नशे के लिए खुद के अपहरण की रची झूठी कहानी, परिवार को वीडियो भेजकर मांगे रूपए

गाजियाबाद। नशे के लिए खुद के अपहरण की कहानी रचने वाले आरोपी व उसके दोस्त को लोनी बोर्डर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। खुद के अपहरण की झूठी कहानी रचकर आरोपी ने घर वालों को वीडियो भेजकर 54 हजार रुपए की मांग की थी। परिवार को डराने के लिए आरोपी ने अपने दोस्त के माध्यम से खुद को बंधक बनवाया और फिर वीडियो शूट करवाई। उसके बाद वीडियो को परिवार को वाट्सएप मैसेज भेजकर रुपए की मांग की। शनिवार को हरसांव पुलिस लाइन में अपहरण की झूठी घटना का पर्दाफाश करते हुए डीसीपी (ग्रामीण) विवेक चन्द्र यादव ने बताया कि 31 जुलाई को पीडि़त शुभम विश्वकर्मा पुत्र बजरंगीलाल निवासी धामा एंकलेव लोनी बोर्डर ने थाने में शिकायत दी कि उसके भाई शिवम का अपहरण कर फिरौती मांगी जा रही है। शिवम को बंधक बनाकर वाट्सएप मैसेज के जरिए 54 हजार रुपए की मांग की है। रुपए न देने पर जान से मारने की धमकी भी दी थी।

घटना के खुलासे के लिए टीम को लगाया गया और युवक की तलाश के लिए मैनुअल इनपुट, सर्विलांस एवं मुखबिर आदि की मदद ली गई। जांच में पता चला कि शिवम नशे का आदि है। कुछ दिन पूर्व उसने घरवालों से रुपए मांगे थे, रुपए नही देने पर खुद के अपहरण की झूठी कहानी रच डाली। अगर अन्य कोई व्यक्ति अपहरण करता तो वह लाखों रुपए की मांग करता, न कि अपहरणकर्ता के मोबाइल से ही वीडियो भेजकर धमकी देता। आरोपी शिवम ने अपने घरवालों से रुपए लेने के लिए दोस्त के साथ मलिकर दोस्त की तुकमेरपुर खजुरी दिल्ली स्थित खराद की फैक्ट्री में पहुंचकर अपहरण की झूठी कहानी रची थी। शनिवार को शिवम व उसके साथी रोशन कुमार पुत्र लालबाबू शाह निवासी तुकमेरपुर खजुरी दिल्ली को तुकमेरपुर दिल्ली फैक्ट्री से गिरफ्तार किया गया।

जहां उसने अपने दोस्त रोशन कुमार के साथ उसी की फैक्ट्री में अपने दोस्त रोशन से अपने हाथ पैर बंधवाकर अपनी फर्जी वीडियों बनवाई। जिसे स्वंय ही अपने मोबाइल नंबर से अपने भाई शुभम के मोबाइल नंबर व अपने घरवालों के मोबाइल नंबर पर वीडियों भेजकर व चैटिंग भेजकर 54 रुपए की मांग की थी। जिसमें वीडियों देखकर उसके भाई ने शिवम के पेटीएम पर 20 हजार रुपए पर भेज भी दिये थे। जिसमें से करीब 17000 रुपये नकद निकाल दोनों ने मिलकर मौज मस्ती में खर्च कर दिए थे।
जिन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजा जा रहा है।