शहर बनेगा गड्ढा मुक्त, ऑटोमेटिक मशीन से काम कराएगा नगर निगम

गाजियाबाद। शहर को गड्ढा रखने के लिए नगर निगम ने नए कदम उठाए हैं। सड़कों को गड्ढा बनाने के लिए अब ऑटोमेटिक मशीन का इस्तेमाल किया जाएगा। इससे वायु प्रदूषण में भी कमी आएगी। ट्रक माउंटेड पोथोल पैचिंग मशीन के जरिए यह काम होगा। सड़कें गड्ढा मुक्त होने से दुर्घटनाओं का खतरा भी कम हो सकेगा। शहर के समुचित विकास के लिए नगर निगम निरंतर प्रयासरत है। इसी क्रम में अब शहर को गड्ढा मुक्त बनाने की दिशा में अहम कदम उठाया गया है। गड्ढों को भरने के लिए अब ऑटोमेटिक मशीन का प्रयोग किया जाएगा। ऐसे में गड्ढे भरने का काम भी समय से पूरा हो सकेगा। ट्रक माउंटेड पोथोल पैचिंग मशीन का प्रयोग इस काम में होगा।

यह मशीन टीपीएस वेलोसिटी प्राइवेट लिमिटेड की है। यह कंपनी टीपीएस इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड तथा यूके आधारित वेलोसिटी लिमिटेड के बीच एक ज्वाइंट वेंचर है। वेलोसिटी लिमिटेड हाईवे तथा सड़क मेंटिनेंस के क्षेत्र में एक वैश्विक लीडर है। यह मशीन सामान्य तौर पर पाए जाने वाले गड्ढों की मात्र 10 मिनट में मरम्मत कर सामान्य यातायात के आवागमन के लिए तुरंत उपलब्ध करा देती है। इस मशीन की कार्यप्रणाली पूर्णत: ठंडे इमल्शन पर आधारित है, जिसके कारण इमल्शन को गरम करने में इस्तेमाल की जाने वाली ऊर्जा की बचत के साथ-साथ किसी भी तरह का कार्बन उत्सर्जन नहीं होता है। इस लिहाज से यह पर्यावरण के पूर्णत: अनुकूल है।

मशीन द्वारा मरम्मत में इस्तेमाल किए जाने वाली सामग्री का क्यूरिंग टाइम मात्र 5 मिनट है, जिसके कारण यातायात में किसी बाधा की आवश्यकता नहीं पड़ती। यह मशीन मरम्मत के लिए एग्रीगेट तथा आर एस वन इमल्शन का प्रयोग करती है। गड्ढे की मरम्मत करने के उपरांत आवश्यकता पडऩे पर मशीन के साथ उपलब्ध पोर्टेबल प्लेट कॉम्पैक्टर द्वारा मरम्मत किए गए गड्ढे की कंपैक्शन का प्रावधान भी उपलब्ध है। नगर निगम के मुख्य अभियंता (निर्माण) एनके चौधरी के मुताबिक महापौर आशा शर्मा तथा नगरायुक्त महेंद्र सिंह तंवर के दिशा-निर्देश पर इस मशीन का उद्घाटन बुधवार को किया गया।

उन्होंने बताया कि इस मशीन से शहर की एक बड़ी समस्या का समाधान मिनटों में संभव है। इस प्रकार की मशीन को नगर निगम द्वारा शहर में चलाया जाएगा। यह मशीन किसी भी मौसम में कार्य करेगी। मौसम का कोई भी प्रभाव नहीं रहेगा। यह मशीन कम समय में अधिक कार्य करने में सक्षम है। उन्होंने बताया कि मशीन की लागत 90 लाख रुपए हैं। नगर निगम के पांचों जोन में इस मशीन का इस्तेमाल किया जाएगा। मशीन के उदघाटन अवसर पर महापौर और नगरायुक्त के अलावा पार्षद राजकुमार नागर आदि मौजूद रहे।