नगर निगम में कमीशन बंद नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक की चेतावनी पकड़े गये तो छोड़ूंगा नहीं

निगम अधिकारियों के साथ मंगलवार को समीक्षा बैठक में नगर आयुक्त ने दिखाया सख्त रूख बोले सभी पर है नजर सुधर जाओं नहीं तो सुधार दूंगा

विजय मिश्रा (उदय भूमि ब्यूरो)
गाजियाबाद। म्युनिसिपल कमिश्नर विक्रमादित्य सिंह मलिक की कार्यशैली अन्य अधिकारियों से जुदा है। काम को हां लेकिन भ्रष्टाचार को ना वाली पॉलिसी अपनाने वाले युवा आईएएस अधिकारी विक्रमादित्य सिंह ने मंगलवार को समीक्षा बैठक में रौद्र रूप दिखाते हुए सभी को सख्त लहजे में चेतावनी दी। बैठक में कड़े शब्दों का प्रयोग करते हुए म्युनिसिपल कमिश्नर ने कहा कि कमीशनखोरी किसी रूप में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कोई भी व्यक्ति यह भ्रम ना पाले कि वह मनमर्जी करता रहेगा और उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होगी। जब तक कमीशनखोरी बंद नहीं होगा तब तक काम की गुणवत्ता में सुधार नहीं होगा। उन्होंने कहा कि सभी के लिए यह आखिरी चेतावनी है। सभी अपनी आदतें सुधार लेें, पुराना रवैया नहीं बदला तो भविष्य में किसी भयावह परिणाम के लिए वह स्वयं जिम्मेदार होगा। म्युनिसिपल कमिश्नर की सख्त चेतावनी के बाद निगम अधिकारियों और कर्मचारियों में हड़कंप मचा हुआ है। साथ ही इस बात की भी चर्चा होने लगी है कि अधिकारियों पर तो कार्रवाई का हंटर चलेगा लेकिन कमीशनखोरी में लिप्त पार्षदों और राजनैतिक शख्सियत के खिलाफ क्या कार्रवाई होगी। बहरहाल नगर निगम में भ्रष्टाचार पर कितना अंकुश लगेगा यह तो भविष्य में पता चलेगा लेकिन व्यवस्था में सुधार को लेकर विक्रमादित्य सिंह मलिक के इस रूख की सभी तारीफ कर रहे हैं। म्युनिसिपल कमिश्नर की सख्ती से व्यवस्था में परिवर्तन जरूर आएगा।

नगर निगम भ्रष्टाचार के मामले में बदनाम सरकारी विभाग माना जाता है। नगर निगम में राजनैतिक दखलंदाजी इतनी अधिक होती है कि किसी भी व्यवस्था को फूलप्रुफ बनाना आसान नहीं होता। अधिकारियों और बाबुओं की कमीशनखोरी की कौन कहें पार्षदों और जनप्रतिनिधियों के कमीशन का मुद्दा हमेशा गर्माया हुआ रहता है। विक्रमादित्य सिंह मलिक को गाजियाबाद के म्युनिसिपल कमिश्नर का चार्ज संभाले अभी अधिक समय नहीं हुआ है लेकिन नगर निगम में व्यवस्था परिवर्तन का असर दिखाई देने लगा है। म्युनिसिपल कमिश्नर ने पहले नगर निगम के कामकाज और व्यवस्था को समझा और अब सभी को समझाने में जुटे हैं। म्युनिसिपल कमिश्नर का चार्ज संभालने के बाद ही विक्रमादित्य सिंह मलिक ने कहा कि भ्रष्टाचार को लेकर जीरो टॉलरेंस की पॉलिसी अपनाई जाएगी और उन्होंने इस पर अमल भी किया। जिन मामलों में भी शिकायत मिली तत्काल कार्रवाई की गई। व्यवहार में सरल और सहज युवा आईएएस विक्रमादित्य मलिक कायदे कानून और कामों की तत्परता को लेकर सख्त हैं।

मंगलवार को नगर निगम अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में म्युनिसिपल कमिश्नर ने बड़ी ही शालनीता के साथ अधिकारियों को कड़ा संदेश दिया। बैठक में अपर नगर आयुक्त अरुण यादव, मुख्य कर निर्धारण अधिकारी डॉ. संजीव सिन्हा, अकाउंट ऑफिसर डॉ. गीता रानी, जलकल विभाग के महाप्रबंधक आनंद त्रिपाठी, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.मिथिलेश सिंह, चीफ इंजीनियर एनके चौधरी, मुख्य नगर लेखा परीक्षक विवेक सिंह, सहायक नगर आयुक्त पल्लवी सिंह, संपत्ति अधीक्षक भोलानाथ गौतम, जोनल प्रभारी सुनील राय, राजवीर चौधरी, एग्ज्यूकेटिव इंजीनियर जैदी, एग्ज्यूकेटिव इंजीनियर देशराज सिंह सिंह सहित नगर निगम के सभी विभागों के प्रमुख अधिकारी एवं सभी जोन के जोनल प्रभारी मौजूद रहे। बैठक में मौजूद एक अधिकारी ने बताया कि म्युनिसिपल कमिश्नर ने सभी विभागों के विभागाध्यक्ष को अपने अधीनस्थ काम करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को इन बातों से अवगत करा देने का निर्देश दिया।