रंजीता धामा के लिए चुनावी डगर आसान नहीं, विवाद और आपराधिक दाग बड़ी परेशानी

गाजियाबाद। लोनी विधान सभा क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार रंजीता धामा आजकल काफी सुर्खियों में हैं। इसकी वजह जनहित में कराए गए उनके काम नहीं बल्कि सनसनीखेज आरोप हैं। भाजपा से बगावत कर वह चुनाव मैदान में उतर तो गई हैं, मगर अपनी प्रतिष्ठा को बचा पाना उनके लिए इतना आसान नहीं हैं। भाजपा के बलबूते नगर पालिका परिषद लोनी की चेयरमैन बनना उनके लिए आसान था, मगर भाजपा के खिलाफ मैदान में उतर कर विधान सभा चुनाव जीतना बेहद टेड़ी खीर नजर आ रहा है। नगर पालिका और विधान सभा के चुनाव में जमीन-आसमान का अंतर है। रंजीता धामा पर बागी के अलावा दागी होने की भी तोहमत लगी है। उनके विरूद्ध पुलिस में 3 मामले दर्ज हैं। आपराधिक छवि के कारण भी मतदाताओं के बीच वह ज्यादा लोकप्रिय दिखाई नहीं दे रही हैं। लोनी विधान सभा क्षेत्र में चुनावी सरगर्मी जोरों पर चल रही है। विभिन्न राजनीतिक दलों ने इस सीट पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। मौजूदा विधायक नंदकिशोर गुर्जर भी चुनाव मैदान में हैं। लोनी क्षेत्र में सबसे ज्यादा चर्चा निर्दलीय उम्मीदवार रंजीता धामा की हो रही है।

लोनी सीट से निर्दलीय प्रत्याशी और लोनी नगर पालिका की चेयरमैन रंजीता धामा सिर्फ 12वीं पास हैं। उनके खिलाफ 3 आपराधिक मामले दर्ज हैं। थाना लोनी बार्डर में धारा-144 के उल्लंघन, थाना ट्रोनिका सिटी में नगर पालिका परिषद लोनी के निर्माण कार्य के लोकार्पण का विरोध करने और लोनी थाने में फेसबुक पर जान से मारने की धमकी देने का मामला दर्ज है। जनपद गाजियाबाद की पांचों सीट पर कुल 10 महिला उम्मीदवार अपना भाग्य आजमा रही हैं। रंजीता धामा को छोड़ दें तो बाकी कोई महिला प्रत्याशी कभी विवादों में नहीं रही है। रंजीता से ज्यादा शिक्षित और योग्य महिला प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। नामांकन पत्र में उपलब्ध विवरण के मुताबिक रंजीता धामा के पास 23.78 लाख रुपए की चल और 22.50 लाख रुपए की अचल संपत्ति है। उनके पति मनोज धामा के पास 12.50 लाख रुपए की चल व 4.60 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति है। इसके अलावा ढाई लाख रुपए का ऋण है।

रंजीता धामा के पति एवं पूर्व चेयरमैन मनोज धामा भी दागी हैं। उनके दामन पर भी दाग लगे हैं। फिलहाल महिला से दुष्कर्म के आरोपों में वह जेल की हवा खा रहे हैं। दागी धामा दंपति को विधान सभा चुनाव में मतदाताओं का कितना सहयोग मिल पाएगा, इसका पता 10 मार्च को चल जाएगा। रंजीता धामा को 2017 में संपन्न नगर पालिका के चुनाव में करीब 81 हजार वोट मिले थे। उन्होंने अपनी निटतम प्रतिद्वंद्वी सपा प्रत्याशी मेहरीन असद मुखिया को 33,950 मतों से हराया था। मेहरीन को 47 हजार 759 वोट मिले थे। 2017 में रंजीता को जीताने के लिए भाजपा ने प्रभावी प्रयास किए थे, मगर आज वह भाजपा प्रत्याशी को हराने के लिए भरपूर प्रयास कर रही हैं।