मियावाकी पद्धति से सुधरेगी गाजियाबाद की हवा, नगर निकाय प्रमुख सचिव ने दिलाई शपथ

-पेड़-पौधे प्रकृति के धरोहर जिसका संरक्षण बहुत जरुरी: अमृत अभिजात
-नगर आयुक्त ने पार्षदों संग लगाए पौधे, निगम ने चलाया वृक्षारोपण अभियान

गाजियाबाद। नगर निगम द्वारा जिले में वृहद स्तर पर वृक्षारोपण अभियान चला रहा है। इसी क्रम में एनजीओ के साथ मिलकर इंदिरापुरम में मियावाकी पद्धति से 5000 पौधे लगाए। प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात ने पौधा लगाकर उपस्थित लोगों को शुभकामनाएं दी। अधिक से अधिक पौधारोपण करने और पर्यावरण को बचाने के लिए शपथ भी दिलाते हुए कहा पेड़-पौधे प्रकृति के धरोहर हैं। इससे शहर न केवल सुंदर प्रतीत होता है, बल्कि पर्यावरण को संतुलित भी रखता है।

पेड़-पौधों से ही सभी जीव जंतुओं को शुद्ध हवा के साथ-साथ औषधि प्राप्त होती है। ऐसे में पेड़-पौधा जहां पर्यावरण को संतुलित रखती है। वहीं लोगों को कई जरूरतमंद उपयोग की वस्तु की भरपाई भी करती है। लोगों को इस अभियान में बढ़-चढ़कर भाग लेना चाहिए। साथ ही उसके संरक्षण का संकल्प भी लेना होगा। नगर निगम सीमा अंतर्गत पौधा लगाने का एक सकारात्मक माहौल बना हुआ है। जिसमें क्षेत्रीय जनता बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही है। सभी पार्षद द्वारा भी अपने-अपने क्षेत्रों में वृक्षारोपण अभियान चलाया जा रहा है।

नगर आयुक्त डॉ. नितिन गौड़ ने शहर भ्रमण के दौरान वार्ड संख्या 91, एम ब्लॉक कवि नगर में पौधारोपण का शुभारंभ किया। जिसमें क्षेत्रीय पार्षद शिवम शर्मा तथा रोटरी क्लब की सदस्य उपस्थित रहे बढ़-चढ़कर पौधारोपण अभियान में हिस्सा लिया। नगर आयुक्त द्वारा सभी को शहर में अधिक से अधिक पौधे लगाने के लिए मोटिवेट किया। उन्होंने कहा शहर को सुंदरता बढ़ाने के लिए नगर निगम द्वारा वृहद स्तर पर वृक्षारोपण अभियान चला रहा है।

पेड़-पौधे हमारे जीवन की रक्षा करते हैं। इसलिए हमें भी इनकी रक्षा करनी चाहिए। सभी को अधिक से अधिक पेड़-पौधे लगाने के लिए जागरूक होना बहुत जरूरी है। पर्यावरण का संरक्षण करने के लिए प्लास्टिक की थैली का प्रयोग बंद करके कपड़े के थैले का प्रयोग करें, कूड़ेदान का प्रयोग करें साफ-सफाई के प्रति जागरूक रहें और सभी को इन कार्यों को अपनाने में सहयोग करें।

उद्यान प्रभारी डॉ अनुज कुमार सिंह ने बताया महापौर एवं नगर आयुक्त के निर्देशानुसार नगर निगम को शासन द्वारा दिए गए लक्ष्य पूर्ति के लिए कार्यवाही चल रही है। नगर निगम को 111000 पौधे लगाने का लक्ष्य प्राप्त हुआ। जिसके सापेक्ष लक्ष्य की पूर्ति करते हुए उससे अत्यधिक पौधे शहर में जनप्रतिनिधियों के सहयोग से लगाए गए, जिसमें कई संस्थाओं का सहयोग निगम को प्राप्त हो रहा है। इस मौके पर अपर नगर आयुक्त अरूण कुमार यादव, चीफ इंजीनियर एनके चौधरी, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथिलेश कुमार, उद्यान प्रभारी डॉ. अनुज कुमार सिंह, जलकल विभाग के महाप्रबंधक आनंद त्रिपाठी, पार्षद संजय सिंह आदि ने मिलकर पौधे रोपित किए।

मियावाकी पद्धति से सुधरेगी शहर की हवा
शहर को सुंदर और प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए नगर निगम द्वारा मियावाकी पद्धति से पौधे लगाए जा रहे है। इसमें आधा से एक फीट की दूरी पर पौधे रोपे जाते हैं। जबकि आमतौर पर जंगलों में पौधे रोपते समय अधिक दूरी तय करते हैं। मियावाकी पद्धति का मतलब घना वन विकसित करना है। इसके तहत जलवायु अनुकूल पौधे सघन रूप से लगाए जाते हैं। इससे पौधे सिर्फ ऊपर से ही सूर्य की किरणें प्राप्त करते हैं। सघनता की वजह से ये पौधे सूरज की रोशनी को धरती पर नहीं आने देते। जिससे खरपतवार नहीं उग पाते हैं। पौधे ऊपर की ओर अधिक वृद्धि करते हैं। तीन वर्षों के बाद इन पौधों को देखभाल की आवश्यकता नहीं रहती। पौधों की वृद्धि 10 गुना व सघनता 30 गुना अधिक हो जाती है। जिसके क्रम में पौधारोपण अभियान जन सहयोग से वृहद स्तर पर शहर में जारी है। शहर को प्रदूषण मुक्त बनाने का प्रयास नगर निगम द्वारा किया जा रहा है।