आईटीएस मोहन नगर में अंतर्विद्यालयीय प्रतियोगिता विबग्योर-2023 का भव्य आयोजन

महाविद्यालयों के 500 से भी अधिक छात्रों ने लिया भाग

गाजियाबाद। मोहन नगर स्थित आईटीएस में शनिवार को अन्तमहाविद्यालयीय प्रतियोगिता विबग्योर-2023 का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के विभिन्न महाविद्यालयों के 500 से भी अधिक छात्रों ने भाग लिया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य विभिन्न विद्यार्थियों को एक सार्थक मंच उपलब्ध करना था। जहां वे विभिन्न क्षेत्रों में अपनी चहुंमुखी प्रतिभा प्रदर्शित कर सकें और एक दूसरे की गतिविधियों को जाने।

आपसी समझ विकसित कर सकें। इस कार्यक्रम में पांच प्रतियोगिताएं को सम्मिलित किया गया था जो- प्रोजेक्ट आईडिया प्रेजेंटेशन, नॉन स्टॉप कोडिंग, रंगोली , आईटी क्विज एवं स्टोरी टेलिंग। समारोह का औपचारिक उद्घाटन मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित सुविख्यात शिक्षाविद, व्यवसाय जगत के शीर्ष पदों को सुशोभित करने वाले आईईटीई, नयी दिल्ली के पूर्व प्रेजिडेंट डॉ एचएस शर्मा, आईटी तथा स्नातक विभाग के निदेशक डॉ सुनील कुमार पांडेय, एमसीए विभाग की संयोजिका प्रो पूजा धर तथा सह-संयोजिका प्रो स्मिता कंसल ने माँ सरस्वती की प्रतिमा के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलन से हुआ।

आईटीएस समूह के वाईस चेयरमैन अर्पित चड्ढा ने अपने संदेश में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के 50 से भी अधिक संस्थाओं के छात्रों के इस प्रतियोगिता में भाग लेने पर संतोष व्यक्त किया तथा सभी प्रतियोगियों को शुभकामनायें दी। निदेशक डॉ सुनील कुमार पांडेय ने समस्त छात्रों एवं प्रतियोगियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रमों के आयोजन छात्रों को आपस में टीम भावना, आयोजन की बारीकियों, संवाद के साथ साथ आपस में एक दूसरे को समझने का स्वर्णिम अवसर प्रदान करते हैं। इसके पूर्व आयोजन समिति की सदस्या प्रो स्मिता कंसल ने कार्यक्रम के आयोजन के उद्देश्यों एवं इसमें सम्मिलित क्रियाकलापों तथा आयोजन की रूपरेखा पर प्रकाश डाला। उद्घाटन सत्र का सञ्चालन प्रो पूजा धर ने किया। मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित डॉ एचएस शर्मा ने आईटीएस गाजियाबाद के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा की यह प्रयास इस संस्थान की दूरदर्शिता परिलक्षित करता है। इस अवसर पर उन्होंने छात्रों को शुभकामनाएं दी तथा कहा कि ऐसे कार्यक्रम छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए अति आवश्यक हैं।

उन्होंने कहा कि यह युग आईटी का युग है। उन्होंने सम्बंधित चुनौतियों एवं नव प्रवर्तन पर बोलते हुए कहा कि समय कि आवश्यकता को समझते हुए हमें क्रियाशीलता, कल्पनाशीलता तथा शोध को बढ़ावा देने कि आवश्यकता है और यह ही एक लम्बे समय के लिए आईटी संस्थानों के इस प्रतियोगिता परक एवं चुनौतीपूर्ण समय में सफलता एवं जमे रहने का एकमात्र हल है। पूरे दिन आयोजित होने वाले इस समारोह में कुल 5 प्रतियोगिताओं को सम्मिलित किया गया था। जिनमे 50 संस्थाओं के 500 से भी अधिक छात्रों ने भाग लिया। समारोह के अंतिम चरण में विभिन्न प्रतिगिताओं में प्रतियोगी छात्रों में से निर्णायक मंडल की संस्तुति के आधार पर विजेता टीमों का चयन किया गया।

आईटी क्विज में प्रथम पुरस्कार प्राची एवं गोविंदा (आईटीएस गाजियाबाद), द्वितीय पुरस्कार चिराग गुप्ता व गौरव शर्मा (आईटीएस गाजियाबाद), तृतीय पुरस्कार युगपाल तथा ऋषभ सोलंकी (इनमेंनटेक), स्टोरी टेलिंग में प्रथम पुरस्कार आयुष सिंह (इनमेंटेक), द्वितीय पुरस्कार गौरी शर्मा (आईटीएस गाजियाबाद), तृतीय पुरस्कार अनुष्का त्रिपाठी (आईटीएस गाजियाबाद), नॉन स्टॉप कोडिंग में प्रथम पुरस्कार अर्पण सिद्धू (आईटीएस गाजियाबाद), द्वितीय पुरस्कार कुश कुमार चौधरी (एबीईएसआईटी गाजियाबाद), तृतीय पुरस्कार मोहम्मद आमीन (मेवाड इंस्टीयूट गाजियाबाद), रंगोली में प्रथम पुरस्कार दीप शिखा व महक (आईटीएस गाजियाबाद), द्वितीय पुरस्कार शिवाली बालियान व ज्योति (आरकेजीआईटी गाजियाबाद), तृतीय पुरस्कार पारुल जिंदल तथा दिव्यांश गर्ग (आईटीएस गाजियाबाद), प्रोजेक्ट आईडिया प्रेजेंटेशन में प्रथम पुरस्कार प्रज्वल पांडे, तनिषा दीक्षित तथा अनिल तिवारी (आईटीएस गाजियाबाद), द्वितीय पुरस्कार कौशलेश अग्रवाल तथा आयुषी शर्मा (आईटीएस यूजी कैंपस गाजियाबाद), तृतीय पुरस्कार अमित सिंह, अदिति अग्रवाल तथा कुशल श्रीवास्तव (आईटीएस गाजियाबाद) रहे। अपराह्न आयोजित किये गए पुरस्कार वितरण समारोह में विजेता टीमों एवं प्रतियोगियों को पुरस्कार मैडल तथा प्रमाण पत्र प्रदान कर पुरस्कृत किया गया।

इस सत्र का सञ्चालन आयोजन समिति के सदस्य प्रो सौरभ सक्सेना ने किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में छात्र, संकाय सदस्यगण एवं विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित थे।