जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव की सरगर्मी तेज

-मतदान 3 जुलाई को, नामांकन 26 जून से

गाजियाबाद। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के बाद जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर 3 जुलाई को होने वाले मतदान को लेकर 26 जून को नामांकन दाखिल होने है। मगर बहुजन समाज पार्टी ने अभी तक अध्यक्ष पद के प्रत्याशी के नाम के पत्ते नहीं खोले है। बसपा की चुप्पी से अब भाजपा,रालोद और सपा में बेचैनी देखी जा रही हैं।वहीं,जिला पंचायत सदस्य भी संशय में है। जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव में अब सिर्फ 9 दिन बचे हैं। जिला पंचायत सदस्य की 14 सीटों में सबसे ज्यादा बसपा के 5 सदस्य जीते है। मगर अभी तक अध्यक्ष पद के लिए प्रत्याशी के नाम की घोषणा नहीं किए जाने से राजनीति चर्चा गरम हो रही हैं। उधर,भाजपा प्रत्याशी ममता त्यागी के लिए 2 सेट नामांकन फार्म और सपा-रालोद प्रत्याशी नसीम बेगम के लिए 4 सेट नामांकन फार्म खरीदे जा चुके हैं। निर्वाचन आयोग के अनुसार 26 जून को सुबह 11 बजे से 3 बजे नामांकन दाखिल किए जाएंगे। जबकि शाम 3 बजे के नामांकन पत्रों की जांच होगी। नामांकन वापिसी 29 जून को होगी। आगामी 3 जुलाई को सुबह 11 बजे से 3 बजे तक मतदान होगा। उसी दिन तीन बजे के बाद रिजल्ट घोषित किया जाएगा। अध्यक्ष पद के लिए कलेक्ट्रेट परिसर में जिलाधिकारी की कोर्ट रूम संख्या-102 में नामांकन दाखिल किए जाएंगे। जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव के लिए जिलाधिकारी रिटर्निंग ऑफिसर होंगे। जबकि एडीएम प्रशासन एवं उप जिला निर्वाचन अधिकारी ऋतु सुहास सहायक रिटर्निंग ऑफिसर होगी। राजनीतिक दलों में जहां अध्यक्ष की कुर्सी पर अपने-अपने प्रत्याशी को बैठाने के लिए अंदरखाने चहल-पहल बढ़ रही है। भाजपा ने दो सदस्य होने के बाद जहां ममता त्यागी को जिला पंचायत अध्यक्ष पद का उम्मीदवार घोषित किया है। वहीं,सपा-रालोद की संयुक्त प्रत्याशी धौलाना के विधायक मोहम्मद असलम चौधरी की पत्नी नसीम बेगम है। बसपा ने अभी तक उम्मीदवार घोषित नहीं किया हैं। भाजपा जहां 2 सदस्यों के दम पर अध्यक्ष की कुर्सी पर काबिज होने का सपना देख रही है। वहीं,सपा-रालोद के तीन-तीन 6 सदस्य होने के चलते वह भी अध्यक्ष की कुर्सी पर काबिज होने के लिए जोड़तोड़ कर रहे है। जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव जहां विधानसभा चुनाव का सेमीफाइनल माना जा रहा है।वहीं,दलों में भी इस पद को लेकर खूब बेचैनी देखी जा रही है। सपा-रालोद के साथ आने से उनके पास सबसे ज्यादा 6वोट हो गए हैं। मगर जीतने के लिए आठ वोट जरूरी हैं। इसी तरह भाजपा को 6 वोट और बसपा को 3 वोट चुनाव जीतने के लिए चाहिए। जिला पंचायत सदस्यों के जोड़-तोड़ को लेकर ही अध्यक्ष की कुर्सी पर काबिज होना माना जाता है। मगर बसपा की चुप्पी से भाजपा,रालोद और सपा में भी बेचैनी बढ़ रही हैं। बसपा के जिलाध्यक्ष वीरेंद्र जाटव का कहना है कि पार्टी हाईकमान को अध्यक्ष पद के प्रत्याशी के नाम की घोषणा करनी है। इसलिए अगले दो दिन में प्रत्याशी की घोषणा हो जाएगी। वहीं,भाजपा के महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा का कहना है कि अध्यक्ष पद की प्रत्याशी ममता त्यागी की पहले ही घोषणा की जा चुकी है। हमारे पास पर्याप्त सदस्य के वोट है। इन्हीं वोट के जरिए अध्यक्ष पद पर भाजपा प्रत्याशी की जीत होगी।