अवैध शराब का कारोबार खुद बंद कर लें, नहीं तो जेल जाने के लिए रहें तैयार: संजय कुमार प्रथम

-जिला आबकारी अधिकारी ने चार्ज संभालते ही दुकानों का किया औचक निरीक्षण

उदय भूमि ब्यूरो।
गाजियाबाद। अवैध शराब का कारोबार करने वाले अपना अवैध कारोबार तुरंत बंद कर लें, नहीं तो नतीजे भुगतने के लिए तैयार रहें। शहर हो या देहात क्षेत्र अवैध शराब का कारोबार बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं होगा। आबकारी निरीक्षक लगातार छापेमारी करें और शराब बेचने वालों पर सख्त कार्रवाई करें। जिस क्षेत्र में अवैध शराब बनती और बिक्री होती पाई गई, तो संबंधित आबकारी निरीक्षक को जिम्मेदार मानते हुए सख्त कार्रवाई की जाएगी। शासन द्वारा चलाए जा रहे विशेष प्रवर्तन अभियान के तहत सभी आबकारी निरीक्षक सख्ती से कार्रवाई करें। ओवर रेटिंग की शिकायतों के निस्तारण के लिए विक्रेता के खिलाफ अभियान चलाया जाए। कार्य में लापरवाही बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उक्त बातें बुधवार को नवनियुक्त जिला आबकारी अधिकारी संजय कुमार प्रथम ने कहीं। उन्होंने कहा अवैध शराब का कारोबार पूरी तरह से खत्म करने के साथ-साथ राजस्व वसूली में वृद्धि करना ही प्रथम प्राथमिकता रहेगी। प्रतापगढ़ से स्थानांतरित होकर आए संजय कुमार प्रथम ने मंगलवार को गाजियाबाद जिला आबकारी अधिकारी के पद पर कार्यभार ग्रहण किया।प्रांतीय एक्साईज सेवा के वर्ष-2000 बैच के अधिकारी है। मूल रूप से जनपद वैशाली बिहार के रहने वाले संजय कुमार प्रथम यहां से पहले जिला आबकारी अधिकारी प्रतापगढ़, बनारस में दो अवधि एवं बस्ती, आजमगढ़, बलिया आदि जिलों में संयुक्त आबकारी आयुक्त के पद पर रहकर उत्कृष्ट कार्य किया। चार्ज संभालने के बाद जिला आबकारी अधिकारी संजय कुमार प्रथम ने अपने तेवर दिखा दिए।

चार्ज लेने के कुछ देर बाद ही आबकारी निरीक्षक अखिलेश बिहारी वर्मा, राकेश त्रिपाठी, हिम्मत सिंह, त्रिवेणी प्रसाद मौर्य, मनोज शर्मा, अनुज वर्मा एवं अभय दीप सिंह के साथ उनके क्षेत्रों में संचालित शराब की दुकानों का औचक निरीक्षण किया। पहले ही दिन आबकारी अधिकारी के निरीक्षण को देख शराब विक्रेता एकाएक सकपका गए। हालांकि निरीक्षण के दौरान किसी भी दुकान में किसी प्रकार की अनियमितता नहीं पाई गई। शराब विक्रेताओं को दुकानों में साफ-सफाई का विशेष ध्यान और सीसीटीवी चालू रखने के सख्त निर्देश दिए। उन्होंने कहा शराब पर ओवर रेटिंग बिल्कुल भी नहीं होनी चाहिए, अगर किसी भी विक्रेता की शिकायत मिलती है तो संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी और उक्त दुकान पर दोबारा ओवर रेटिंग की शिकायत मिलती है तो अनुज्ञापी के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज कराते हुए लाइसेंस निरस्त भी किया जाएगा। नियमानुसार दुकानों का संचालन करें, अगर कोई समस्या है तो इसकी शिकायत कार्यालय में आकर कर सकते है। बुधवार को अपने कार्यालय में आबकारी निरीक्षकों के साथ बैठक कर सख्त निर्देश दिए कि सभी आबकारी निरीक्षक अपने-अपने क्षेत्र में लगातार दबिश देते हुए वाहनों की भी चेकिंग करते रहे। बाहरी राज्यों से शराब तस्करी रोकने के लिए धरातल पर उतर कर कार्रवाई करें। जिससे बाहरी राज्यों की शराब तस्करी को पूरा तरह से रोका जा सकें।

गाजियाबाद दिल्ली से सटा हुआ है, जिस कारण बाहरी राज्यों से शराब तस्करी की ज्यादा संभावना रहती है। जिसके लिए टीम को समन्वय बनाकर लोगों को साथ जोड़ने के लिए ज्यादा से ज्यादा जागरूकता अभियान चलाया जाए।
शराब की दुकानों पर मौजूद शराब स्टाक के बार कोड व क्यूआर कोड की सूक्ष्मता एवं सतर्कता पूर्वक नियमित जांच भी की जाए। जिससे नकली शराब बिक्री भी रोक लगाई जा सके। साथ ही दुकानों पर मौजूद स्टॉक रजिस्टर की प्रतिदिन जांच की जाए। जिला आबकारी अधिकारी ने कहा शराब के उठान एवं गंतव्य तक पहुंचने के अनुश्रवण की पूरी जिम्मेदारी विभाग की होती है, इसलिए वे शराब के उठान आदि पर अपनी नजर रखें। साथ ही शराब की दुकान पर लगे सीसीटीवी कैमरा की नियमित रुप से जांच करें। जिला आबकारी अधिकारी का कहना है कि अवैध शराब के कारोबार को जड़ से खत्म करने के साथ-साथ राजस्व बढ़ाने के लिए प्रयास तेज किए जाएगे।

आगामी दिनों में होली का त्योहार और चुनाव भी होने वाले है। त्योहार और चुनाव को सकुशल संपन्न कराने के लिए टीम को अभी से सतर्क रहने के निर्देश दे दिए गए है। हिंडन खादर में होने वाले अवैध शराब के निर्माण को पूरी तरह से खत्म करने के लिए भी निगरानी बढ़ा दी गई है और आबकारी निरीक्षकों को भी लगातार कार्यवाही करते हुए मुखबिर तंत्र को सक्रिय रहने के निर्देश दिए गए। अवैध शराब के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को जोड़ने पर मुहिम चलाई जाएगी। अवैध शराब का कारोबार लोगों की जागरूकता से ही खत्म हो सकता है। क्षेत्र में होने वाली शराब तस्करी रोकने के लिए हर क्षेत्र में जाकर लोगों को जोड़ा जाएगा और उनसे भी आबकारी विभाग की कार्यवाही में सहयोग की अपील की जाएगी। इसके अतिरिक्त शराब तस्करों को मनमानी नहीं करने दी जाएगी। सभी आबकारी निरीक्षकों को टीम वर्क के साथ काम करने के निर्देश दिए गए है।