मेयर सुनीता दयाल बोली जनता से किए वायदे हर हाल में करूंगी पूरा

-नवनिर्वाचित महापौर सुनीता दयाल ने किया पदभार ग्रहण
– पत्रकारों के लिए शहर में बनाया जाएगा प्रेस क्लब, रेस्टोरेंट, कॉन्फ्रेंस हॉल की रहेगी सुविधा

गाजियाबाद। नगर निगम की नवनिर्वाचित महापौर सुनीता दयाल ने सोमवार को नगर निगम मुख्यालय पहुंचकर करीब साढ़े 12 बजे अपने कार्यालय में पदभार ग्रहण कर लिया। महापौर सुनीता दयाल ने 7वें महापौर के रूप में पदभार ग्रहण किया। वह शपथ ग्रहण करने के बाद पहली बार नगर निगम में पहुंची थीं। नगर निगम मुख्यालय में पहुंचने पर नगर आयुक्त डॉ. नितिन गौड़ ने उन्हें फूलों का गुलदस्ता भेंट कर उनका स्वागत किया। इनके अलावा नगर निगम कर्मचारी संघ व पार्षदों ने भी महापौर का फूलों की माला पहनाकर जोरदार स्वागत किया। महापौर ने पदभार संभालने के बाद पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि चुनाव में शहर की जनता से जो वायदे किए थे। उनको हर हाल में पूरा करूंगी। उन्होंने कहा कि पहली प्राथमिकता है कि पत्रकारों के लिए शहर में प्रेस क्लब बनाया जाए। इसमें रेस्टोरेंट, कॉन्फ्रेंस हॉल समेत अन्य सुविधाएं होगी। इसके लिए जल्द जमीन की तलाश कराई जाएगी।

महापौर का पदभार ग्रहण करने के बाद खुश नजर आ रहीं सुनीता दयाल ने स्पष्ट कहा कि जो वायदे उन्होंने किए हैं, उन्हें हर हाल में पूरा करना उनकी प्राथमिकताओं में है। उन्होंने कहा कि मेरा नाम सुनीता दयाल है। मैं नाम के लिए नहीं बल्कि शहर में विकास कराने और काम कराने के लिए इस पद पर पहुंची हूं। इस दौरान उपस्थित लोगों एवं नवनिर्वाचित पार्षदों ने वंदे मातरम और भारत मां की जय के नारे भी लगाए। उन्होंने नगर निगम में व्याप्त भ्रष्टाचार के मुद्दे पर कहा कि पहले ठीक से नगर निगम की वर्किंग को समझ लूं, उसके बाद भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाऊंगी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बरसात से पहले 20 दिन में शहर के सभी नालों की सफाई का काम कराया जाएगा। ताकि बरसात के दिनों में जल निकासी की समस्या न हो। नगर निगम के ठेकेदारों के भुगतान के मामले में कहा कि ठेकेदारों के भुगतान की समस्या जल्द दूर कराई जाएगी। भ्रष्टाचार का मामला हो या फिर नगर निगम का शासन में अटका अवस्थापना निधि का करीब 600 करोड़ रुपए का मामला हो। इन सभी मामलों की उन्हें कोई जानकारी नहीं है। इन मामलों में अधिकारियों से वार्ता की जाएगी और निगम का कामकाज समझने के बाद इन्हें ठीक कराने का काम किया जाएगा।

सुनीता दयाल ने कहा कि अभी उन्हें निगम की कोई समझ नहीं है, इसलिए जल्दबाजी में कोई फैसला नहीं लेंगी, लेकिन जो भी काम किया जाएगा, वह जनता के हित मेें होगा। इसके बाद महापौर ने नगर निगम के अधिकारियों के साथ बैठक भी की। अधिकारियों ने नगर निगम द्वारा कराए जाने वाले कार्यों की जानकारी ली गई। महापौर को नगर आयुक्त ने विस्तार से कार्यों एवं निर्माण कार्यों से लेकर अन्य कार्यों की जानकारी उपलब्ध कराई। महापौर के कार्यभार ग्रहण करने के दौरान पहले दिन बड़ी संख्या में भाजपा पार्षद, नेता, कार्यकर्ता और विभिन्न संगठनों के लोगों ने उनका जोरदार स्वागत किया। फिलहाल महापौर सुनीता दयाल भाजपा में लंबे समय से राजनीति कर रही हैं। मगर नगर निगम की कार्यप्रणाली के बारे में वह फिलहाल कुछ नहीं जानती है। यह उन्होंने खुद भी कहा। नगर निगम भी नया ही है। वह कभी नगर निगम के किसी भी सदन की न तो सदस्य रहीं और न ही इससे पहले पार्षद का चुनाव ही जीत पाईं। पहली बार उन्हें भाजपा ने महापौर का टिकट दिया और प्रचंड मतों से जीत दर्ज कराकर वह महापौर चुनी गई। इससे पहले महापौर आशा शर्मा बनीं थींं। लेकिन वह इससे पहले पार्षद रह चुकी थी। उन्हें पार्षद का अनुभव था। नगर निगम का शहर के विकास में महापौर सुनीता दयाल किस प्रकार का प्रयास रहेगा। यह आने वाला वक्त ही बताएगा।