आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत की हुंकार, फिर बनेगा अखंड भारत

नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सर संघचालक मोहन भागवत ने बुधवार को बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि भारत पुन: अखंड भारत बनेगा। यदि हम सभी मिल-जुलकर कार्य करें तो 10-15 साल में अखंड भारत का सपना पूरा होना संभव है। आरएसएस प्रमुख ने कहा कि भारत में एक हजार साल तक सनातन धर्म को समाप्त करने की निरंतर कोशिश की गई, मगर विरोधी अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हो पाए। आरएसएस के सर संघचालक मोहन भागवत बुधवार को कनखल पहुंचे थे।

कनखल के संन्यास रोड पर श्रीकृष्ण निवास एवं पूर्णानंद आश्रम में उन्होंने ब्रह्मलीन महामंडलेश्वर श्री 1008 स्वामी दिव्यानंद गिरि की मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा और श्री गुरुत्रय मंदिर का लोकार्पण किया। इस दौरान मोहन भागवत ने अखंड भारत के निर्माण पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि वैसे तो संतों की तरफ से ज्योतिष के मुताबिक भारत के फिर से अखंड भारत बनने में 20 से 25 साल लग सकते हैं, मगर यदि हम सब एकजुट होकर इस कार्य की रफ्तार बढ़ाएंगे तो 10-15 साल में अखंड भारत का निर्माण संभव है। उन्होंने कहा कि भारत निरंतर प्रगति पथ पर अग्रसर है। इसके मार्ग में जो आएंगे वह मिट जाएंगे।

उन्होंने कहा कि हम अहिंसा की ही बात करेंगे, पर यह बात हाथों में डंडा लेकर कहेंगे। हमारे मन में कोई द्वेष, शत्रुता भाव नहीं है, मगर दुनिया ताकत को ही मानती है तो हम क्या करें। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म और भारत समान शब्द हैं, मगर जब राज्य बदलता है तो राजा भी बदल जाता है। आरएसएस प्रमुख ने कहा कि एक हजार साल तक भारत में सनातन धर्म को समाप्त करने की कोशिशें अनवरत जारी रहीं, मगर वह मिट गए, पर हम और सनातन धर्म आज भी वहीं है। उन्होंने कहा कि भारत ऐसा देश है जहां आकर दुनिया के हर प्रकार के व्यक्ति की दुष्ट प्रवृत्ति समाप्त हो जाती है।