डॉ. गौरी अग्रवाल बताएंगी इनफर्टिलिटी से जुड़ी समस्याओं का समाधान

-प्रमुख फर्टिलिटी क्लीनिक चेन सीड्स ऑफ इनोसेंस में रविवार को निशुल्क परामर्श कैंप का आयोजन
-डॉक्टर अगवाल इनफर्टिलिटी जैसी समास्याओं से पीडि़त लोगों को देगी मुफ्त परामर्श

गाजियाबाद। उत्तर भारत की आईवीएफ और सरोगेसी सेन्टर की लीडिंग चेन सीड्स ऑफ इनोसेंस ने हाल ही में उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में नए जमाने के इलाज और क्लीनिकल सुविधाओं के साथ यूनीक फर्टिलिटी क्लीनिक का उद्घाटन किया। जिसमें प्रमुख आईवीएफ सर्विसेस और मेडिकल जेनेटिक्स तथा भ्रूण चिकित्सा के लिए डिपार्टमेंट बनाये गए हैं। यशोदा सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल नेहरू नगर के कैंप के अंदर स्थापित इस मेडिकल फैसिलिटी में हर किसी के लिए फर्टिलिटी हेल्थ (प्रजनन स्वास्थ्य) के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए मुफ्त कंसलटेशन का आयोजन किया जा रहा है। मुफ्त परामर्श के साथ सीड्स ऑफ इनोसेंस अल्ट्रासाउंड और सीमेन एनालिसिस की सुविधा भी प्रदान कर रहा है। यह कैंप नेहरु नगर में 23 जनवरी रविवार को को प्रात: 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक आयोजित किया जाएगा।

सीड्स ऑफ इनोसेंस, गाजियाबाद, असिस्टेड रिप्रोडक्टिव टेक्नोलॉजीज, इनफर्टिलिटी ट्रीटमेंट, हाई-रिस्क प्रेग्नेंसी के मैनेजमेंट और जेनेटिक डायग्नोस्टिक्स में स्पेशलिस्ट है और इसे इंटरनेशनल स्टैंडर्ड मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर और सुविधाओं के साथ बनाया गया है। आईवीएफ सेन्टर उत्तर प्रदेश की पहली और एकमात्र मेडिकल फैसिलिटी है जिसमें भ्रूण चिकित्सा के लिए एक डिपार्टमेंट बनाया गया है, इसके साथ ही यहाँ प्रीमियम ई 10 अल्ट्रासाउंड उपकरण जैसी अंतरराष्ट्रीय हॉलमार्क चिकित्सा तकनीक भी मौजूद है, जो यूनीक फेटल हार्ट टूल्स और स्पेशल जांच पेश करते हुए बेहतर इमेज क्लियर्टी और रंग के साथ गंभीर केसेस का इलाज करने में मदद करती है। थैलेसीमिया और सिकल सेल एनीमिया जैसी 400 वंशानुगत बीमारियों में से किसी भी आनुवंशिक समस्याओं को खत्म करने के लिए सेन्टर प्रीइम्प्लांटेशन जेनेटिक स्क्रीनिंग (पीजीएस) और प्रीइम्प्लांटेशन जेनेटिक डायग्नोसिस (पीजीडी) जैसे भ्रूणों के लिए हाई एंड जेनेटिक डायग्नोस्टिक टेस्ट की सुविधा प्रदान करता है। मुफ्त कंसलटेशन कैंप प्रसिद्ध डॉक्टरों और ट्रेंड स्टॉफ की टीम द्वारा संचालित किया जायेगा। टीम के सभी सदस्य बांझपन (इनफर्टिलिटी) से संबंधित समस्याओं और स्वास्थ्य जागरूकता पर महत्वपूर्ण जानकारी साझा करेगें।

इन समस्याओं में लोवर ट्रैक्ट इन्फेक्शन, जिस ट्यूब्स के बंद होने पर इनफर्टिलिटी की समस्या होती है, उस पर प्रकाश डाला जायेगा और गर्भनिरोधक उपायों के सही उपयोग आदि के बारे में समझाया जायेगा। यह अभियान सीड्स ऑफ इनोसेंस का एक फाउंडेशन है। सुपर-स्पेशियलिटी आईवीएफ सेन्टर की उत्पत्ति से पहले भी डॉ अगर्वाल ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मुफ्त परामर्श कैंप के साथ अकेले शुरुआत की थी और अपने शुरुआती मरीजों में से अधिकांश के लिए आईवीएफ के पहले साइकल में 85 फिसद सक्सेस रेट हासिल किया था। इस क्षेत्र में सेन्टर को स्थापित करने का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों के बीच आईवीएफ और सामान्य स्वास्थ्य देखभाल के बारे में जागरूकता फैलाने और माता-पिता बनने के सपनों को पूरा करने में उनकी मदद करने के लिए डॉ अगर्वाल के जुनून से प्रेरित है।

डॉ गौरी अगवाल ने बताया कि सेन्टर प्री-कंसेपशन योजना, गर्भावस्था मैनेजमेंट (प्राथमिक या कंसलटिव) और प्रसव सहित कई प्रकार की सेवाएं प्रदान करता है ताकि बीमारियों से पीडि़त दंपत्तियों को पूर्ण विश्वास प्राप्त करने और संतान की खुशी का अनुभव करने का मौका मिल सके। इस प्रकार का मुफ्त कंसलटेशन कैंप न केवल बांझपन से संबंधित समास्याओं को हल करने में मदद करता है बल्कि लोगों को शिक्षित करता है, जागरूकता पैदा करता है और बांझपन से पीडि़त होने पर दंपत्तियों को चिकित्सकीय कंसलटेशन लेने के लिए प्रेरित करता है। सीड्स ऑफ इनोसेंस में डॉ. अगवाल और उनकी टीम उत्तर प्रदेश के पश्चिमी क्षेत्र में लोगों के जीवन को मुश्किल बनाने वाली बांझपन की समस्याओं को हल कर रही है, और वे अन्य शहरों में और ज्यादा आईवीएफ सेन्टर स्थापित करने की योजना बना रही हैं। इस क्षेत्र में सीड्स ऑफ इनोसेंस के पास एक रोडमैप योजना है। जागरूकता की कमी और इलाज की पहुंच की कमी इस मुश्किल का सबसे बड़ा कारण है, इसलिए रोडमैप योजना में इन समस्याओं का निपटारा करने का लक्ष्य रखा गया है। फर्टिलिटी चेन सामाजिक, भौगोलिक या लॉजिस्टिक बाधाओं की परवाह किए बिना हर जरूरतमंद को सस्ती कीमतों पर इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (आईवीएफ) सेवाओं में गुणवत्ता प्रदान करने का वादा करती है। सीड्स ऑफ इनोसेंस वर्तमान में पटना, हल्द्वानी, मेरठ, रुड़की, झारखंड, हरियाणा और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र सहित उत्तर भारत में 14 से ज्यादा सेन्टर का संचालन करता है।