मेयर सुनीता दयाल ने निगम कर्मचारियों को दी नसीहत बोली यदि तनख्वाह लेते हो तो फिर करना होगा काम 

नगर आयुक्त डॉ. नितिन गौड़ बोले मोदी- योगी सरकार में अधिकारियों के कामकाज पर रहती है सरकार की पैनी नजर, होती है कामकाज की समीक्षा।

उदय भूमि ब्यूरो
गाजियाबाद। नगर निगम कर्मचारियों ने हड़ताल खत्म कर बुधवार को वापिस काम पर लौट आये। नगर निगम मुख्यालय सहित सभी जोनल कार्यालय में कामकाज सामान्य रहा। कर्मचारी यूनियन ने मेयर नगर आयुक्त को धन्यवाद दिया और कहा कि कर्मचारियों की डीपीसी की प्रक्रिया पूरी हो गई है और उम्मीद है कि जल्द ही ट्रांसफर से संबंधित मसले पर जल्द अमल हो जाएगा। इन्ही सबके बीच नगर निगम कार्यालय में मेयर सुनीता दयाल और नगर आयुक्त डॉ. नितिन गौड़ के बयानों की खूब चर्चा रही। कुछ कर्मचारियों का कहना है कि वह भरपूर काम करते हैं ऐसे में इस तरह के बयान से कर्मचारियों की कार्यशैली पर उंगली उठती है, वहीं कर्मचारियों के एक वर्ग का कहना है कि मेयर और नगर आयुक्त ने जो कहा वह बिलकुल सत्य है। यदि कोई कर्मचारी तनख्वाह ले रहा है तो उसे काम जरूर करना होगा। मेयर ने कुछ गलत नहीं कहा है।

विदित हो कि डीपीसी, ट्रांसफर सहित कई अन्य मांगों को लेकर नगर निगम कर्मचारी सोमवार को काम बंद करके हड़ताल पर चले गये थे। मंगलवार को नगर निगम की कार्यकारिणी बैठक थी। कार्यकारिणी बैठक के बाद मेयर सुनीता दयाल और नगर आयुक्त डॉ. नितिन गौड़ कर्मचारियों का हड़ताल खत्म करवाने के लिए आये। मेयर ने कर्मचारी यूनियन और धरना दे रहे कर्मचारियों की बातों को सुना । कर्मचारियों की बातों को सुनने के बाद मेयर ने नगर आयुक्त से कर्मचारियों की मांगों को पूरा करने के बाबत जानकारी मांगी। नगर आयुक्त ने मेयर को बताया कि कर्मचारियों की डीपीसी प्रक्रिया पूरी हो गई है और ट्रांसफर से संबंधित मांग को पूरा करने में एक सप्ताह का समय लगेगा। इसके बाद कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष ने कहा कि कर्मचारी 15 दिनों तक इंतजार करेंगे। इस दौरान मांगें नहीं मानी जाती है तो कर्मचारी फिर से हड़ताल करेंगे। कर्मचारी यूनियन की बातों को सुनने के बाद मेयर ने कहा कि कर्मचारियों की हर जायज मांगें मानी जाएंगी। लेकिन जिन कर्मचारियों के कामकाज को लेकर लापरवाही की शिकायतें आ रही है उन्हें अपना रवैया सुधारना होगा ।

मेयर ने कहा कि कई कर्मचारी हाजिरी लगाकर चले जाते हैं तो कई कर्मचारी बिना काम किये ही तनख्वाह लेते हैं। यह सब अब नहीं चलेगा। यदि किसी कर्मचारी को तनख्वाह मिल रही है तो उसे हर हाल में काम करना होगा । मेयर की बातों को सुनने के बाद कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष रविंद्र कुमार ने अधिकारियों के कार्यालय से अनुपस्थित रहने और देर शाम तक काम करने की बात कही। इस पर नगर आयुक्त ने कहा कि आप ऐसा मत सोंचें कि अधिकारी काम नहीं करते। अब मोदी योगी की सरकार है और कोई भी काम से बच नहीं सकता। नगर आयुक्त ने कहा कि वह स्वयं सुबह 6 बजे शहर में निरीक्षण पर निकल जाते हैं। सुबह से ही अधिकारी भी घर से निकल जाते हैं और कई बार देर रात तक काम करते रहते हैं। बीते दिनों बाढ़ के दौरान कई अधिकारी रात में भी राहत बचाव कार्य में लगे रहे और अपने घर नहीं गये। नगर आयुक्त ने कहा कि अधिकारियों के कामकाज पर सरकारी की नजर रहती है और उसकी समीक्षा होती है।