नगर निगम के वाटर प्लस सिटी की ओर बढ़ते कदम

-ओडीएफ प्लस प्लस से वाटर प्लस सिटी बनेगा गाजियाबाद: नगर आयुक्त

गाजियाबाद। शहर को स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत वाटर प्लस सिटी बनाने का कार्य शुरु हो गया है। जिसके लिए जलकल विभाग एवं उद्यान विभाग को विशेष कार्य करने के लिए निर्देश दिए गए हैं। उसी क्रम में धरातल पर कार्यवाही भी नजर आ रही है। शहर के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट पर रीसायकल होने वाले जल का इस्तेमाल ग्रीन बेल्ट, सेंट्रल वर्ज अन्य सार्वजनिक स्थानों पर लगे हुए पौधों की सिंचाई में किया जा रहा है। वॉटर स्प्रिंकलर में भी सड़कों के छिड़काव के लिए इसी जल का इस्तेमाल किया जा रहा है। जिससे न केवल ट्रीटमेंट हुए पानी का सदुपयोग हो रहा है। बल्कि शहर हित में एक बेहतर कार्य करते हुए एसबीएम के क्रम में गाजियाबाद की रैंक को बढ़ाने के कार्य पर भी तैयारी चल रही है।

महाप्रबंधक जल कामाख्या प्रसाद आनंद ने बताया नगर आयुक्त के निर्देश के क्रम में प्रतिदिन सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट पर पुन्हा उपचारित जल को शहर हित में उपयोग में लाया जा रहा है। जिस पेड़ पौधों में पानी का छिड़काव किया जाता है। इसी पुन: उपचारित जल से वायु गुणवत्ता सुधार के लिए किया जा रहे कार्यों में भी इस्तेमाल किया जाता है। पानी का छिड़काव कराया जाता है, इस प्रकार शहर को वाटर प्लस सिटी बनाने के लिए कार्य जोरों से चल रहा है। जिसके लिए समय-समय पर विभागीय बैठक भी चल रही है। उद्यान विभाग के साथ समन्वय कार्यवाही तेज की जा रही है। नगर निगम जहां शहर की रोजमर्रा की समस्याओं के समाधान में जुटा हुआ है।

वहीं दूसरी ओर शहर को एक अच्छे मुकाम पर बनाने के लिए भी कड़ी मेहनत कर रहा है। स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत गाजियाबाद उत्तर प्रदेश में प्रथम स्थान पर बना हुआ है। इसी क्रम को बनाए रखने के लिए ओडीएफ प्लस प्लस से वाटर प्लस सिटी बनाने के लिए भी एसबीएम टीम कार्य कर रही है। नगर आयुक्त द्वारा विशेष मॉनिटरिंग के लिए नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर मिथिलेश कुमार, उद्यान प्रभारी डॉक्टर अनुज कुमार सिंह एवं महाप्रबंधक जल को विशेष निर्देश दिए हैं।