लोकसभा चुनाव में यूपी में नहीं गलेगी शराब माफिया की दाल, आबकारी विभाग ने तैयार किया एक्शन प्लान

-यूपी, दिल्ली व हरियाणा आबकारी विभाग अधिकारियों की हुई बैठक, 5 बिंदुओं पर बनी सहमति

ग्रेटर नोएडा/गाजियाबाद/दिल्ली। आगामी लोकसभा चुनाव को सकुशल संपन्न कराने के लिए आबकारी विभाग ने कमर कस ली है। चुनाव में होने वाली शराब तस्करी रोकने के लिए आबकारी विभाग ने अपना खास प्लान तैयार कर लिया है। जिसके लिए आबकारी विभाग गौतमबुद्ध नगर की सीमा से सटे राज्यों के जनपदीय अधिकारियों के साथ बैठक कर शराब माफिया की कमर तोडऩे के लिए रुपरेखा तैयार कर जा रही है। हालांकि इससे पूर्व भी गौतमबुद्ध नगर आबकारी विभाग ने हरियाणा राज्य के दो जनपदीय अधिकारियों से मुलाकात कर चुका है। जिसके परिणाम भी सकारात्मक दिखाई दिए है। शनिवार को आगामी लोकसभा चुनाव के दृष्टिगत आबकारी आयुक्त दिल्ली की अध्यक्षता में एनडीएमसी कार्यालय दिल्ली में उत्तर प्रदेश आबकारी विभाग, हरियाणा आबकारी विभाग, दिल्ली आबकारी विभाग के सीमावर्ती जिलों का समन्वय बैठक हुई। बैठक में संयुक्त आबकारी आयुक्त मेरठ जोन मेरठ सुनील कुमार मिश्रा, गौतमबुद्ध नगर जिला आबकारी अधिकारी सुबोध कुमार श्रीवास्तव, गाजियाबाद जिला आबकारी अधिकारी संजय कुमार प्रथम, जिला आबकारी व कराधान अधिकारी फरीदाबाद, झज्झर, गुरुग्राम के द्वारा सहभागिता की गई।

जिसमें विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा और उसमें सहमति बनी। सभी अधिकारियों के मध्य एक दूसरे के मोबाइल नंबरों का आदान प्रदान किया गया और निर्णय लिया गया कि सभी नोडल अधिकारियों के स्तर पर नियमित अंतराल पर बैठक का आयोजन किया जाएगा। सभी अधिकारियों के मध्य इस बात को लेकर सहमति बनी कि अवैध शराब के परिवहन व तस्करी से संबंधित गोपनीय सूचनाएं एक दूसरे से साझा करेंगे। जिससे अवैध शराब के कारोबार को रोका जा सकें और उसे जड़ से खत्म किया जा सकें। 1 किलोमीटर की परिधि में स्थित दुकानों की सूची भी एक दूसरे से सांझा किया गया। जनपद के बॉर्डर पर स्थित दुकानों पर विशेष निगरानी रखने, किसी भी व्यक्ति को अनुमन्य निर्धारित मात्रा से अधिक शराब न देने आबकारी टीमों द्वारा बॉर्डर एरिया में संयुक्त अभियान चलाए जाने की बात पर सहमति व्यक्त की गई। जनपदीय बॉर्डर पर खुली शराब की दुकानों पर किसी भी व्यक्ति को अनुमन्य निर्धारित मात्रा से अधिक शराब नहीं मिलने पर काफी हद तक शराब तस्करी के मामलों पर रोक लग सकती है। आगामी लोकसभा सामान्य निर्वाचन 2024 के दृष्टिगत समस्त पर्यवेक्षणीय अधिकारियों के बीच यह सहमति बनी की सीमावर्ती क्षेत्रों में अवैध शराब के निर्माण, बिक्री एवं तस्करी पर पूर्ण अंकुश लगाने के लिए आपसी सामंजस्य से प्रभावी प्रवर्तन कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।

संयुक्त आबकारी आयुक्त मेरठ जोन मेरठ सुनील कुमार मिश्रा ने बताया अधिकारियों के बीच आपसी सामंजस्य होने, अवैध शराब के परिवहन व तस्करी की गोपनीय सूचना आदान-प्रदान करने से लोक सभा चुनाव में होने वाली शराब तस्करी को रोका जा सकता है। जब उत्तर प्रदेश की सीमा से सटे राज्यों के जनपदीय अधिकारी एकजुट हो जाएंगे तो इससे शराब तस्करी पर रोक तो लगेगी ही, साथ इसका प्रभाव राजस्व पर भी पड़ेगा। अवैध रुप से होने वाली शराब तस्करी के कारण राजस्व को नुकसान तो होता है ही, साथ ही अप्रिय घटना भी घटित होती है। गौतमबुद्ध नगर और गाजियाबाद आबकारी विभाग की टीम ने चुनाव से पहले ही अपना मोर्चा संभाल लिया है। लोकसभा चुनाव में इस बार शराब माफिया की दाल नहीं गलने वाली है।