ईकीगाई की शानदार प्रस्तुति के जरिये बच्चों ने जीता लोगों का मन

-डायनासोर की आकृति के साथ बच्चों ने डांस करमचाया धमाल

गाजियाबाद। सलाम बालक ट्रस्ट के बच्चों द्वारा हिंदी भवन में ईकीगाई एक जादुई शब्द नामक नाट्य प्रस्तुतीकरण किया गया। जिसमे बच्चों ने अपने शानदार अभिनय के जरिये लोगों को बताया कि आजकल के व्यस्त दिनचर्या में भी अपने आपको कैसे स्वस्थ व खुश रखा जा सकता है। कार्यक्रम में बच्चों द्वारा डांस, नाट्य, थिएटर व कॉमेडी की शानदार प्रस्तुती दी गई।

हिंदी भवन के सभागार में शुक्रवार शाम सवा छह बजे कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। बच्चों ने जापानी थीम पर आधारित एक नाट्य प्रस्तुत किया। ईकीगाई एक जादुई शब्द के नाम के कार्यक्रम में बच्चों ने अपने अभिनय के जरिये बताया कि आजकल हर व्यक्ति तनाव के माहौल में जी रहा है। ऐसे में इस तनाव से खुद को निकालने के लिए वो सब करना चाहिए जो आप करना चाहते हैं। साथ ही यह भी दर्शाया कि बच्चों पर पढ़ाई का अत्यधिक दबाव डालने डालने के बजाये उन्हें उसके लिए प्रेरित करना चाहिए जो वो स्वयं के मन से करना चाहते हैं। ऐसा करके सभी स्वस्थ व सुखी रह सकते हैं।

इसके साथ ही बच्चों ने स्वयं के द्वारा तैयार किये गए डायनासोर की आकृति के साथ डांस कर खूब धमाल मचाया। साथ ही देशभक्ति के गानों पर भी नृत्य कर वहां उपस्थित सैकड़ों लोगों की तालियां बटोरी। कार्यक्रम का निर्देशन पंकज कुमार ने व कोरिओग्राफी अविनाश कुमार ने की। इसके साथ ही आयोजन में सलाम बालक ट्रस्ट के एग्जीक्यूटिव काउंसिल मेम्बर अंजनी कुमार तिवारी के साथ ही अशोक कुमार, कांति नाथ मिश्रा, डॉ पीएन मिश्रा, शिखा मैनी, सुनील राय, प्रदीप व चन्दन आदि ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

सलाम बालक ट्रस्ट के एग्जीक्यूटिव काउंसिल मेम्बर अंजनी कुमार तिवारी ने बताया कि फिल्म सलाम बालक की सफलता के बाद घर से भटके हुए व अपनों से दूर हो गए बच्चों के लिए ट्रस्ट शुरू किया गया था। ट्रस्ट द्वारा हर साल करीब 10 हजार बच्चों को उनके परिवार से मिलवाया जाता है या उन्हें अलग-अलग शेल्टर होम में आश्रय देते हुए उन्हें पढ़ाया लिखाया व समाज की मुख्य धरा से जोडऩे का काम किया जाता है।