अंतर्राष्ट्रीय क्रियो-2022 सांस्कृतिक उत्सव में बच्चों ने वेस्ट मैटेरियल से बनाई बेस्ट कलाकृति

-हर बच्चों में प्रतिभा होती है, बस उनकी प्रतिभा को उभारने की है जरुरत: अरुणाभ सिंह
-देश-विदेश के 84 स्कूलों के करीब दो हजार छात्रों ने लिया भाग

गाजियाबाद। शास्त्री नगर स्थित नेह़रु वर्ल्ड स्कूल में गुरुवार को अंतर्राष्ट्रीय क्रियो-2022 (सांस्कृतिक उत्सव) कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसका शुभारंभ स्कूल के निदेशक अरुणाभ सिंह, हैड टीचर सुमन होम्स एवं निर्णायक मंडल ने संयुक्त रुप से किया। अतिथियों का स्वागत करते हुए हैड़ टीचर सुसन होम्स ने कहा शिक्षा का उद्देश्य केवल किताबी ज्ञान अर्जित करना मात्र नहीं अपितु इस क्षेत्र में नए अविष्कार, सृजन व विकास करना भी है।

क्रियो-2022 का उद्देश्य आज की नई पीढ़ी में कल्पनाशीलता, क्रियात्मकता व सृजनात्मकता का विकास करना हैं। साथ ही उन्होंने सभी स्कूलों के प्रतिभागियों व उनके शिक्षकों का धन्यवाद भी ज्ञापित किया। सप्ताह भर चलने वाले इस उत्सव को ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों प्रारुपों में आयोजित किया गया। ऑनलाइन प्रतियोगिताए गत सोमवार से बुधवार तक अंतर्राष्ट्रीय व राष्ट्रीय पर सम्पन्न हुई। जबकि ऑफलाइन प्रतियोगिताए गुरुवार से शुरु होकर शनिवार तक विद्यालय के प्रांगण में आयोजित की जाएगी।

अंतर्राष्ट्रीय सांस्कृतिक उत्सव में 50 प्रकार की प्रतियोगिताओं में देश-विदेश के 84 स्कूलों के करीब दो हजार छात्रों की भागीदारी रही। जिनमें आर्ट एंड क्राफ्ट, फोटोग्राफी, पर्यावरण व प्रोद्यौगिकी, वक्तृता, संगीत-नृत्य, रचनात्मकता, वेस्ट टू बेस्ट, गणित व इतिहास से जुडी प्रतियागिता आयोजित की गई। प्रतियोगिताएं प्रतिस्पर्धात्मक, कुछ अप्रतिस्पर्धात्मक व कुछ मिश्रित होंगी। ऑफलाइन प्रतियोगिता के पहले दिन गुरुवार को दिल्ली, बुलंदशहर, गाजियाबाद, नोएड़ा व एनसीआर के स्कूलों के छात्रों ने हिस्सा लिया। वहीं छोटे बच्चों ने पुराने, बचे हुए सामान बेकार में पड़ी चीजों से आकर्षक वस्तुएं बनाई। बच्चों की ओर से बनाई वेस्ट से बेस्ट कलाकृतियों ने सभी का मन मोह लिया।

सुसन होम्स ने बताया कि लोग घरों में बेकार पड़ी वस्तुओं को फेंक देते हैं। लेकिन इन वस्तुओं से भी कुछ कुछ नया बनाया जा सकता है। संसार में बढ़ रहे कचरे से छुटकारा पाने के लिए ऐसी ही तकनीक को अपनाने की जरूरत है। बैस्ट आउट आफ वेस्ट प्रतियोगिता में बच्चों ने बेकार चीजों का इस्तेमाल कर उनका बेहतर निर्माण किया। मेजबान स्कूल होने के नाते नेहरु वल्र्ड स्कूल ने अपने छात्रों मे नया जोश भरने के उद्देश्य से उन्हें प्रतिस्पर्धी तो बनाया है। किन्तु उन्हें मिलने वाले पुरुस्कारों व स्थानों को अगले स्थान पर आने वाले स्कूल के साथ बांटेगा। वहीं बच्चों ने पर्यावरण संरक्षण एवं देश भक्ति गानों पर प्रस्तुति देते हुए शहीदों के दिखाए मार्ग पर चलते हुए देश की आजादी को संजोए रखने का आह्वान किया।

प्रतियोगिता में हिस्सा लेने वाले स्कूल, सेठ आनन्दराम जयपुरिया, खेतान स्कूल, एल्कोहन स्कूल, डीएलएफ साहिबाबाद, जेकेजी इंटरनेशनल स्कूल, न्यू ऐरा पब्लिक स्कूल, जीडी गोयनका, ग्रीनफिल्ड, सिल्वर बेल्स स्कूल, सनवैली इंटरनेशनल स्कूल, द डीपीएसजी मेरठ रोड, छबीलदास, एके चिल्डृेन एकेडमी, सालवान पब्लिक स्कूल, डीपीएस इंटरनेशनल स्कूल, न्यू रेनबो पब्लिक स्कूल, रिनायंस स्कूल बुलन्दशहर, सेंट जेवियर स्कूल, बालभारती पब्लिक स्कूल, डीपीएसजी सिद्वार्थ विहार, परिवर्तन स्कूल, प्रीटी पेंगविन, प्रारम्भ, रोजबैल पब्लिक स्कूल, सेंट जेवियर हाई स्कूल आदि।

निदेशक अरुणाभ सिंह ने कहा कि इस प्रकार कार्यक्रमों का उद्देश्य किशोर पीढ़ी को वो मंच प्रदान करना है, जिसमें उन्हें अपने रचनात्मक व्यक्तित्व को उभारने व अन्तर्मुखी प्रतिभाओं को व्यक्त करने का अवसर मिले। उन्होंने बताया कि स्कूल में समय-समय पर ऐसी प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है। ऐसे में विद्यार्थियों के अंदर छिपी रचनात्मक प्रतिभा प्रवृति का पता लगाकर उनकी योग्यता दक्षता को उभारा जा सकता है।


पहले दिन कार्यक्रम में प्री-प्राइमरी
कार्यक्रम मोल्ड इट आउट में इंदिरापुरम पब्लिक स्कूल, डांसिंग सुपर स्टार्स रेनेसा स्कूल, बुलंदशहर, एक्ट इट आउट में डीएलएफ पब्लिक स्कूल, टूल्स फॉर माई कन्वैस नेहरु वर्ल्ड स्कूल, रेनेसा स्कूल बुलंदशहर, बिट्स ऑफ पेपर में सिल्वर बैल्स स्कूल, बैस्ट आउट आफ वेस्ट में सेंज जोवियर हाई स्कूल के बच्चे विजेता रहे।