कूड़े की समस्या के निराकरण की दिशा में गाजियाबाद नगर निगम की बड़ी पहल गालंद के साथ एक और वैकल्पिक इंतजाम की दिशा में बढ़ाया कदम

– नगर निगम कार्यकारिणी बैठक में बजट सहित 14 प्रस्तावों पर लगी मुहर
– वर्ष 2023-24 के लिए 1677 करोड का पुनरीक्षित बजट हुआ पास
– पार्कों की स्थिति सुधारने के लिए बढ़ाया गया उद्यान विभाग का बजट
– समय से काम पूरा नहीं करने वाले ठेकेदार होंगे ब्लैक लिस्ट
– राजनगर एक्सटेंशन स्थित एसटीपी प्लांट हैंडओवर को लेकर बनी सहमति
– नगर निगम के पार्षद करेंगे देश के अन्य नगर निगमों का एक्सपोजर विजिट
– इंदौर और ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम के कूड़ा निस्तारण तकनीकि पर होगा मंथन
– सिटीजन फ्रेंडली एप डेवलप कर वन एप वन सॉल्यूशन पर निगम कर रहा काम
– वार्डों में खराब पड़े लाइटों के मुददे को लेकर पार्षदों ने अधिकारियों को घेरा

विजय मिश्रा (उदय भूमि ब्यूरो)
गाजियाबाद। नगर निगम की कार्यकारिणी बैठक कई मायनों में महत्वपूर्ण रहा। मंगलवार को कार्यकारिणी ने भविष्य की जरूरत को देखते हुए कुछ ऐसे प्रस्तावों पर मुहर लगाई जिसका लाभ भविष्य को मिलेगा। बजट प्रस्ताव को लेकर बुलाई गई कार्यकारिणी बैठक में बजट सहित कुल 14 प्रस्तावों पर सर्वसम्मति से कार्यकारिणी ने मुहर लगाई। कार्यकारिणी बैठक के दौरान शहर के कूड़ा निस्तारण व्यवस्था को सुदृढ़ करने और हरियाली बढ़ाने सहित पार्कों की दशा सुधारने पर जोर दिया गया। बैठक के दौरान कार्यकारिणी सदस्यों और अधिकारियों के बीच कई मुद्दों पर तीखी बहस हुई। लेकिन चर्चा के बाद सभी मुददों पर नियमानुसार और व्यवहारिकता को ध्यान में रखते हुए निर्णय लिया गया।


मंगलवार सुबह 11 बजे मेयर सुनीता दयाल की अध्यक्षता और म्युनिसिपल कमिश्नर विक्रमादित्य सिंह मलिक की मौजूदगी में वंदे मातरम गान के साथ गाजियाबाद नगर निगम कार्यकारिणी की बैठक शुरू हुई। बैठक में कार्यकारिणी उपाध्यक्ष राजीव शर्मा, अपर नगर आयुक्त अरूण यादव, चीफ इंजीनियर एनके चौधरी, एकाउंट ऑफिसर डॉ. गीता कुमारी, मुख्य कर निर्धारण अधिकारी डॉ. संजीव सिन्हा, उद्यान प्रभारी डॉ. अनुज कुमार सिंह, मुख्य नगर लेखा परीक्षक विवेक सिंह, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथिलेश कुमार, सहायक नगर आयुक्त पल्लवी सिंह, जीएम जलकल आनंद त्रिपाठी, लाइट प्रभारी आश कुमार, कविनगर जोनल प्रभारी सुनील राय, विजय नगर जोनल प्रभारी विवेक त्रिपाठी, प्रॉपर्टी प्रभारी भोलानाथ, एग्जयूकेटिव इंजीनियर जैदी, एग्जयूकेटिव इंजीनियर देशराज सिंह, निगम कार्यकारिणी सदस्य प्रवीण चौधरी, शीतल देओल, अजय शर्मा, रेखा गोस्वामी, यशपाल पहलवान, धीरेंद्र यादव बिल्लू, गौरव सोलंकी, मनोज त्यागी, राजकुमार सिंह, रामनिवास बंसल, आदिल मलिक आदि मौजूद रहे। सुबह 11 बजे से शुरू हुई बैठक शाम 5 बजे तक चली।


बैठक की शुरूआत में ही पार्षदों ने खराब पड़ी स्ट्रीट लाईटें, सड़कों के किनारे फैले कूड़े सहित अन्य मुद्दों को लेकर अधिकारियों को घेरा और नाराजगी जताई। पार्षदों का कहना था कि पिछले छह माह से इंतजार किया जा रहा थ कि दीवाली जैसे पर्व पर वार्डों में खराब पडी लाइटें ठीक करा दी जाएगी, लेकिन हर वार्ड को दस दस लाइटें दिए जाने से भी समस्या हल होने वाली नहीं है। पार्षदों ने आरोप लगाया कि निगम अधिकारियों ने उनसे यह भी नहीं पूछा कि वार्ड में किस स्थान पर लाइटें ठीक होनी है अथवा नई लाइटें लगनी है। कुछ सदस्यों ने लाईट के बाद पार्षदों ने कूड़े का मुद्दा उठाया और अधिकारियों पर बरस पड़े। पार्षदों का कहना था कि इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि कूड़ा निस्तारण की दिशा में प्रयास हो रहा है लेकिन समस्या अभी भी गंभीर है। बैठक की सबसे बड़ी उपलब्धि यह रही कि कार्यकारिणी सदस्यों ने कूड़ा निस्तारण को लेकर भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए एक महत्वपूर्ण प्रस्ताव को पास किया। बैठक में निर्णय लिया गया कि गांलद में प्रस्तावित है, लेकिन वहां काम अटका हुआ है। ऐसे में एक और वैकल्पि इंतजाम इमरजेंसी बैकअप के लिए रखना जरूरी है। दरअसल हापुड़ जनपद के पिलखुवा क्षेत्र के गांव गालंद में 42.25 एकड़ जमीन पर वेस्ट-टू-एनर्जी प्लांट प्रस्तावित है। यहां पर नीदरलैंड की कंपनी के साथ करार हुआ है, लेकिन विवाद की वजह से काम अटका हुआ है। ग्रेटर गाजियाबाद नगर निगम का बनना लगभग तय माना जा रहा है। ऐसे में भविष्य को ध्यान में रखते हुए नगर निगम सीमा क्षेत्र में 35 से 40 एकड़ जमीन और खरीदने पर कार्यकारिणी ने मुहर लगाई।

1677 करोड़ के पुनरीक्षित बजट पर लगी मुहर
नगर निगम का चालू वित्तीय वर्ष का लेखा-जोखा एकाउंट आॅफिसर डॉ. गीता कुमारी ने कार्यकारिणी सदस्यों के समक्ष पढ़कर सुनाया। बजट में 1677.37 करोड़ के आय और 1571.57 करोड़ के व्यय का विवरण दिया गया। बैठक में सर्वसम्मति से उद्यान विभाग का बजट बढ़ाकर 16 करोड़ रुपए किया गया। बजट इस बात पर जोर दिया गया है कि किस तरह से नगर निगम की आमदनी को बढ़ाया जाये और खर्चा भी उपलब्ध धन के अनुसार ही किया जाये।

टेंडर और डीजल का मामला उछला
कार्यकारिणी बैठक के दौरान निर्माण विभाग के टेंडर और डीजल आपूर्ति से संबंधित मामला उठा। पार्षद अजय शर्मा ने ठेकेदार मनमर्जी से चुनिंदा वार्डों में कार्य करने का सवाल उठाया। इस पर म्युनिसिपल कमिश्नर विक्रमादित्य सिंह मलिक ने कहा कि निगम का जल्द पेट्रोल पंप चालू किया जाएगा। निर्माण विभाग के टेंडर प्रक्रिया में टाइम लगता है। प्रक्रिया के तहत ही कार्य कराये जाएंगें। कई पार्षदों ने समय से काम पूरा नहीं करने वाले ठेकेदारों को ब्लैक लिस्ट करने पर जोर दिया।

मेयर ने दिखाया गुस्सा
बैठक के दौरान मेयर सुनीता दयाल ने कई दफा निगम अधिकारियों की कार्यशैली को लेकर रोष जताते हुए गस्सा दिखाया। मेयर ने वाटर एटीएम के नाम पर दिये गये विज्ञापन के कॉट्रैक्ट, नगर निगम के स्वीपिंग मशीन को खराब किये जाने, एसटीपी हैंडओवर लाइट विभाग और जलकल विभाग से संबंधित कई मसले पर गुस्सा दिखाया। मेयर ने कहा कि टेंडर को लेकर एक पॉलिसी नहीं अपनाई जा रही है।

बैठक में यह चर्चाएं रही महत्वपूर्ण
डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन के लिए सीएनजी की 350 नई गाडियांं खरीदी जाएगी। नंदग्राम में निगम का पंप चालू होगा। सीएनजी पंप भी लगाया जाएगा। दीवाली तक शहर में छह हजार खराब स्ट्रीट लाइटों को बदला जाएगा। इसके अलावा वसुंधरा, मोहननगर, कविनगर जोन के कुल 19 विकास के कार्योंं के प्रस्ताव पर मुहर लगी। 5 उद्यान निरीक्षकों को एक्सप्रेंशन ऑफ इंटरेस्ट के आधार पर नियुक्ति की जाएगी। राजनगर एक्सटेंशन में 56 एमएलडी एसटीपी को वन सिटी वन ऑपरेटर के तहत संचालन पर सहमति बनीं। हिंडन एलिवेटेड रोड पर फ्लड़ लाइट व अन्य सामग्री लगाने के अलावा अनुरक्षण को लेकर कर्मचारियों के लिए आउटसोर्सिंंग पर रखा जाएगा। निगम में बोर्ड प्रस्ताव के तहत रखे गये कार्यरत सफाई कर्मी, वाहन चालक 2634 के मामले में यथावत प्रस्ताव को रखा गया। शहर में जल्द ही दूसरा एनिमल बर्थ सेंटर जल्द स्थापित होगा।