जिले में कंटेनमेंट जोन की संख्या भी घटकर 359 पर आ गई है। जून-जुलाई में यह संख्या 400 का आंकड़ा पार कर गई थी। इसके साथ ही संक्रमण की दर में भी लगातार गिरावट आ रही है, जो अब चार प्रतिशत पर पहुंच गई है। जून में यह दर 10 प्रतिशत तक पहुंच गई थी। इसके साथ ही स्वस्थ होने वालों का प्रतिशत भी 82 से ज्यादा हो गया है।

टेस्टिंग और कॉन्ट्रेक्ट ट्रेसिंग पर जोर
सीएमओ डॉ.एनके गुप्ता ने बताया कि अब उपचाराधीन मरीज जल्दी स्वस्थ हो रहे हैं। इसके अलावा नए मरीजों के मिलने की संख्या भी अपेक्षाकृत कम हो रही है। टेस्टिंग और कॉन्ट्रेक्ट ट्रेसिंग पर जोर दिया जा रहा है। एक उपचाराधीन के कम से कम आठ से दस संपर्क वालों को खोजा जाता है। इनमें पॉजिटिव आने वालों का प्रतिशत लगातार कम हो रहा है। पहले एक उपचाराधीन के संपर्क में आने वाले पांच से सात लोग पॉजिटिव होते थे और अब यह संख्या घटकर एक से तीन पर पहुंच गई है। ऐसा मरीजों की जल्द पहचान होने और उनके संपर्कों को जल्द खोजकर उपचार शुरू करने के चलते हुआ है। जिले में फिलहाल 359 कंटेनमेंट जोन हैं। सबसे ज्यादा कंटेनमेंट जोन इंदिरापुरम में हैं और वहां उपचाराधीनों की संख्या 141 है। सिहानी गेट क्षेत्र में कंटेनमेंट जोन 53 और उपचाराधीन 159 हैं। कविनगर में कंटेनमेंट जोन 30 और उपचाराधीन सबसे ज्यादा 165 हैं। मुरादनगर में कंटेनमेंट जोन 36 और उपचाराधीन 46 हैं।

कहां कितने एक्टिव केस 
कविनगर -165
सिहानी गेट -159
साहिबाबाद -118
इंदिरापुरम -141
कौशांबी – 57
खोड़ा – 20
मसूरी – 20
मुरादनगर – 25
मोदीनगर – 46
लोनी – 5
लोनी बॉर्डर – 5
ट्रॉनिका सिटी -1
टीला मोड़ – 8