बाइक रेस के दीवानों के लिए खुशखबरी ग्रेटर नोेएडा के बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट में अगले वर्ष होगा मोटो ग्रांड प्री विश्व चैंपियनशिप रेस

ग्रेटर नोएडा के बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट (बीआईसी) में लोगों को बाइक की रफ्तार का रोमांच देखने को मिलेगा। बीआईसी में बाइक रेस मोटो जीपी कराने के लिए आयोजकों ने यमुना प्राधिकरण के अधिकारियों से मुलाकात की। आयोजक बीआईसी का ऑडिट करेंगे।

उदय भूमि ब्यूरो
ग्रेटर नोएडा। भारत अगले साल ग्रेटर नोएडा के बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट पर पहली मोटो ग्रां प्री विश्व चैम्पियनशिप रेस की मेजबानी करेगा। इस प्रतियोगिता में 19 देशों के प्रतिभागी हिस्सा लेंगे जिससे देश में रोजगार के अलावा पर्यटन और व्यापार को बढ़ावा मिलेगा। ग्रेटर नोएडा के बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट (बीआईसी) में लोगों को बाइक की रफ्तार का रोमांच देखने को मिलेगा। बीआईसी में बाइक रेस मोटो जीपी कराने के लिए आयोजकों ने यमुना प्राधिकरण के अधिकारियों से मुलाकात की। आयोजक बीआईसी का ऑडिट करेंगे। जिससे कि वहां होने वाले आवश्यक सुधारों के बारे में जानकारी मिल सके। इसके बाद सर्किट में सुधार किया जाएगा। ऑडिट की अनुमित आयोजकों को मिल गई है।
मोटो जीपी ने 2023 से भारत में बाइक रेस कराएगी। फॉमूर्ला वन रेस के कैलेंडर से हटने के नौ साल बाद वैश्विक मोटर स्पोर्ट में भारत की वापसी हुई है। मोटो जीपी ने भारत में होने वाली रेस का नाम ‘ग्रां प्री आॅफ भारत’ दिया है। इसका आयोजन सितंबर या अक्टूबर में होने की उम्मीद है। यह रेस फेयर स्ट्रीट स्पोटह्यर्स और द्रोणा कंपनी मिलकर कराएंगी। इस आयोजन के लिए दोनों कंपनियों ने एमओयू किया है। इस आयोजन की तैयारी शुरू हो गई है। फेयर स्टार स्पोर्ट्स कंपनी के फाउंडर संदेश जाजू ने गत मंगलवार को यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह से मुलाकात की। उन्होंने बीआईसी में मोटो जीपी बाइक कराने की योजना साझा की। उन्होंने बीआईसी की ढांचागत सुविधाओं के बारे में जानकारी मांगी। मांग की कि उन्हें बीआईसी का ऑडिट करने की अनुमति दी जाए। यमुना प्राधिकरण ने कंपनी को यह अनुमति मिल गई है। इसके बाद आयोजक जेपी स्पोटह्यर्स कंपनी के अधिकारियों से भी मिले। उन्हें भी पूरा कार्यक्रम साझा किया। उन्होंने ऑडिट करने की अनुमति दे दी है। इस प्रतियोगिता में 19 देशों के प्रतिभागी हिस्सा लेंगे। बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट में 2011 से 2013 तक फॉमूर्ला वन इंडियन ग्रां प्री आयोजित की गयी थी लेकिन बाद में इसे बंद कर दिया गया था।