गार्बेज फैक्ट्री में आधुनिक मशीनों से होगा कचरे का निस्तारण: विक्रमादित्य सिंह मलिक

-नगर आयुक्त की स्मार्ट प्लानिंग से गार्बेज फैक्ट्री का बदला स्वरूप
-स्वास्थ्य ने की स्मार्ट एमआरएफ की स्थापना, लिया जाएजा

गाजियाबाद। नगर निगम की सिहानी स्थित गार्बेज फैक्ट्री में कूड़े-कचरे का निस्तारण अब आधुनिक मशीनों से हो सकेगा। नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक की प्लानिंग से गार्बेज फैक्ट्री का स्वरूप बदला गया है।गुरूवार को नगर आयुक्त ने नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथिलेश कुमार सिंह आदि के साथ गार्बेज फैक्ट्री का औचक निरीक्षण करने के लिए पहुंचे। उन्होंने कहा कि स्मार्ट वर्किंग पर जोर दिया जा रहा है। नगर निगम के सभी विभागों द्वारा तकनीकी माध्यम से स्मार्ट वर्किंग करते हुए कार्य किये जा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा भी गार्बेज फैक्ट्री को रिस्ट्रक्चर किया गया है।इसमें आधुनिक तकनीकी की मशीनों को लगाया गया है। इसके साथ एमआरएफ  की स्थापना की गई है। नगर आयुक्त ने इसका मौके पर जाकर निरीक्षण किया।

नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथिलेश कुमार सिंह ने बताया कि नरगर आयुक्त के निर्देशन में ट्रिपल पी मॉडल पर स्मार्ट एमआरएफ रेत मंडी गार्बेज फैक्ट्री सिहानी में स्थापित किया गया है। इस प्लांट मे नगर निगम द्वारा कोई खर्च नहीं किया गया हैं। इंडियन पॉल्यूशन कंट्रोल एसोसिएशन(आईपीसीए)और एसबीआई कार्ड के सीएसआर फंड से यह कार्य किया गया।नगर निगम के सिटी जोन क्षेत्र के कूड़े-कचरे का आधुनिक तकनीक युक्त मशीनों से निस्तारण किया जाएगा। सूखे कूड़े को रिसाइकिल किया जाएगा। जबकि गीले कूड़े से खाद बनेगी।नगर आयुक्त ने निरीक्षण के दौरान मशीनों को चालू कर डेमो भी लिया। सूखे कचरे का एमआरएफ  के माध्यम से रिसाइकिल के लिए प्रोसेस किया जाएगा। प्लांट पर चार कन्वेयर मशीन भी लगाई गई है। गीले कचरे से खाद बनाने के लिए ऑर्गेनिक वेस्ट कंपोस्टर मशीन भी लगाई गई है। सूखा कूड़े का प्लांट में -200 मीट्रिक टन कचरा रोजाना प्रोसेस किया जाएगा।जबकि गीला कचरा 40 से 50 मीट्रिक टन प्रोसेस किया जाएगा।

जनवरी से पहले अगले सप्ताह में स्मार्ट एमआरएफ  प्लांट का उद्घाटन करने की तैयारी है। इसके बाद सिटी जोन क्षेत्र के चिन्हित 10 से 15 वार्डों का कूड़ा-कचरा पहले चरण में निस्तारण करने की कार्रवाई की जाएगी। शहरवासियों से अपील है की है कि वह अपने कचरे को सूखा व गीला कूड़ा कचरा अलग-अलग करके ही नगर निगम की गाडिय़ों में डाले। कूड़े का शत-प्रतिशत निस्तारण करने के लिए कचरे को अलग-अलग करना बहुत जरूरी है। कचरा पृथ्कीकरण के माध्यम से बेहतर कार्य शहर हित में होगा।इसी प्रकार अन्य जोन में भी स्मार्ट एमआरएफ  लगाने की प्लानिंग निगम द्वारा की जा रही हैं। शहर की साफ-सफाई कराना हमारी पहली प्राथमिकता है। इसी उद्देश्य से कचरे के निस्तारण के लिए आधुनिक मशीन से कचरे का निस्तारण किया जाएगा। इससे लोगों को दुर्गध व बीमारियों से छुटकारा मिलेगा और पर्यावरण भी संरक्षित हो सकेगा।
विक्रमादित्य सिंह मलिक
नगर आयुक्त गाजियाबाद।