गाजियाबाद कोर्ट में फिर आया तेंदुआ मची अफरा-तफरी कोर्ट हुआ बंद

गाजियाबाद। दिल्ली से सटे गाजियाबाद में एक बार फिर कचहरी परिसर में तेंदुआ दिखाई देने से दहशत का माहौल है। तेंदुए की दहशत के चलते कोर्ट में काम काज पूरी तरह से ठप हो गया। अधिवक्त कचहरी परिसर से बाहर आकर कोर्ट के सभी दरवाजों को बंद कर दिया। 8 फरवरी को कोर्ट में पहुंचे तेंदुए ने करीब 5 घंटे तक तांडव मचाया था, जिसमें करीब 10 लोग बुरी तरह से घायल हो गए थे। जिसके बाद तेंदुए को पकड़ कर शिवालिक के जंगल में छोड़ दिया गया था। उसके बाद कुछ दिन बाद भोजपुर थाना क्षेत्र के दो गांवों में किसानों द्वारा तेंदुआ देखा गया था।

बार एसोसिएशन सचिव नितिन यादव का कहना है कि न्यायालय परिसर में तेंदुआ दिखाई देने के चलते अधिवक्ता और वादकारियों में भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हो गई। सुरक्षा को लेकर अधिवक्ता शुक्रवार को हड़ताल करेंगे। वादकारियों से कहा है कि व न्यायालय परिसर को खाली करके जल्द से जल्द अपने घरों में सुरक्षित पहुंच जाएं। गुरुवार सुबह करीब 8 बजे कचहरी परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरे में तेंदुआ दिखाई दिया।

सूचना पर मौके पर पहुंचे पुलिस एवं वन विभाग के अधिकारी तेंदुए की तलाश में सीसीटीवी फुटेज की जांच की। मगर तेंदुआ कहीं नही मिला। हालांकि अब सीसीटीवी फुटेज का बारीकी से अध्ययन करने के बाद यह कहा जा रहा है कि सीसीटीवी में कैद जानवर तेंदुआ तो नहीं है। अब यह पता लगाना है कि यह बिल्ली है या तेंदुए का बच्चा है। वहीं प्रशासन द्वारा पुष्टि कर दी गई है कि सभी कैमरे सुचारू रूप से कार्य कर रहे हैं, जिसमें तेंदुआ कहीं भी नहीं पाया गया है।