भूजल स्तर सुधार: मेयर व नगर आयुक्त ने तालाबों का किया निरीक्षण

-3 तालाबों को पुनर्जीवित करने की बनाई योजना

गाजियाबाद। भूजल स्तर सुधार के लिए नगर निगम तालाबों पर अवैध कब्जे रोकने के लिए अभियान शुरु कर दिया है। जिससे गिरते भूजल स्तर को रोका जा सकें। इसके लिए नगर निगम ने योजना तैयार की है। निगम शहर के सभी तालाबों को पुनर्जीवित करेगा। मेयर सुनीता दयाल व नगर आयुक्त डॉ. नितिन गौड़ द्वारा शहर का स्थलीय निरीक्षण जारी है। शनिवार को निरीक्षण के दौरान मेयर एवं नगर आयुक्त ने कवि नगर जोन स्थित दुहाई क्षेत्र का जायजा लिया और तालाबों के पुनर्जीवित करने की योजना बनाई। जिसमें 3 तालाबों को पुनर्जीवित करने की योजना बनाई गई। क्षेत्रीय निवासियों से भी मौके पर वार्ता की गई। क्षेत्रीय निवासियों ने बताया कि उक्त स्थान पर तालाब था। जिसको पुनर्जीवित करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया।

भूजल स्तर सुधार के लिए नगर निगम द्वारा पूर्व में भी तालाबों के पुनर्जीवन की प्रक्रिया को बेहतर तरीके से निभाया है। कई क्षेत्रों में तालाबों को पुनर्जीवित किया गया है। इसी क्रम को एक बार फिर से आगे बढ़ाते हुए मेयर एवं नगर आयुक्त ने संयुक्त रूप से कार्यवाही तेज कर दी है। ऐसे तालाब जो विलुप्त हो चुके हैं उन को पुनर्जीवित करने का प्रयास जारी है। इस दौरान मेयर ने ग्रामीणों से बातचीत की, जहां ग्रामीणों ने बताया कि गांव में तीन तालाब है और तीनों में पानी न रहने के कारण सूखने लगे है। उनकी साफ-सफाई भी नहीं हो रही है। मेयर एवं नगर आयुक्त ने बताया कि भूजल सुधार के लिए तालाबों को पुनर्जीवित करना बेहद जरूरी है। साथ ही अधिकारियों को निर्देश दिए कि तालाबों पर अवैध कब्जा करने वालों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई की जाए।

जल दोहन अधिक होने की वजह से जिले में इन दिनों पानी की किल्लत है। जिले के अधिकतर तालाब सूख गए हैं। इससे पशु-पक्षियों को पानी के लिए भटकना पड़ रहा है। तालाबों के पुनर्जीवित करने के लिए कार्य बनाकर योजना बनाई गई है। तालाबों को गहरा कराया जाएगा। तालाबों की खुदाई से जहां बारिश के पानी का संचय होगा। वही पशु-पक्षियों को भी राहत मिलेगी। नगर आयुक्त ने बताया भूजल स्तर सुधार के लिए नगर निगम ने पूर्व में भी तालाबों को पुनर्जीवित किया है। लगभग ऐसे 27 तालाब है जो पूर्व में विकसित किए जा चुके है। ज्यादातर में पानी भरा हुआ है। भूजल स्तर में तेजी से सुधार करने के लिए कई योजनाएं शुरू की जाएगी। पार्कों में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाए जाएंगे।