मेयर के खिलाफ पूर्व मेयर का फूटा गुस्सा, डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी पार्क में दिया धरना

– मेयर आशा शर्मा के खिलाफ डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी पार्क में तिरंगा झंडा नहीं लगे होने के कारण पूर्व मेयर अशु वर्मा ने दिया धरना, केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह ने कराया शांत

उदय भूमि ब्यूरो
गाजियाबाद। मेयर आशा शर्मा के खिलाफ पूर्व मेयर अशु वर्मा ने बृहस्पतिवार को धरना दिया। पूर्व मेयर ने वर्तमान मेयर पर श्यामा प्रसाद मुखर्जी पार्क की अनदेखी का आरोप लगाते हुए पार्क में तिरंगा झंडा नहीं होने का कारण पूछा। अशु वर्मा का आरोप है कि उनके कार्यकाल के दौरान डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी पार्क में बड़ा राष्टीय ध्वज लगाया गया था। लेकिन अब पार्क में वह ध्वज नहीं है। पूर्व मेयर ने कहा कि वर्तमान मेयर सहित नगर निगम के समस्त अधिकारी इसके लिए कसूरवार हैं। श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने देश के झंडे के लिए अपने प्राणों की आहूति दी। श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने जिस पार्टी की स्थापना की उस पार्टी से ही मेयर होने के बावजूद वर्तमान मेयर का यह रवैया निंदनीय है। केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह ने अशु वर्मा को शांत कराया और उन्हें धरना से उठाया।

ज्ञात हो कि बुलंदशहर इंडस्ट्रियल एरिया स्थित डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी पार्क में अशु वर्मा के मेयर कार्यकाल के दौरान गाजियाबाद का सबसे ऊंचा राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा लगाया गया था। हालांकि जिस जगह तिरंगा झंडा लगाया गया वह स्थान औद्योगिक क्षेत्र में हैं और प्रदूषण के कारण जल्दी-जल्दी झंडा पर धूलकण और गंदगी जम जाते हैं। तेज हवा के कारण पिछले दिनों पार्क में लगा झंडा फट गया था। झंडा का अपमान ना हो इस फटे हुए झंडे को उतार लिया गया था। झंडा की देखरेख करने वाली कंपनी को वहां पर जल्द नया झंडा लगाने को कहा गया था। लेकिन बृहस्पतिवार तक कंपनी द्वारा पार्क में झंडा नहीं लगाया गया। जिस कारण वहां सिर्फ झंडा वाला पोल खड़ा था। इसी बात को लेकर पूर्व मेयर अशु वर्मा आक्रोशित हो गये।

डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि पर पार्क में बृहस्पतिवार को श्रद्धांजली कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम शुरू ही हुआ था, तभी पूर्व मेयर आशु वर्मा की नजर खाली पोल पर चली गई। जिसे देख पूर्व मेयर ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कार्यक्रम के बीच में ही धरने पर बैठ गए। करीब आधा घंटा तक पूर्व मेयर धरना देते रहे। तभी केन्द्रीय मंत्री एवं स्थानीय सांसद जनरल मंत्री वीके सिंह वहां पहुंच गए और उन्होंने पूर्व मेयर का धरना समाप्त कराया। पूर्व मेयर ने कहा कि आज का दिन बहुत खास है। आज के दिन यहां राष्ट्रीय ध्वज को लगाना चाहिए था। राष्ट्रीय ध्वज के लिए ही तो डॉ. मुखर्जी ने अपनी जान की बाजी लगा दी थी। यह डॉ. मुखर्जी का अपमान है।