गाजियाबाद 311 ऐप पर 66 प्रकार की शिकायतों का घर बैठे होगा समाधान नगर निगम ने शहरवासियों को दी सौगात

नगर निगम व एचडीएफसी बैंक के बीच 311 ऐप, प्रॉपर्टी टैक्स सॉफ्टवेयर अपग्रेडेशन को हुआ एमओयू साइन

गाजियाबाद। आखिर लंबे इंतजार के बाद नगर निगम और एचडीएफसी बैंक के बीच सोमवार को नगर निगम कार्यकारिणी कक्ष में गाजियाबाद 311 ऐप और प्रॉपर्टी टैक्स सॉफ्टवेयर अपग्रेडेशन को लेकर मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग (एमओयू) साइन हो गया। अब घर बैठे लोग एक क्लिक पर अपनी समस्याओं को बता सकेंगे। जिसके लिए उन्हें अब नगर निगम के चक्कर भी नहीं काटने पड़ेगे। आजकल स्मार्टफोन पर आप दुनियाभर की चीजों के बारे में जान सकते हैं और सभी पर अपनी प्रतिक्रिया भी दे सकते हैं। इन सभी चीजों को ध्यान में रखते हुए गाजियाबाद नगर निगम द्वारा एक नया ऐप 311 बनाया गया है। नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक के इस प्रयास से समय की बचत तो होगी और साथ ही कम समय में समस्याओं का समाधान भी हो सकेगा। सोमवार को नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने एचडीएफसी बैंक के अधिकारियों के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किए। नगर आयुक्त ने कहा कि गाजियाबाद 311 ऐप का जल्द इसी सप्ताह में लॉन्च करने की प्लानिंग की जा रही हैं। इस 311 ऐप पर 66 प्रकार की शिकायतों का समाधान किया जा सकेगा। इसके लिए विभागों के अधिकारियों को प्रशिक्षण भी दिया जा चुका हैं।

उन्होंने बताया कि एचडीएफसी बैंक द्वारा इस ऐप पर फंडिंग की गई है। सड़क, गड्ढ़े, कूड़ा गाड़ी नहीं पहुंचने से लेकर फेशियल उपस्थिति समेत अन्य प्रकार की सुविधाएं मिलेगी। उन्होंने कहा कि शहरवासियों को इस ऐप से बड़ा लाभ मिलेगा। मध्यप्रदेश के इंदौर शहर की तर्ज पर गाजियाबाद नगर निगम द्वारा भी इस ऐप का विकसित कराया गया है। नगर आयुक्त ने जहां एफिडेविट पर हस्ताक्षर किए। वहीं, एचडीएफसी बैंक के क्लस्टर हेड आशीष भाटिया ने एग्रीमेंट पर साइन किया। इस दौरान नगर निगम के अपर नगर आयुक्त अरुण यादव, मुख्य कर निर्धारण अधिकारी डॉ. संजीव सिन्हा, चीफ इंजीनियर एनके चौधरी, उद्यान प्रभारी डॉ. अनुज कुमार सिंह, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथिलेश कुमार सिंह, सहायक नगर आयुक्त पल्लवी सिंह, जलकल महाप्रबंधक केपी आनंद, सहायक अभियंता आस कुमार आदि अधिकारी उपस्थित रहे। एचडीएफसी बैंक के प्रबंधक ने नगर आयुक्त को गमला भेंट कर उनका स्वागत किया। नगर निगम द्वारा जनहित में किए जा रहे कार्यों की सराहना करते हुए शुभकामनाएं दी।

मुख्य कर निर्धारण डॉ. संजीव सिन्हा ने कार्यक्रम की शुरुआत की। इसके बाद एमओयू साइन कराया गया। संपत्ति कर सॉफ्टवेयर अपग्रेडेशन से शहरवासी अपने संपत्ति कर का भुगतान सरलता से कर सकेंगे। संपत्ति टैक्स से जुड़े अन्य कार्य भी सरलता से हो सकेंगे। इसके लिए सॉफ्टवेयर का अपग्रेडेशन करते हुए इंटीग्रेटेड किया गया है। गाजियाबाद 311 एप को तैयार कर लिया गया है। इस मौके पर नगर आयुक्त विक्रमादित्य मलिक ने गाजियाबाद 311 ऐप को लेकर विस्तार से अपने विचार रखे। उन्होंने एचडीएफसी के कार्यों की सराहना करते हुए गाजियाबाद 311 ऐप के बारे में विस्तृत जानकारी दी। नगर निगम से संबंधित लगभग 66 समस्याओं का किस प्रकार समाधान होगा, इसे विस्तार से बताया। इसके साथ ही नगर निगम अधिकारियों के लिए भी मॉनिटरिंग व अन्य कार्यों में सहयोग करेगा। 311 ऐप को निगम की सर्विस से भी जोड़ा गया है। इसमें उद्यान, डेयरी, पार्किंग ट्रेड लाइसेंस, स्ट्रीट लाइट, म्यूटेशन, पशु पकड़ने, पानी, बोरिंग, निर्माण, अतिक्रमण, सीवर समस्या, टैक्स, आईटी के कार्यों को जोड़ा गया है।

इसके अलावा पेड़ों की कटिंग का कार्य, कटिंग के बाद सफाई होने, पार्कों की सफाई का कार्य, बैंच लगाने, मालियों की उपस्थिति की जानकारी अवैध डेयरी की शिकायत, अवैध पार्किंग की शिकायत, नगर निगम पार्किंग की शिकायत, कुत्तों की समस्या, पार्को और चौराहों की स्ट्रीट लाइट समेत अन्य क्षेत्रों की लाइट समस्या, पानी के लीकेज, गंदे पानी की समस्या, हैंडपंप, टैक्स जमा करने का सही तरीका मोशन का कार्य व अन्य कार्य इस ऐप के जरिए सरलता से हो सकेंगे। ऐप के माध्यम से अपने आसपास नजदीकी शौचालय की जानकारी, कम्युनिटी हॉल की जानकारी भी मिल सकेगी। नगर आयुक्त ने निगम की टीम को बेहतर कार्य करने के लिए प्रोत्साहित भी किया। नगर आयुक्त के नेतृत्व में नगर निगम स्मार्ट वर्किंग की ओर अपने कदम बढ़ा रहा है। इसके तहत 311 ऐप के लिए एमओयू साइन किया गया। इसमें संपत्ति टैक्स के सॉफ्टवेयर अपग्रेडेशन को लेकर भी एमओयू साइन हुआ। नगर आयुक्त ने कहा कि निगम अधिकारियों के साथ शहर की समस्याओं के समाधान के लिए पूरी तैयारी कर ली गई है। इससे शहरवासियों को लाभ मिलेगा। निगम टीम की उपस्थिति का कार्य भी इस ऐप के माध्यम से होगा। इसको जल्द लॉन्च कराने के लिए उद्घाटन किया जाएगा।