आईपीएस अभिषेक वर्मा ने संभाला एडीसी टू गवर्नर का चार्ज

– गाजियाबाद के एसपी सिटी के रूप में शानदार रहा है अभिषेक वर्मा का कार्यकाल

उदय भूमि ब्यूरो
लखनऊ/गाजियाबाद। आईपीएस अधिकारी अभिषेक वर्मा ने एडीसी टू गवर्नर (परिसहाय राज्यपाल) का चार्ज संभाल लिया है। इस दौरान उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन ने उन्हें बैज और स्टार लगाए। अभिषेक वर्मा युवा एवं तेज-तर्रार अधिकारी हैं। राज्यपाल के एडीसी का पद गौरव का पद है। राजभवन में एडीसी की प्रमुख भूमिका होती है जो राजभवन की गरिमा को बढ़ाने का काम करते हैं। एडीसी की अलग पहचान और रूआब होता है। उनके जिम्मे राज्यपाल से लेकर राजभवन की सुरक्षा की जिम्मेदारी होती है। बता दें कि आईपीएस अधिकारी अभिषेक वर्मा एडीसी बनने से पूर्व गाजियाबाद में एसपी सिटी के पद पर तैनात थे। इसी दौरान एडीएसी टू गवर्नर पद के लिए आवेदन किया। उनके आवेदन को स्वीकार किया गया और विभिन्न चयन प्रक्रियाओं के बाद उन्हें इस पद पर तैनाती मिली है। गाजियाबाद में एसपी सिटी के रूप में अभिषेक वर्मा का कार्यकाल छह महीने से भी कम रहा। लेकिन अपने कामों को लेकर वह खूब सुर्खियों में रहे। शहर की कानून व्यवस्था को बेहतर बनाने और अपराध रोकथाम को लेकर उनके द्वारा किये गये कार्यों की खूब तारीफ हुई। उन्होंने रात्रिकालीन गश्त पर जोर दिया था। इससे रात्रि में आपराधिक वारदातों में काफी कमी आई। कई बड़े मामलों का उन्होंने खुलासा किया। गाजियाबाद आने से पहले वह बरेली में एएसपी के पद पर कार्यरत थे।

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उत्तर प्रदेश के राज्यपाल आनंदी बेन ने वर्मा का चयन एडीसी टू गर्वनर पद के लिए किया। लखनऊ राजभवन में पदभार संभालने के बाद अभिषेक वर्मा को राज्यपाल ने बैज और स्टार लगाये। गाजियाबाद में अभिषेक वर्मा का बतौर एसपी सिटी कार्यकाल बेहद अच्छा रहा। संगीन अपराधों का खुलासा करने में वह हमेशा तत्पर रहे। मातहतों के साथ भी वर्मा के अच्छे संबंध रहे। वह हमेशा टीम वर्क की भावना के साथ गाजियाबाद में काम करते नजर आए थे। उन्हें हमेशा काम के प्रति समर्पित देखा गया। किसी भी फरियादी को उन्होंने बगैर संतुष्ट किए नहीं लौटाया। महिला सुरक्षा को लेकर भी उन्होंने पुलिसकर्मियों को सजग, संवेदनशील और मुस्तैद बनाने पर जोर दिया। भारतीय पुलिस सेवा के 2016 बैच के अधिकारी अभिषेक वर्मा मूल रूप से चित्रकुट के रहने वाले हैं। गाजियाबाद में तैनाती से पहले वह बरेली, लखनऊ और प्रयागराज में काम किया। इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में डिग्री लेने के बाद 2016 में संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा पास की। उनके पिता भी उत्तर प्रदेश पुलिस में उच्च पद पर कार्यरत हैं। स्कूली शिक्षा कानपुर में हुई। आईपीएस बनने से पूर्व दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई पूरी की।