महर्षि दयानंद सरस्वती की जयंती पर 8 को होगा यज्ञ, प्रचार-प्रसार के लिए निकली प्रभाती फेरी

-तीन दिवस वैदिक संस्कृति के प्रचार-प्रसार का होगा कार्यक्रम

गाजियाबाद। महान युग दृष्टा और आर्य समाज के संस्थापक महर्षि दयानंद सरस्वती की 200 भी जयंती के अवसर पर देशव्यापी कार्यक्रमों की श्रृंखला में आर्य समाज गोविंदपुरम द्वारा वैदिक संस्कृति के प्रचार-प्रसार का एक कार्यक्रम अपने वार्षिक उत्सव के रूप में 8, 9 और 10 दिसंबर को ए ब्लॉक गोविंदपुरम आयोजित किया जाएगा।

जिसमें कोटपूतली राजस्थान के प्रसिद्ध वैदिक विद्वान स्वामी सच्चिदानंद और प्रसिद्ध भजन उपदेशक पंडित कुलदीप विद्यार्थी द्वारा अपने उद्बोधन के माध्यम से पांच सत्रों में वैदिक जीवन पद्धति के महत्व, आवश्यकता और प्रासंगिकता के विभिन्न आयामों पर मार्गदर्शन किया जाएगा। इसी क्रम में मंगलवार को क्षेत्र में प्रभात फेरी निकालकर जन जागरण का कार्य किया गया।

आर्य समाज गोविंदपुरम के प्रधान राजेंद्र कुमार सिंह ने बताया यह कार्यक्रम पांच सत्र में वैदिक जीवन पद्धति के महत्व आवश्यकता और प्रासंगिकता के विभिन्न आयामों पर मार्गदर्शन किया जाएगा। जिसके लिए कार्यक्रम के व्यापक प्रचार-प्रसार के लिए प्रभात का आयोजन किया जा रहा है।  स्वामी दयानंद सरस्वती आर्य समाज के संस्थापक और देशभक्त होने के अलावा एक महान चिंतक और समाज सुधारक भी थे, जिन्होंने समाज की तरक्की के लिए ऐतिहासिक कार्य किए। उन्होंने बाल विवाह तथा सती प्रथा जैसी कुरीतियों को दूर करने में अहम भूमिका निभाई।