दिव्यांग बच्चे समाज का प्रमुख हिस्सा: विनोद कुमार मिश्र

-दिव्यांग बच्चों की समावेशी शिक्षा के लिए कार्यशाला आयोजित

गाजियाबाद। दिव्यांग बच्चों की समावेशी शिक्षा के क्रियान्वयन के लिए सोमवार को मोहननगर स्थित आईटीएस कॉलेज के सभागार में कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिला समन्वयक समेकित शिक्षा डॉ.राकेश कुमार ने कार्यशाला में विभिन्न हितधारकों एवं जनसमुदाय में दिव्यांग बच्चों की शिक्षा एवं समावेशन के प्रति जागरूकता उत्पन्न करना बताया। उन्होंने सभी दिव्यांग बच्चों का चिन्हांकन, नामांकन एवं उनकी विद्यालयों में नियमित उपस्थिति एवं दिव्यांग बच्चों की समावेशी शिक्षा हेतु प्रभावी एकेडमिक डिजाइन का क्रियान्वयन करने के बारे में जानकारी दी गई। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) विनोद कुमार मिश्र ने एसआरजी, एआरपी, स्पेशल एजुकेटर एवं प्रधानाध्यापकों को दिव्यांग बच्चों को दी जाने वाली समस्त सुविधाओं एवं शिक्षा की मुख्यधारा से जोडऩे हेतु निरंतर प्रयास करने के लिए कहा गया।


बीएसए विनोद कुमार मिश्र ने कहा दिव्यांग बच्चे समाज के प्रमुख हिस्सा हैं। इनके शिक्षा, खेल, मानसिक विकास के लिए समावेशी शिक्षा उनके सर्वांगीण विकास में कारगर साबित हो रही है। आमजन को दिव्यांग बच्चों के विकास के प्रति जागरूक करना होगा। दिव्यांग बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए समावेशी शिक्षा कारगर साबित हो रही है। योजना की बदौलत दिव्यांग बच्चों में पढऩे की ललक जगी है। बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ ही अन्य विभाग के जनपद स्तरीय अधिकारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। जिला विकास अधिकारी राम उद्रेज यादव, दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी सुधीर त्यागी, उप निरीक्षक मेरठ मंडल पवन कुमार,जिला कार्यक्रम अधिकारी शशि वाष्र्णेय, वित्त एवं लेखाधिकारी मनप्रीत कौर, खंड शिक्षा अधिकारी मुख्यालय सर्वेश कुमार, खंड शिक्षा अधिकारी भोजपुर जमुना प्रसाद सुमन एवं जिला समन्वयक, एसआरजी, एआरपी, समस्त स्पेशल एजुकेटर एवं फिजियोथैरेपिस्ट,स्वयंसेवी संस्थाओं के निदेशक, शिक्षाविद राहुल चतुर्वेदी आदि मौजूद रहे। कार्यशाला का संचालन पूनम शर्मा ने किया।