विकास की रफ्तार बढ़ाने के लिए यमुना प्राधिकरण में जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया हुई तेज

– 31 मार्च तक प्राधिकरण 4800 एकड़ जमीन खरीदेगा, खर्च होंगे 6 हजार करोड़

उदय भूमि ब्यूरो
ग्रेटर नोएडा। यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में विकास की रफ्तार तेज करने और योजनाओं को जल्द से जल्द धरातल पर उतारने की कवायद चल रही है। विकास कार्यों को पूरा करने में कहीं जमीन की कमी न आये। ऐसे में भविष्य की जरूरत को देखते हुए जमीन खरीदने की प्रक्रिया भी तेज कर दी गई है। मार्च 2024 तक यमुना प्राधिकरण 4800 एकड़ से अधिक जमीन खरीदेगा। इसकी खरीद में छह हजार करोड़ रुपये से अधिक खर्च होंगे। यह जमीन गौतम बुद्ध नगर और अलीगढ़ के गांवों की है। इसकी तैयारी पूरी हो गई है।

यमुना प्राधिकरण जमीन की जरूरत को पूरा करने के लिए काम शुरू कर दिया है। प्राधिकरण अधिग्रहण के साथ किसानों से सीधे जमीन खरीदने की तैयारी में है। इसके लिए भूमि विभाग काम कर रहा है। प्राधिकरण ने यमुना एक्सप्रेस वे के किनारे टप्पल में लॉजिस्टिक एवं वेयर हाउसिंग हब विकसित करेगा। इसके लिए टेंडर प्रक्रिया भी चल रही है। इसके साथ ही अलीगढ़ जिला प्रशासन जमीन अधिग्रहण का प्रस्ताव भी भेजा है। यहां दो चरणों में 2100 एकड़ से अधिक जमीन खरीदी जाएगी। यमुना प्राधिकरण सेक्टर-10 में इलेक्ट्रानिक्स एंड मैन्युफैक्चरिंग हब समेत पांच पार्क विकसित करेगा। इस सेक्टर में प्राधिकरण अधिग्रहण के जरिये जमीन लेगा।

अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है। इस सेक्टर में करीब 750 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया जाना है। सेक्टर-21 और 28 में 1200 एकड़ से अधिक जमीन खरीदी जानी है। यहां पर किसानों से सीधे जमीन खरीदी जा रही है। सेक्टर-21 में फिल्म सिटी और सेक्टर-28 में मेडिकल डिवाइस पार्क, डाटा पार्क समेत कई बड़ी परियोजनाएं हैं। यमुना प्राधिकरण ने 30 मीटर चौड़ी रोड के लिए जमीन खरीदेगा। इसमें रोही, पारोही, दस्तमपुर और रन्हेरा की जमीन है। यहां करीब 20 एकड़ जमीन खरीदी जानी है। इसके अलावा प्राधिकरण ने कुरैब, करौली बांगर, वीरमपुर, तिरथली और चकवीरमपुर में जमीन खरीदेगा। इस जमीन के लिए योजनाएं प्रस्तावित हैं।