यमुना सिटी में रहने वालों सांसें दुरुस्त रहेंगी CEO डॉ. अरुणवीर सिंह ने धनौरी वेटलैंड का सुपर बफर एरिया तय किया

सुपर बफर एरिया में यमुना प्राधिकरण नहीं प्रस्तावित करेगा कोई योजना, क्षेत्र में बढ़ेगी हरियाली

विजय मिश्रा (उदय भूमि ब्यूरो)
ग्रेटर नोएडा। यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में रहने वाले लोगों के लिए सभी जरूरतों को पूरा करने के प्रयास अभी से शूरू किए गए हैं। जब वहां रहने के लिए लोग पहुंचे तो सारी जरूरी सुविधाएं मिल सकें। प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने हरियाली पर फोकस बढ़ाया है। यही कारण है कि धनौरी वेटलैंड के चारों ओर बफर एरिया के बाद सुपर बफर एरिया का प्रावधान कर दिया है। यह वहां रहने वाले लोगों को जीवनदीयिनी साबित होगा।

यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में धनौरी गांव के निकट 40 एकड़ में वेटलैंड है। इसको संरक्षित करने के प्रयास चल रहे हैं। इसे रामसर साइट अधिसूचित कराने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया था, लेकिन यह योजना सिरे नहीं चढ़ पाई। वेटलैंड में किसी तरह का निर्माण या अन्य कार्य प्रतिबंधित रहते हैं। ताकि वह अपने मूल स्वरूप में रहे। मूल स्वरूप को बनाए रखने के लिए इसका एरिया बढ़ाया जा रहा है। इस 40 एकड़ के चारों ओर काफी एरिया छोड़ा गया है ताकि यह वेटलैंड पूरी तरह से सुरक्षित रहे। इसे बफर एरिया के नाम से जाना जाता है। बफर एरिया मिलाकर धनौरी वेटलैंड का क्षेत्रफल करीब 112 हेक्टेयर है।

प्राधिकरण नहीं बनाएगा कोई योजना
यमुना प्राधिकरण अपने क्षेत्र में हरियाली बढ़ाने में जुटा है। इसी के तहत प्राधिकरण ने बफर एरिया के बाद सुपर बफर एरिया का भी प्रावधान कर दिया है। प्राधिकरण ने वेटलैंड के लिए 110 हेक्टेयर क्षेत्र को सुपर बफर जोन बनाने का फैसला किया है। वेटलैंड के चारों ओर यह क्षेत्र हमेशा हराभरा रहेगा। इसमें यमुना प्राधिकरण किसी तरह का निर्माण कार्य और योजना प्रस्तावित नहीं करेगा।

यीडा के सेक्टर भी होंगे लाभान्वित
वेटलैंड के बाद बफर और सुपर बफर एरिया का फायदा यमुना प्राधिकरण के सेक्टरों को भी मिलेगा। इस क्षेत्र में हमेशा हरियाली रहेगी। इसका फायदा यहां रहने वाले लोगों को मिलेगा। इसी को ध्यान में रखकर प्राधिकरण ने यह फैसला लिया है। आरक्षित क्षेत्र बढ़ने से सारस व सर्दियों में आने वाले प्रवासी पक्षियों को अनुकूल माहौल मिल सकेगा।

प्राथमिकता के आधार पर हो काम
पर्यावरणविद आनंद आर्य ने कहा कि धनौरी वेटलैंड को संरक्षित करने की जरूरत है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर के लिए पर्यावरणीय अनापत्ति के लिए भारतीय वन्य जीव संस्थान से तैयार कराई गई रिपोर्ट में भी इसके संरक्षण का जिक्र किया गया है। अभी तक इस पर कार्य शुरू नहीं किया गया है। यह बहुत जरूरी है। इस काम को प्राथमिकता के आधार पर किया जाना चाहिए।

डॉ. अरुणवीर सिंह, सीईओ नियाल

यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में हरियाली पर फोकस किया जा रहा है। क्षेत्र में हरियाली बनी रहे, इसके लिए धनौरी वेटलैंड के चारों ओर सुपर बफर जोन के लिए जमीन आरक्षित की गई है। वेटलैंड का संरक्षण वन विभाग करेगा।
डा. अरुणवीर सिंह, सीईओ यमुना प्राधिकरण