नेहरू वर्ल्ड स्कूल में वार्षिकोत्सव का विशेष आकर्षण रहा बुकासुरा नाटक

मनुष्य के भौतिक और आध्यात्मिक उत्थान के लिए शिक्षा अति आवश्यक

गाजियाबाद। नेहरू वर्ल्ड स्कूल में शनिवार को सीबीएससी की प्राथमिक कक्षाओं का वार्षिकोत्सव संपन्न हुआ। नाटक का शीर्षक था बुकासुरा और बाला- पुस्तक खानेवाला असुर। इस नाटक में कक्षा चार और कक्षा छह के छात्रों ने उत्साह के साथ भाग लिया। विद्यालय के एक्यूटिव हेड टीचर सुजैन होम्स ने समस्त अभिभावकों तथा गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत प्रेरणात्मक शब्दों के साथ किया। कार्यक्रम की विशेष अतिथि डॉ आकांक्षा चौहान एवं डॉ विधि सरीन थी।
कार्यक्रम का प्रारंभ नन्हें-नन्हें छात्रों ने विद्यालय की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत कर किया। नवीनता से भरी इस नाटक की कहानी कार्यक्रम का विशेष आकर्षण थी। इस नाटक को अंग्रेजी में प्रस्तुत किया गया।

इस नाटक की कहानी एक पाठक के सारे पहलुओं पर प्रकाश डालती है। छात्रों के अभिनय ने सभी का दिल जीत लिया। अपने मोहक अभिनय के द्वारा छात्रों ने यह संदेश देने का प्रयास किया गया कि बच्चों के लिए पुस्तक पढऩा अति आवश्यक है तथा पुस्तकों का हमारे जीवन में कितना महत्व है उनके बिना हमारा ज्ञान अधूरा है। किताबें हमारे जीवन की सबसे अच्छी साथी होती हैं। जब भी हमें उनकी आवश्यकता होती है वे हमारे लिए उपलब्ध होती हैं। किताबें हमारी आसपास की दुनिया को समझने, सही और गलत के बीच निर्णय लेने में हमारी मदद करती हैं।

वे हमारे आदर्श, मार्गदर्शक या सर्वकालिक शिक्षक के रूप में भी हमारे जीवन में शामिल होती हैं। किताबें पढऩे से हमारे व्यक्तित्व में गुणात्मक परिवर्तन आता है। आमंत्रित अभिभावकों व अतिथिगणों ने छात्रों की इस प्रस्तुति का भरपूर आनन्द उठाया व उनके अभिनय और नृत्य की भूरि-भूरि प्रशंसा की। समारोह के अंत में डॉ  अरुणाभ सिंह ने छात्रों के अभिनय की प्रशंसा की तथा उपस्थित लोगों का धन्यवाद ज्ञापित किया।