सिक्खों के त्याग व बलिदान की बदौलता आज देश व धर्म सुरक्षित: सरदार एसपी सिंह

साहब श्री गुरु गोविंद सिंह जी ने देश व धर्म के रक्षा की खातिर की थी खालसा पंथ की साजना

गाजियाबाद। गुरुद्वारा कविनगर जी ब्लॉक में गुरूवार को बैैसाखी व खालसा सृजना दिवस बहुत ही श्रृद्धा एवं सत्कार के साथ मनाया गया। मौलाना आज़ाद एजूकेशन फांउडेशन के उपाध्यक्ष सरदार एसपी सिंह ने बताया कि आज ही के दिन 1699 में गुरु गोबिन्द सिंह जी ने देश व धर्म की रक्षा के लिए पांच प्यारों को अमृतपान करा कर खालसा पंथ की साजना की थी। पांच प्यारों के रूप में ऐसे लोग आगे आये जो गुरु जी को अपना सर्वस्व बलिदान कर चुके थे, उनको गुरु जी ने पांच ककार भी पहना कर नया रूप दिया। सिक्खों के त्याग व बलिदान की बड़ी परम्परा रही है। जिसके कारण आज देश व धर्म सुरक्षित हैं।

श्री सिंह ने बताया की केन्द्र सरकार व प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी सिक्ख गुरुओं का सदैव सम्मान करते रहे है। श्री गुरु तेग बहादुर साहब जी का 400वां प्रकाशपर्व लालकिले के परिसर में 20 व 21 अप्रैल को बड़े स्तर पर बड़े ही श्रृद्धा व उत्साह से मनाया जा रहा है। जिसमें 20 को केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह व समापन कार्यक्रम में 21 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उपस्थित रहेंगे। आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री जी गुरु तेग बहादुर जी की याद में डाक टिकट व सिक्का भी जारी करेंगे। इससे पूर्व प्रधानमंत्री द्वारा छोटे साहिबजादों की याद में 26 दिसम्बर को वीर बाल दिवस घोषित किया है।

इस मौके पर इससे पूर्व गुरुद्वारे के हजूरी रागी भाई राजिन्दर सिंह व पटियाला से आये भाई जगतेश्वर सिंह ने गुरुवाणी गायन कर गुरु इतिहास की जानकारी भी संगत को दी। गुरुद्वारा प्रबंध कमेटी के अध्यक्ष रविन्दर सिंह जौली ने आई संगत का आभार व्यक्त करते हुए बताया कि 16 अप्रैल को प्रशासन के सहयोग गुरुद्वारा परिसर में नि:शुल्क कोविड-19 वैक्सीन लगाई जाएगी, संगत इसका लाभ लें।

इस दौरान सरदार एसपी सिंह व सतनाम सिंह का सरोपा व प्रतीक चिन्ह देकर सम्मान किया गया। कार्यक्रम की समाप्ति पर गुरु का लंगर प्रसाद भी वितरित किया गया। इस मौके पर रविन्दर सिंह जौली, सुभाष चन्द्र धींगडा, जगमोहन सिंह डंग, गुरमिन्दर सिंह, जसप्रीत सिंह, अजय चोपड़ा, हरदीप सिंह कोहली, देवेन्द्र सिंह गम्भीर, हिमांशु खन्ना, जसदीप सिंह खोसला, प्रीतपाल सिंह, कुलवन्त सिंह भाटिया, जसबीर सिंह सलूजा आदि उपस्थित रहे।