आईटीएस इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ एंड एलाइड साइंसेज में मुंबई इंडियंस के फियिथेरेपिस्ट द्वारा कार्यशाला का आयोजन

-खेल के दौरान चोटों का सटीक उपचार की मुंबई इंडियंस ने दी जानकारी

गाजियाबाद। दिल्ली मेरठ रोड स्थित आईटीएस इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ एंड एलाइड साइंसेज, मुरादनगर में का इनेसियो टैपिंग और खेल के दौरान आई चोटों के ऑन फील्ड उपचार पर एक ज्ञानवर्धक कार्यशाला का आयोजन किया। यह कार्यशाला फिजियोकॉन-2023 की श्रृंखला का दूसरा चरण है। फिजियोकॉन आईटीएस इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ एंड एलाइड साइंसेज द्वारा हर साल फिजियोथेरेपी छात्रों को इस क्षेत्र में हो रही नई प्रगति को सीखने का अवसर प्रदान करने के लिये आयोजित किया जाता है। छात्रों के साथ अपने बहुमूल्य ज्ञान को साझा करने के लिए राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के प्रतिष्ठित हस्तियों को आमंत्रित किया जाता है।

काईनिसियों टैंपिग नामक कार्यशाला डॉ. अमित दुबे द्वारा ली गई। डॉ अमित दूबे वर्तमान में आईपीएल में मुंबई इंडियंस के लिए स्पोर्ट्स फिजियोथेरेपिस्ट के रूप में कार्यरत है। उन्होंने विभिन्न क्रिकेट टीमों के लिए स्पोर्ट्स फिजियोथेरेपिस्ट के रूप में काम किया है। जैसे टीम फिजियो फॉर लीजेंड लीग-2022, वेस्टइंडीज आईसीसी विश्वकप-2022 के लिए भारत अंडर-19 क्रिकेट टीम के लिए मुख्य फिजियोथेरेपिस्ट रहे है। डॉ अमित ने 5 वर्षों के लिए राष्ट्रीय क्रिकेट एकेडमी बीसीसीआई के साथ काम किया है।

उन्होंने रणजी ट्रॉफी टीम के लिए फिजियों के रूप में झारखंड राज्य क्रिकेट संघ के साथ 10 वर्षों तक काम किया है और भारतीय अंडर 19 टीम के साथ दक्षिण अफ्रीका की यात्रा की है। कार्यक्रम की शुरुआत सुरिंदर सूद निदेशक एवं जनसंपर्क अधिकारी आईटीएस दी- एजूकेशन ग्रुप एवं डॉ सीएस राम, प्रधानाचार्य आईटीएस इंन्स्टीटयूट आफ हैल्थ एण्ड एलाईड साइंसेज द्वारा डॉ अमित दूबे का स्वागत के साथ किया गया। सुरिंदर सूद ने छात्रों से अपने पेशेवर करियर में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए ज्ञान और नैदानिक कौशल पर ध्यान केंद्रित करने को कहा।

डॉ सीएस राम ने डॉ अमित दूबे का विस्तृत परिचय कराया और विभिन्न तरह की बीमारियों के इलाज के लिए फिजियोथेरेपी के क्षेत्र में टैंपिग तकनीक के महत्व के बारे में बताया। डॉ अमित दूबे ने टैपिंग की सभी तकनीकों का प्रदर्शन किया। जिनका विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक अभ्यास किया। उन्होंने यह भी विस्तार से बताया कि खेल के दौरान चोटों का उपचार सटीक तरीके से कैसे किया जाता है। डॉ अमित दुबे ने छात्रों के साथ अपने करियर के बहुमूल्य अनुभव को भी साझा किया। ऐसे प्रख्यात व्यक्तित्व से सीखने का छात्रों के लिए कार्यशाला का एक सुनहरा अवसर था।

सभी छात्रों ने अर्पित चड्ढा, वाईस चेयरमैन आईटीएस दी- एजूकेशन गु्रप को उनके ज्ञान को बढ़ाने के लिए इतना बड़ा मंच देने के लिए और उनके शिक्षा को व्याख्यान कक्षों तक सीमित न रखने के लिए धन्यवाद दिया। अर्पित चड्ढा ने फिजियोकॉन-2023 की दूसरी कार्यशाला के सफल आयोजन के लिए डॉ सीएस राम और अन्य सभी शिक्षकों को बधाई दी और उन्हें भविष्य में होने वाली कार्यशालाओं के लिए शुभकामनाएं दी।