12.50 करोड़ में जीडीए ने बेचे मधुबन-बापूधाम-इंदिरापुरम के कन्वीयंट भूखंड समेत 14 भूखंड

विभिन्न योजनाओं में उक्त संपत्तियों को बेचने के लिए करीब 9 माह बाद हुआ नीलामी का आयोजन

गाजियाबाद। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) की विभिन्न योजनाओं में रिक्त संपत्तियों को बेचने के लिए करीब 9 माह बाद लोहिया नगर स्थित हिंदी भवन में शुक्रवार को सुबह 10 बजे से रात 8 बजे तक खुली बोली के तहत नीलामी का आयोजन किया गया। नीलामी में भाग लेने एवं भवन-भूखंड खरीदने की चाहत में बड़ी संख्या में खरीदार संपत्तियों को खरीदने के लिए उमड़े। लोगों की भीड़़ का आलम यह था कि शुक्रवार की सुबह 10 बजे से पहले ही हिंदी भवन के आसपास गाडिय़ों की लंबी लाइन लग गई। वहीं, रोड भी शाम पांच बजे तक जाम रहीं। जीडीए की ओर से नीलामी में भवन, भूखंड, कॉमर्शियल भूखंड, कन्वीयंट शॉपिंग भूखंड समेत 272 संपत्तियों को नीलामी में बेचने के लिए रखा गया था। इसमें से देर रात तक कुल 14 संपत्तियों को नीलामी में बेचा गया।

नीलामी में बेची गई इन संपत्तियों को करीब 12.50 करोड़ रुपए में बेचा गया। हिंदी भवन में जीडीए के अपर सचिव सीपी त्रिपाठी की अध्यक्षता में जीडीए ओएसडी सुशील कुमार चौबे, प्रभारी चीफ इंजीनियर मानवेंद्र कुमार सिंह, सहायक अभियंता सुरजीत, सहायक अभियंता विनय कुमार, लेखाधिकारी योगेंद्र कुमार, वरिष्ठ लिपिक प्रभात चौधरी आदि की मौजूदगी में नीलामी का आयोजन किया गया।
जीडीए के अपर सचिव सीपी त्रिपाठी ने बताया कि शुक्रवार को हिंदी भवन में आयोजित नीलामी में करीब 272 संपत्तियों को बेचने के लिए रखा गया था। सुबह 10 बजे से रात 8 बजे तक नीलामी में संपत्तियों को बेचा गया। नीलामी में मधुबन-बापूधाम योजना के 4 व्यावसायिक भूखंड और इंदिरापुरम के 10 कन्वीयंट शॉपिंग भूखंडों की बिक्री हुई। कुल मिलाकर 14 भूखंडों को करीब 12.50 करोड़ रुपए में बेचा गया। संपत्तियों को खरीदने के लिए 560 ब्रोशर की बिक्री हुई थी। उन्होंने बताया कि शनिवार आज जीडीए सभागार में सुबह 10 बजे से नीलामी का आयोजन किया जाएगा। यह नीलामी प्रत्येक शुक्रवार अवकाश के दिन को छोड़कर आयोजित की जाएगी। नीलामी में रखी गई इन संपत्तियों में 2000 वर्ग मीटर से कम क्षेत्रफल के औद्योगिक भूखंड,व्यवसायिक भूखंड, दुकानों के भूखंड, आवासीय भवन, भूखंड, पेट्रोल पंप, सीएनजी पंप आदि भूखंडों को नीलामी में बेचने के लिए रखा गया।

इसके अलावा 2000 वर्ग मीटर व इससे अधिक क्षेत्रफल के मल्टीप्लेक्स व्यावसायिक, ओल्ड एज होम, सामुदायिक केंद्र भूखंड,कन्वीनियेंट शॉपिंग भूखंड, गु्रप हाउसिंग भूखंड, स्कूल-कॉलेजों आदि शिक्षण संस्थान, नर्सिंग होम श्रेणी के भूखंडों को टू-बिड सिस्टम निविदा एवं नीलामी के माध्यम से बेचा जाएगा। वहीं, विभिन्न योजनाओं में सामुदायिक केंद्रों को अनुज्ञप्ति एवं लाइसेंस पद्धति के आधार पर 10 वर्ष के संचालन के लिए देने को लेकर नीलामी की जाएगी।
जीडीए के अपर सचिव सीपी त्रिपाठी ने बताया कि जीडीए की विभिन्न योजनाओं में उक्त संपत्तियों को बेचने के लिए करीब 9 माह बाद नीलामी का आयोजन किया गया। इन संपत्तियों को बेचकर जीडीए को 250 करोड़ रुपए से ज्यादा की आय होने का अनुमान है। इनमें 150 से अधिक आवासीय भवन,भूखंड एवं 100 से अधिक व्यावसायिक व औद्योगिक, पेट्रोल पंप व प्राइमरी व नर्सरी स्कूल के भूखंड आदि शामिल किए गए हैं। रिक्त संपत्तियां इंदिरापुरम विस्तार योजना में ग्रुप हाउसिंग भूखंड,कोयल एन्क्लेव योजना में ग्रुप हाउसिंग भूखंड,इंदिरापुरम शक्ति खंड-4 में मल्टीप्लेक्स भूखंड,वैशाली सेक्टर-6 में ओल्ड एज होम व सामुदायिक भूखंड, कर्पूरीपुरम योजना में ओल्ड एज होम भूखंड,प्रताप विहार, तुलसी निकेतन में गु्रप हाउसिंग भूखंड, मधुबन-बापूधाम योजना में क यूनिटी सेंटर भूखंड के अलावा प्राइमरी,नर्सरी स्कूल भूखंड,नर्सिंग होम भूखंड, हेल्थ केयर हब मधुबन-बापूधाम एवं मधुबन-बापूधाम योजना में औद्योगिक व व्यवसायिक भूखंड आदि को नीलामी में बेचा जाएगा। वहीं,जीडीए अपनी आय बढ़ाने के लिए भू-उपयोग बदलकर प्लॉट बेचने की भी प्लानिंग कर रहा है।