मार्डन कॉलेज में दो दिवसीय वार्षिकोत्सव नव उत्कर्ष का आयोजन

-बीएड की छात्राओं ने गणेश वंदना पर आकर्षक कथक नृत्य की दी प्रस्तुति
-हरेक बच्चे में अनोखी प्रतिभा बस उसे निखारने की है जरूरत: विनीत गोयल

गाजियाबाद। मोहन नगर स्थित मॉडर्न कॉलेज में छात्रों के सर्वांगीण विकास व प्रतिभाओं को निखारने के लिए दो दिवसीय वार्षिकोत्सव नव उत्कर्ष का आयोजन किया गया। शनिवार को वार्षिकोत्सव के प्रथम दिन उद्घाटन सत्र का आयोजन किया गया, जिसमें महाविद्यालय के सचिव विनीत गोयल, प्राचार्या प्रोफेसर निशा सिंह, मुख्य अतिथि प्रोफेसर उदय प्रताप सिंह (प्राचार्य, एलआर कॉलेज) एवं विशिष्ट अतिथि पूनम शर्मा व सरगम चौहान (ललित कला विशेषज्ञ, माता भगवती चड्ढा निकेतन, ग्रेटर नोएडा) उपस्थिति रहीं। सर्वप्रथम मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलन के उपरांत सचिव व प्राचार्या ने संयुक्त रुप से मुख्य अतिथि व विशिष्ट अतिथि को शॉल व स्मृति चिन्ह प्रदान करके स्वागत किया। तत्पश्चात प्राचार्या ने स्वागत भाषण द्वारा अतिथियों का परिचय प्रस्तुत करते हुए उन्हें वार्षिकोत्सव के आगामी कार्यक्रमों व प्रतियोगिताओं से अवगत कराया।

मुख्य अतिथि ने छात्रों को प्रतियोगिताओं के लिए हार्दिक शुभकामनाएं दी व सभी छात्र-छात्राओं को अपने जीवन के लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रोत्साहित किया। बीएड की छात्रा द्वारा गणेश वंदना पर आकर्षक कथक नृत्य की प्रस्तुति की। सचिव ने छात्रों को संबोधित करते हुए प्रेरणा व प्रोत्साहन प्रदान किया व सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा बच्चों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं होती। आवश्यकता इस बात की है कि उनके अंदर की छिपी प्रतिभा व कौशल के विकास की कोशिश की जाए। हरेक बच्चे में अनोखी प्रतिभा है, बस उसे निखारने की जरूरत है। सभी बच्चों को अपने जीवन में एक लक्ष्य रखना चाहिए और उसके लिए प्रत्येक दिन उस लक्ष्य के पीछे कड़ी मेहनत करनी चाहिए।

प्रोफेसर उदय प्रताप सिंह ने कहा अच्छे संस्कारों और अच्छे चरित्र वाले लोग नैतिक और आध्यात्मिक रूप से मजबूत होते हैं। वे दूसरों के प्रति सम्मान और करुणा रखते हैं। वे अपने कर्तव्यों का पालन करते हैं और अपनी जिम्मेदारियों को समझते हैं। वे दूसरों की मदद करने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। अच्छे संस्कारों और अच्छे चरित्र वाले लोग ही एक बेहतर समाज का निर्माण करते हैं। वे भविष्य के लिए एक मजबूत आधार तैयार करते हैं। आज के बच्चे ही देश का भविष्य है। उद्घाटन सत्र के अंत में विधि विभाग के विभागाध्यक्ष व वार्षिकोत्सव के समन्वयक अंकुर गुप्ता ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

इस सत्र के पश्चात सभी प्रतिभागियों ने वार्षिकोत्सव के प्रथम दिवस में होने वाली विभिन्न प्रतियोगिताओं जैसे चेस, कैरम, रंगोली, टग आफ वार, मेहंदी, फेस पेंटिंग, एकल नृत्य, सामूहिक नृत्य, एकल संगीत व सामूहिक संगीत आदि में प्रतिभाग लिया। इन सभी प्रतियोगिताओं का मूल्यांकन निष्पक्ष रूप से निर्णायक मंडल द्वारा किया गया। अंत में मुख्य अतिथि द्वारा प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त विजेताओं को नकद पुरस्कार, प्रमाण पत्र व ट्राफी प्रदान की गई।