बिना भय करें मतदान ताकि लोकतंत्र बने मजबूत: तनूजा

गाजियाबाद। देश में रहने वाले प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है कि वह बिना भय, बिना लोभ तथा बिना लालच के विवेक पूर्ण तरीके से मतदान कर लोकतंत्र को मजबूती प्रदान करें। युवा लोकतंत्र की धुरी है। सकारात्मक सोच के साथ मतदान करें। पर्वो की भांति ही इस लोकतंत्र पर्व में आम व्यक्ति नई उमंग और खुशी महसूस करता है और अपनी पसंद के उम्मीदवार को जीत दिलाने में अपना बहुल्य एक वोट प्रदान करता है। हमारे एक वोट से लोकतंत्र को मजबूती मिलती है। उक्त बातें श्री राम वेद सेवा संस्थान (एसआरवीएसएस) की पदाधिकारी तनूजा ने आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर चलाए जा रहे मतदाता जागरूकता अभियान के तहत लोगों को जागरूक करते हुए कहीं। उन्होंने भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है। देश में मत देने का अधिकार प्रत्येक मतदाता को है व प्रत्येक मतदाता को मतदान अवश्य करना चाहिए।

चुनाव में मतदाता प्रलोभन से दूर रहकर सोच-समझकर मतदान अनिवार्य रूप से करेंं। लोकतंत्र में एक-एक वोट की ताकत है। इसलिए आगामी 26 अप्रैल को घर से निकल कर पहले मतदान फिर दूसरा काम करें। मतदान सबसे सशक्त अधिकार है। मतदान का प्रयोग करके ही सशक्त राष्ट्र की नींव रखी जा सकती है। हालांकि लोकतंत्र में चुनाव आयोग ने लोगों की नापसंद के लिए नोटा विकल्प दिया है। लेकिन नोटा विकल्प किसी समस्या का समाधान नहीं, बल्कि सामने वाले पक्ष के लिए मजबूती प्रदान करता है। लोगों को मतदान के प्रति जागरूक करते हुए तनूजा ने कहा लोकतंत्र तभी मजबूत हो सकता है जब इसमें सभी की भागीदारी हो। मतदाता ही लोकतंत्र के स्तंभ व पहरुए होते हैं। मतदान में उनकी भागीदारी लोकतंत्र को मजबूत बनाता है।

इसलिए जरूरी है कि शत-प्रतिशत मतदान के लिए आम मतदाताओं को जागरूक करने की जरूरत है।  मतदान से हम सिर्फ सरकार को ही नहीं चुनते, बल्कि अपनी दिशा व दशा तय करते हैं। वोट से आने वाले परिणाम को हम जनादेश यानी जन का आदेश कहते हैं। जो यह तय करता है कि उनका प्रतिनिधित्व कौन करेगा। इसलिए हर नागरिक का कर्तव्य बढ़ जाता है कि वह मतदान कर अपना प्रतिनिधि चुने। मतदान न कर हम औरों द्वारा चुने गए प्रतिनिधि को अपना प्रतिनिधित्व करने की जिम्मेदारी दे देते हैं। इसलिए यह हम सब की जिम्मेदारी बनती है कि वोट देकर लोकतंत्र की प्रक्रिया का हिस्सा बनें