गाजियाबाद पहुंचे ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा भाजपा सरकार में ‘उधार नहीं सुधार की कार्य संस्कृति’

-जनता को निर्बाध, पर्याप्त और सस्ती बिजली उपलब्ध कराने में भाजपा अग्रणि
-उपभोक्ताओं का शोषण नही होगा बर्दास्त, सुधर जाए अफसर
-वंसुुधरा पावर सब स्टेशन का ऊर्जा मंत्री ने किया निरीक्षण

गाजियाबाद। भाजपा सरकार में ‘उधार नहीं सुधार की कार्यसंस्कृति है। भाजपा सरकार सुधार की शुरुआत अपने घर से करती है। ईमानदार उपभोक्ता उपकेन्द्रों तक चलकर आता है। उसका सम्मान व शिकायतों का त्वरित निस्तारण सुनिश्चित करें। सस्ती, पर्याप्त व निर्बाध बिजली का संकल्प उपभोक्ताओं के सहयोग से ही संभव है। उन्होंने अफसरों से कहा कि वह उपभोक्ता देवो भव: की तर्ज पर काम करें। यह बातें शनिवार को वंसुुधरा सेक्टर-19 पावर सब स्टेशन का निरीक्षण करने पहुंचे उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहीं। उन्होंने बिजली घर से फीडर से जुड़े कनेक्शन, बिजली आपूर्ति को लेकर अधिकारियों से जानकारी ली। निरीक्षण के बाद ऊर्जा मंत्री ने पत्रकारों व जनता से बिजली सप्लाई को लेकर फीडबैक लिया। विद्युत निगम का निजीकरण करने की कोशिश प्रदेश सरकार समय-समय पर करती रहती है। इसको लेकर अभियंता संघ सरकार के मुखर विरोध में हैं। ऊर्जा मंत्री ने इस मुद्दे को लेकर भी संगठन को साधने की कोशिश की। सरकार अभियंताओं की प्रत्येक मांग पर सकारात्मक दिशा में विचार कर रही है। साथ ही उन्होंने कहा कि अफसरों को भी हालात सुधारने की जरूरत है। उपभोक्ता की हर समस्या का समाधान करने और अपने कार्यों को आदर्श बनाएं। उपभोक्ताओं के लिए उपभोक्ता देवो भव वाला व्यवहार अधिकारी करें। इसके बाद देखिए निगम के हालात कैसे बदलेंगे और जनता के बीच उनके विभाग की छवि और बेहतर होगी। उन्होंने अफसरों से कहा कि बिजली उपकेंद्रों को आत्मनिर्भर बनाएं। इसके लिए बिजली उपकेंद्रों पर ट्रांसफार्मर समेत मशीनरी दुरस्त रहे। जेई व अन्य कर्मी हर समय वहां तैनात रहे। यदि सकारात्मक दिशा में अफसर कदम उठाते हैं तो हालात निश्चित तौर पर बेहतर होंगे। उन्होंने कहा कि विभाग में बैठे कुछ लोग उपभोक्ताओं का शोषण करते हैं। ऐसे भ्रष्टों के लिए मेरे यहां कोई जगह नहीं है। ईमानदार अफसरों को भी ऐसे लोगों से बचने की जरूरत है। प्रदेश सरकार की मंशा है कि प्रदेश की जनता को निर्बाध, पर्याप्त और सस्ती बिजली मिले जिसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं। यहां वसुंधरा सेक्टर-7 और 8 में पिछले पांच साल से धूल खा रहे सब स्टेशन पर रिपोर्ट देखकर उन्होंने फौरन चीफ इंजीनियर पंकज को इसके निरीक्षण के आदेश दिए। वहीं इससे संबंधित रिपोर्ट भी मांगी। इतना ही नहीं यहां मौजूद एमडी अरविंद मल्लपा बंगारी से इस पर जल्द से जल्द कार्रवाई करने की बात कही। वसुंधरा सेक्टर-8 का निरीक्षण करने पहुंचे चीफ इंजीनियर सब स्टेशन को शुरू करने को लेकर ऊर्जा मंत्री के आदेश के तुंरत बाद चीफ इंजीनियर पंकज वसुंधरा सेक्टर-8 पहुंच गए। यहां सब स्टेशन का दौरा किया। वहीं डिविजन 6 के स्टाफ से इसे लेकर बात भी की और इसमें आ रही समस्याओं को जाना। साथ ही उन्होंने एसई निंरजन कुमार को इस पूरे प्रोजेक्ट की रिपोर्ट तैयार कर सौंपने को कहा। इस सब स्टेशन को किस वैकल्पिक तरीके से शुरू किया जा सकता है और इसमें किस किस संसाधनों की जरूरत होगी। इस पर डिटेल मांगी है। जिसे सोमवार तक जमा कराने की उम्मीद है। वहीं उन्होंने यह भी बताया कि सब स्टेशन को शुरू करने के लिए लाइन डालने का काम कर दिया गया है । लेकिन सप्लाई ना होने के चलते इसमें दिक्कत बनी हुई है। जिस पर रिपोर्ट आते ही काम शुरू किया जाएगा। पूर्व की सरकारों पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि पहले लोगों को बामुश्किल 10 से 15 घंटे ही बिजली मिल पाती थी। प्रदेश के चंद जिलों में ही बिजली सप्लाई बरकरार रहती थी। ग्रामीण क्षेत्रों में साथ-साथ दिन तक बिजली नहीं आती थी। पूर्व की सरकार में 16000 मेगावाट की डिमांड को पूरा नहीं किया जा सकता था, लेकिन योगी सरकार ने इस दिशा में प्रयास किए और वर्तमान में 23 हजार मेगावॉट से अधिक बिजली की डिमांड को पूरा किया जा रहा है। प्रदेश सरकार का सपना है कि जनता को पर्याप्त, निर्बाध और सस्ती बिजली दी जाए। यह तभी संभव है जब उपभोक्ता समय से अपना बिल जमा करें। पिछले तीन साल से सरकार ने बिजली दरों में कोई बढ़ोत्तरी नहीं की है। वर्तमान में पावर कॉरपोरेशन करीब 10 हजार करोड़ के घाटे में हैं लेकिन फिर भी दरों में कोई बढ़ोत्तरी नहीं की जा रही है। भविष्य में भी उपभोक्ता समय से बिल जमा करें तो दरों को कम किया जा सकता है। ऊर्जा मंत्री ने कहा कि वर्तमान सरकार ने 54 फीसदी ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली दर बढ़ाई है। गांव हो, शहर हो, सभी को समान बिजली दी जा रही है। शहरी क्षेत्र में 24 घंटे, तहसील स्तर पर 20 और ग्रामीण क्षेत्र में 18 घंटे की सप्लाई दी जा रही है। अलग-अलग क्षेत्रों के फीडर भी अलग किए गए है। जिससे बिजली घरों पर लोड कम हुआ है और पर्याप्त बिजली उपभोक्ताओं तक पहुंच रही है। उन्होंने कहा कि हाल ही में आंधी बारिश से हुए नुकसान के कारण कुछ जगहों पर दिक्कतें आई हैं लेकिन जल्द ही इन्हें भी दूर कर लिया जाएगा। कोरोना के दौर में बिजली बिल में छूट दिए जाने के सवाल पर ऊर्जा मंत्री ने कहा कि इस दौर में कॉरपोरेशन ने भी बड़ी संख्या में कर्मियों को खोया है। जान दांव पर लगाकर लॉकडाउन के दौरान बिजली सप्लाई की गई है। कॉरपोरेशन घाटे में चल रहा है लेकिन फिर भी सरकार इस मामले पर विचार कर रही है। वहीं वसुंधरा बिजली घर के निरीक्षण के दौरान ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा के स्वागत में पावर कॉरपोरेशन के अधिकारियों द्वारा परिसर में कॉर्पेट लगवाए गए थे। परिसर में कॉर्पेट लगे देख ऊर्जा मंत्री भड़क उठे और अधिकारियों पर नाराजगी जाहिर करते हुए तत्काल उन्हें वहां से हटवाया। इस दौरान पार्षद मंजू त्यागी ने बिजली समस्या को लेकर ज्ञापन दिया। इस दौरान पीवीएनएल के एमडी अरविंद मल्लप्पा बंगारी, एसीएम विनय कुमार, चीफ इंजीनियर पंकज श्रीवास्तव, भाजपा महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा, महानगर मंत्री पप्पू पहलवान, गोपाल शर्मा, सुशील गौतम, यतेंद्र नागर, राजेश त्यागी व पार्षद मंजू त्यागी आदि भाजपा नेता व पावर कॉरपोरेशन के अधिकारी मौजूद रहे।