लाइसेंस लेकर द ब्लिंग कैफे में पिलाई जा रही थी दिल्ली की शराब, आबकारी विभाग की कार्रवाई में खुला राज 

-दिल्ली की 4 बोतल, यूपी की 9 बोतल शराब एवं 232 बीयर बरामद
-दिल्ली की शराब पिलाकर यूपी की शराब का काटता था बिल, मैनेजर समेत दो गिरफ्तार

उदय भूमि (ब्यूरो)।
गाजियाबाद। जिले में अवैध शराब के निर्माण, तस्करी एवं परिवहन पर रोक लगाने के लिए आबकारी विभाग की टीम लगातार छापेमारी एवं चेकिंग की कार्रवाई कर रही हैं। इसी के साथ बिना लाइसेंस के बार में शराब परोसने वालों पर भी सख्ती बरतनी शुरु कर दी है। हाल ही में कुछ दिन पूर्व आबकारी विभाग द्वारा रेस्टोरेंट पर की गई कार्रवाई से जिले में संचलित बार, रेस्टोरेंट, ढाबों में हड़कंप मचा हुआ है। इससे पहले भी शहर में अलग-अलग स्थानों पर इस तरह की कार्रवाई को अंजाम दिया गया है, तो वहीं अब एक बार फिर आबकारी विभाग ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है, जिसमें अवैध तरीके से शराब परोसने वाले कैफे पर छापेमारी कार्रवाई की है। सोमवार रात आबकारी विभाग की टीम ने जिले में अवैध शराब के निर्माण, बिक्री एवं परिवहन पर रोक लगाने के साथ-साथ बिना लाइसेंस शराब परोसने वाले ढाबों, बार एवं रेस्टोरेंट पर छापेमारी की कार्रवाई की गई। इस दौरान कौशांबी स्थित एक कैफे में हुई छापेमारी की कार्रवाई में अवैध शराब परोसने के मामले में मैनेजर समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया है।

आरोपी मैनेजर आबकारी विभाग की आंख में धूल झोंकने के लिए कैफे के मालिक ने आबकारी विभाग से ऑकेजनल लाइसेंस लेकर पार्टी कर रहा था। मगर जब टीम ने मौके पर पहुंचकर छापेमारी की कार्रवाई की तो कैफे से यूपी के साथ-साथ दिल्ली मार्का शराब भी बरामद किया गया। आरोपी कैफे में शौकीनों को दिल्ली की शराब पिलाकर उनसे यूपी मार्का की शराब का बिल वसूल रहा था। आबकारी विभाग अवैध शराब के कारोबार पर रोक लगाने के साथ-साथ बार, रेस्टोरेंट एवं ढाबों पर कार्रवाई कर चेता रहा हैं कि अवैध शराब का कारोबार बिल्कुल बर्दाश्त नही किया जाएगा। हाल ही में कुछ माह पूर्व आरडीसी राजनगर में भाजपा नेता के रेस्टोरेंट पर हुई कार्रवाई में आबकारी विभाग ने अपनी मंशा को साफ कर दिया कि शराब तस्करी हो या फिर बिना लाइसेंस के शराब परोसना दोनों ही अपराध हैं। विभाग से लाइसेंस लेने के बाद भी आप बाहरी राज्यों की शराब नही पिला सकतें हैं।

प्रदेश शासन एवं आबकारी आयुक्त के आदेश पर जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह एवं पुलिस कमिश्नर अजय कुमार मिश्रा के निर्देशन में जिले में अवैध शराब के निर्माण, बिक्री एवं परिवहन पर रोक लगाने के लिए लगातार चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया कि अवैध शराब के कारोबार को लेकर आबकारी निरीक्षकों द्वारा लगातार चेकिंग एवं दबिश की कार्रवाई की जा रही है। सोमवार रात आबकारी निरीक्षक त्रिभुवन सिंह हयांकी, अखिलेश बिहारी वर्मा, आशीष पाण्डेय, राकेश त्रिपाठी की टीम ने एंजेल मेगा माल स्थित द ब्लिंग कैफे में चेकिंग के लिए पहुंची तो मैनेजर के होश उड गए। उससे जब लाइसेंस मांगा गया तो उसने ऑकेजनल बार का लाइसेंस दिखा दिया। मगर जब टीम ने कैफे में छापेमारी की कार्रवाई शुरु की तो कैफे से रॉकफोर्ड रिजर्व की दो बोतल, वेलेंटाइन फिनेस्ट की दो बोतल दिल्ली मार्का बरामद किया गया। साथ ही रेड वाइन की 2 बोतल, ब्लेंडर प्राइड की 2 बोतल, बकार्डी कार्टा की 2 बोतल, वाइट मिसचीफ की 2 बोतल, कैप्टन ट्रिपल एक्स रम की 1 बोतल, बडवाइजर सुपर प्रीमियम बीयर की 147 बोतल, किंगफिशर लेजर बीयर की 85 बोतल बरामद किया गया।

आबकारी विभाग से लाइसेंस लेकर दिल्ली शराब का सेवन कराने वाले मैनेजर संजीव पुत्र धर्मवीर सिंह निवासी दादरी गौतमबुध नगर एवं राजू पुत्र परीक्षण मंडल निवासी अंबेडकर भवन भोवापुर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। साथ ही द ब्लिंग कैफे के मालिक भूपिंदर एवं अवनीश के खिलाफ कौशांबी थाने में आबकारी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया हैं। जिला आबकारी अधिकारी ने बताया कि बरामद शराब की कीमत करीब 35 से 40 हजार रुपए है।
शराब पार्टी के लिए आबकारी विभाग से होटल मैनेजर ने एक दिन का ऑकेजनल लाइसेंस ले रखा था। वहां पर यूपी की शराब की जगह दिल्ली की शराब मेहमानों को परोसी जा रही है। मेहमानो को दिल्ली की शराब पिलाकर उनसे यूपी शराब के नाम पर बिल की वसूली करता था। उन्होंने जिले के सभी बार, रेस्टोरेंट संचालकों को चेतावनी दी कि अगर बिना लाइसेंस शराब परोसने और लाइसेंस लेने के बाद भी बाहरी राज्यों की शराब की एक भी बोतल पाई गई तो कार्रवाई से कोई भी समझौता नही किया जाएगा। साथ ही निरीक्षकों को भी क्षेत्र में लगातार चेकिंग एवं दबिश का दायरा बढ़ाने के सख्त निर्देश दिए।