नगर निगम, जिला प्रशासन और जीडीए सहित कई सरकारी विभागों के कर्मचारी और अधिकारी हुए कोरोना संक्रममित, ऑनलाइन दर्ज कराएं अपनी शिकायत

गाजियाबाद। जनपद में कोरोना संक्रमण का प्रकोप बढऩे के कारण सरकार कार्यालयों की रौनक भी कम होने लगी है। सरकारी दफतरों में अधिकारियों एवं कर्मचारियों की संख्या में कमी आई है। उधर, सरकारी कार्यालयों में अब काम से संबंधित ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराने की सुविधा शुरू की गई है। कोरोना संक्रमण की चपेट में एडीएम (प्रशासन) संतोष कुमार वैश्य के अलावा लोनी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के सीएमएस डॉ. राजेश तेवतिया, पार्षद सरदार सिंह भाटी, नगर निगम के लेखाधिकारी अरूण कुमार मिश्रा, उनकी पत्नी व बच्चे, सहायक लेखाधिकारी जेपी सिंह समेत नगर निगम, जीडीए एवं जिला प्रशासन के कई कर्मचारी एवंं अधिकारी आ गए हैं। चुनाव में ड्यूटी करने के बाद कोरोना संक्रमण की चपेट में सरकारी अधिकारी एवं कर्मचारियों के आने के बाद अब ऐसे में अलग-अलग विभाग के अधिकारियों की ओर से लोगों से अपील की जा रही है कि वे कार्यालय आने के बजाय ऑनलाइन माध्यम से अपनी शिकायत दर्ज कराएं। शिकायतों की मॉनिटरिग के लिए कर्मचारियों और अधिकारी की जिम्मेदारी तय की गई है। विकास भवन में कई विभाग 8 से 10 अधिकारी और कर्मचारी कोरोना संक्रमण की चपेट में आए हैं। जिला प्रोबेशन अधिकारी विकास चंद्र्रा के कार्यालय के बाहर रस्सी बांध दी गई है। कार्यालय के अंदर न आने का नोटिस भी चस्पा कर दिया गया। वहीं,कोरोना के केस लगातार बढऩे के बाद अब नगर निगम में कोविड हेल्प डेस्क बनाई गई हैं। जो लोग शिकायत करने के लिए कार्यालय पहुंच रहे हैं। उन्हें विभाग में जाने के बजाए मुख्य गेट पर ही शिकायत की प्रति देने के लिए कहा गया है।नगर निगम के पिछले साल 20 से अधिक अधिकारी और कर्मचारी कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गए थे। इस वजह से नगर निगम कार्यालय में तीन दिन तक कार्य प्रभावित हुआ था। विकास भवन में फोन नंबर-0120-2820605 पर शिकायत दर्ज करा सकते हैं। वहीं,नगर निगम ने भी फोन नंबर जारी किए है। इन नंबरों-0120-2713580,0120-2800750,8178016900 पर शिकायत दर्ज करा सकते हैं। नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर का कहना है कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए लोग घरों से बाहर निकलने से बचें, जरूरी काम होने पर ही बाहर जाए। नगर निगम से जुड़ी कोई भी शिकायत ट्विटर,फेसबुक,वाट्सएप के साथ ही कंट्रोल रूम में दर्ज करा सकते हैं। इन सभी शिकायत को गंभीरता से सुना जाएगा और समय पर उसका निस्तारण कराना सुनिश्चित किया जाएगा।