बाहुबली विधायक पर यूपी-पंजाब सरकार आमने-सामने

मुख्तार अंसारी को उत्तर प्रदेश लाने की कोशिशें नाकाम

चंडीगढ़। विधायक एवं माफिया डॉन मुख्तार अंसारी को पंजाब से उत्तर प्रदेश लाने की कोशिशें सफल नहीं हो पाई हैं। पंजाब पुलिस ने पुन: रोड़ा अटका दिया है। पंजाब सरकार ने जेल अधीक्षक की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में शपथ पत्र दायर कर अंसारी के खराब स्वास्थ का हवाला देकर उप्र पुलिस को सौंपने में असमर्थता जताई है। उत्तर प्रदेश में मुख्तार अंसारी पर 14 आपराधिक मामले दर्ज हैं। पिछले 2 साल से यह माफिया डॉन पंजाब की रोपड़ जेल में बंद है। अंसारी को लाने के लिए यूपी पुलिस निरंतर प्रयास कर रही है, मगर पंजाब सरकार इसमें रोड़े अटका रही है। उप्र सरकार पंजाब से मुख्तार अंसारी को लाने हेतु सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर रखी है। इस पर पंजाब सरकार ने जेल अधीक्षक की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में शपथ पत्र दायर किया है। शपथ पत्र में कहा गया है कि विधायक अंसारी उच्च रक्तचाप, मधुमेह, अवसाद, पीठ दर्द और त्वचा की एलर्जी से ग्रस्ति है। अलबत्ता अंसारी को उप्र पुलिस को सौंपना संभव नहीं है। उप्र पुलिस की याचिका को खारिज करने की मांग भी की गई है। पंजाब सरकार का तर्क है कि वह अंसारी का इलाज कर रहे डॉक्टरों की राय पर काम कर रही है। मुख्तार अंसारी को उत्तर प्रदेश से दूर रखने की पहले से कोई मंशा नहीं थी। शपथ पत्र में कहा गया है कि उप्र सरकार की याचिका विचार के योग्य नहीं है। पंजाब सरकार द्वारा दायर इस शपथ पत्र पर सुप्रीम कोर्ट में अब 8 फरवरी को सुनवाई होगी। बता दें कि पंजाब सरकार पहले भी अंसारी को यूपी पुलिस को सौंपने में आना-कानी करती रही है। उत्तर प्रदेश में विधायक अंसारी पर 14 आपराधिक मामले चल रहे हैं। भाजपा विधायक कृष्णानंद राय की हत्या में भी मुख्तार अंसारी नामजद है। यूपी में किसी समय अंसारी की तूती बोला करती थी। आरोप है कि गैंग बनाकर वह संगीन वारदातों को अंजाम देता रहा है।