इंदिरापुरम हैंडओवर को लेकर नगर निगम के दवाब में होने को लेकर पूछे गये सवाल के जवाब में म्युनिसिपल कमिश्नर विक्रमादित्य सिंह मलिक ने कहा कि दवाब की कोई बात ही नहीं है। अभी मैने हैंडओवर से संबंधित फाइल नहीं देखी है। पूर्व नगर आयुक्त महेंद्र सर, नितिन सर और डीएम सर से मेरी बात हुई है। नगर निगम और जीडीए दो अलग-अलग विभाग हैं। दोनों का नजरिया अलग हो सकता है। दोनों के हित भी अलग हो सकते हैं। लेकिन सभी सरकारी संस्थाएं सरकार के निर्देशानुसार जनहित में कार्य करते हैं। ऐसे में जो भी नियमानुसार जनहित में होगा वह करूंगा और म्युनिसिपल कमिश्नर के रूप में नगर निगम के हित को सर्वोपरि रखूंगा।
विजय मिश्रा (उदय भूमि ब्यूरो)
गाजियाबाद। युवा तेज तर्रार आईएएस विक्रमादित्य सिंह मलिक ने सोमवार शाम गाजियाबाद के म्युनिसिपल कमिश्नर का चार्ज संभाला। चार्ज संभालने के बाद नव नियुक्त म्युनिसिपल कमिश्नर ने नगर निगम अधिकारियों के साथ संक्षिप्त बैठक की। अधिकारियों से परिचय प्राप्त करने के बाद सभी को जी-20 की तैयारियों में जुटने और अधूरे पड़े कामों को शीघ्र पूरा करने का निर्देश दिया। सभी विभागों के विभागाध्यक्ष को अपने विभाग का डिटेल प्रेजेंटेशन तैयार करने को कहा जिस पर अगली मीटिंग में चर्चा होगी। नगर निगम मुख्यालय में पत्रकारों से वार्ता करते हुए म्युनिसिपल कमिश्नर ने हर मुद्दे पर अपनी स्पष्ट बात रखी। शहर में चर्चा का विषय बने इंदिरापुरम हैंडओवर मामले पर उन्होंने कहा कि मामला चीफ सेक्रेट्री सर के संज्ञान में है। यह बड़ा मामला है इसमें नगर विकास विभाग और आवास विकास विभाग द्वारा मिलकर कोई निर्णय लिया जाएगा। मैं इसमे नगर निगम का पक्ष रखूंगा। पत्रकारों द्वारा इंदिरापुरम हैंडओवर को लेकर नगर निगम के दबाव में होने को लेकर पूछे गये सवाल के जवाब में विक्रमादित्य सिंह मलिक ने कहा कि दबाव की कोई बात ही नहीं है। अभी मैंने हैंडओवर से संबंधित फाइल नहीं देखी है। पूर्व नगर आयुक्त महेंद्र सर, नितिन सर और डीएम सर से मेरी बात हुई है। नगर निगम और जीडीए दो अलग-अलग विभाग हैं। दोनों का नजरिया अलग हो सकता है। दोनों के हित भी अलग हो सकते हैं। लेकिन सभी सरकारी संस्थाएं सरकार के निर्देशानुसार जनहित में कार्य करते हैं। ऐसे में जो भी नियमानुसार जनहित में होगा वह करूंगा और म्युनिसिपल कमिश्नर के रूप में नगर निगम के हित को सर्वोपरि रखूंगा।
गाजियाबाद। युवा तेज तर्रार आईएएस विक्रमादित्य सिंह मलिक ने सोमवार शाम गाजियाबाद के म्युनिसिपल कमिश्नर का चार्ज संभाला। चार्ज संभालने के बाद नव नियुक्त म्युनिसिपल कमिश्नर ने नगर निगम अधिकारियों के साथ संक्षिप्त बैठक की। अधिकारियों से परिचय प्राप्त करने के बाद सभी को जी-20 की तैयारियों में जुटने और अधूरे पड़े कामों को शीघ्र पूरा करने का निर्देश दिया। सभी विभागों के विभागाध्यक्ष को अपने विभाग का डिटेल प्रेजेंटेशन तैयार करने को कहा जिस पर अगली मीटिंग में चर्चा होगी। नगर निगम मुख्यालय में पत्रकारों से वार्ता करते हुए म्युनिसिपल कमिश्नर ने हर मुद्दे पर अपनी स्पष्ट बात रखी। शहर में चर्चा का विषय बने इंदिरापुरम हैंडओवर मामले पर उन्होंने कहा कि मामला चीफ सेक्रेट्री सर के संज्ञान में है। यह बड़ा मामला है इसमें नगर विकास विभाग और आवास विकास विभाग द्वारा मिलकर कोई निर्णय लिया जाएगा। मैं इसमे नगर निगम का पक्ष रखूंगा। पत्रकारों द्वारा इंदिरापुरम हैंडओवर को लेकर नगर निगम के दबाव में होने को लेकर पूछे गये सवाल के जवाब में विक्रमादित्य सिंह मलिक ने कहा कि दबाव की कोई बात ही नहीं है। अभी मैंने हैंडओवर से संबंधित फाइल नहीं देखी है। पूर्व नगर आयुक्त महेंद्र सर, नितिन सर और डीएम सर से मेरी बात हुई है। नगर निगम और जीडीए दो अलग-अलग विभाग हैं। दोनों का नजरिया अलग हो सकता है। दोनों के हित भी अलग हो सकते हैं। लेकिन सभी सरकारी संस्थाएं सरकार के निर्देशानुसार जनहित में कार्य करते हैं। ऐसे में जो भी नियमानुसार जनहित में होगा वह करूंगा और म्युनिसिपल कमिश्नर के रूप में नगर निगम के हित को सर्वोपरि रखूंगा।
सोमवार शाम छह बजे नगर निगम मुख्यालय पहुंचे विक्रमादित्य सिंह मलिक ने गाजियाबाद नगर निगम के 21वें म्युनिसिपल कमिश्नर के रूप में चार्ज संभाला। उन्होंने निवर्तमान म्युनिसिपल कमिश्नर डॉ. नितिन गौड़ से चार्ज ग्रहण किया। नगर निगम मुख्यालय पहुंचने पर अपर नगर आयुक्त अरूण कुमार यादव ने नव- नियुक्त म्युनिसिपल कमिश्नर विक्रमादित्य सिंह मलिक का बुके देकर स्वागत किया। इस दौरान मुख्य कर निर्धारण अधिकारी डॉ. संजीव कुमार सिन्हा, एकाउंट ऑफिसर डॉ. गीता कुमारी, चीफ इंजीनियर एनके चौधरी, उद्यान प्रभारी डॉ. अनुज सिंह, जीएम जलकल आनंद त्रिपाठी, नगर स्वास्थ अधिकारी डॉ. मिथलेश सिंह, एमएनएलपी विवेक सिंह, सहायक नगर आयुक्त विवेक त्रिपाठी, एएओ जेपी सिंह, एग्ज्यूकेटिव इंजीनियर जैदी, देशराज सिंह, जोनल प्रभारी सुनील राय सहित नगर निगम के अन्य अधिकारी मौजूद रहे। पत्रकारों से बातचीत में नवनियुक्त म्युनिसिपल कमिश्नर ने अपनी पांच प्राथमिकताएं गिनाते हुए कहा कि सबसे पहली प्राथमिकता जी-20 समिट को लेकर कराए जा रहे सौंदर्यीकरण एवं अन्य कार्यों को जल्द पूरा कराया जाएगा। इसके अलावा शहर को सुंदर एवं स्वच्छ बनाने के लिए बेहतर तरीके से कार्य कराए जाएंगे। स्वच्छ सर्वेक्षण के तहत गाजियाबाद शहर का प्रदर्शन बेहतर हो और कूड़ा निस्तारण की समस्या का कोई स्थायी समाधान हो इस पर फोकस किया जाएगा। वैज्ञानिक तरीके से कूड़ा निस्तारण की पद्धति को अपनाया जाएगा। कूड़ा निस्तारण के अलावा म्युनिसिपल सर्विसेज से जुड़ी 32 प्रकार की सेवाएं हैं जो नगर निगम द्वारा शहरवासियों को उपलब्ध कराई जाती है। इन सभी को बेहतर बनाते हुए सुविधाओं को सर्व सुलभ बनाया जाएगा।
नगर निगम की अर्थव्यस्था को मजबूत स्वाबलंबी बनाने के लिए आमदनी के स्त्रोत को बढ़ाया जाएगा। नगर निगम की टैक्स वसूली कैसे बढ़े और आमदनी के और क्या जरिये हो सकते हैं उस पर मंथन किया जाएगा। अवस्थापना निधि से नगर निगम को बकाया रकम मिले इसको लेकर प्रयास किया जाएगा। म्युनिसिपल कमिश्नर ने कहा कि नगर निगम के कामकाज प्लानिंग के साथ हो इस पर फोकस किया जाएगा। यदि प्लानिंग बेहतर हो तो बेहतर परिणाम मिलते हैं। नगर निगम द्वारा इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के साथ विकास कार्यों में तेजी लाई जाएगी। विक्रमादित्य मलिक ने कहा कि सीडीओ के रूप में गाजियाबाद में काम करने का उन्हें लाभ मिलेगा। उन्होंने ट्रेनिंग के दौरान वाराणसी म्युनिसिपल कारपोरेशन में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के सीईओ के रूप में काम किया हुआ है। इसका भी लाभ उन्हें गाजियाबाद नगर निगम के कामकाज में मिलेगा। ज्ञात हो कि नवनियुक्त म्युनिसिपल कमिश्नर विक्रमादित्य सिंह मलिक अप्रैल 2022 से गाजियाबाद के सीडीओ के पद पर तैनात हैं। वर्ष 2018 बैच के आईएएस विक्रमादित्य सिंह मलिक ने कहा कि शहर में विकास कार्यों को लेकर मेयर सुनीता दयाल और सभी पार्षदों के विचारों को तरजीह दी जाएगी। जल्द ही मेयर के साथ बैठक कर नगर निगम के कामकाज को लेकर आगे की प्लानिंग की जाएगी।