शिकायत का फर्जी निस्तारण होने पर नपेंगे जिम्मेदार: इन्द्र विक्रम सिंह

-डीएम की कार्यशैली को देख शिकायतकर्ता हुए मुरीद

गाजियाबाद। जन सामान्य की शिकायतों का निराकरण सरकार की शीर्ष प्राथमिकताओं में एक है। इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता एवं लापरवाही न बरती जाए। जिला स्तरीय अधिकारी शिकायती पोर्टल आईजीआरएस, मुख्यमंत्री हेल्पलाइन, ऑनलाइन प्राप्त सन्दर्भ का निस्तारण में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखें। जिससे शिकायतकर्ता को चक्कर न लगाना पड़े। जिन शिकायतों का निस्तारण अधीनस्थ कर्मचारियों एवं अधिकारियों द्वारा किया जाए, उसके निस्तारण से पूर्व एक बार कार्यालयाध्यक्ष निस्तारण की गुणवत्ता जरूर चेक कर लें। उक्त बातें बुधवार को जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह ने अपने कार्यालय में जन समस्याए सुनते हुए कहीं। उन्होंने कहा अगर शिकायतों के निस्तारण में किसी भी प्रकार की लापरवाही सामने आई तो संबंधित अधिकारी भी कार्यवाही के लिए तैयार रहे। जनसमस्याओं को लेकर दर्जनों की संख्या में आये लोगों ने जिलाधिकारी को अपनी समस्यायें लिखित रूप में दी।

जिलाधिकारी द्वारा क्रमवार सभी की समस्याओं को गंभीरता से सुना गया। जिलाधिकारी ने लोगों की समस्याओं के निराकरण कराने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि उक्त समस्याओं का त्वरित कार्यवाही करते हुए समाधान किया जाये। गौरतलब हो कि प्रतिदिन जिलाधिकारी अपने कार्यालय में समयानुसार 10 बजे पहुंच कर पहले जन समस्याएं को सुनते है और फिर उसके बाद विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक कर शिकायतों के निस्तारण की प्रगति रिपोर्ट भी खुद जांचते है। जिलाधिकारी की कार्यशैली को देख शिकायतकर्ता भी उनके मुरीद हो गए है। शिकायतों का निस्तारण होने पर प्रार्थियों ने जिलाधिकारी का आभार प्रकट किया। इस दौरान कुछ लोगों द्वारा जिलाधिकारी की नियुक्ति पर पुष्प गुच्छ भेंट कर उनका स्वागत भी किया गया।