हिंडन नदी बनेगी स्वच्छ एवं सुंदर, डीएम ने की समीक्षा

गाजियाबाद। जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय ने मंगलवार को हिंडन नदी के विकास के लिए विभिन्न विभागों द्वारा तैयार कार्ययोजना की समीक्षा की। इस दौरान अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए गए। संबंधित विभागों से पत्रावलियां तलब करने के अलावा अब नदी के साफ-सफाई इत्यादि कार्यों की साप्ताहिक समीक्षा भी की जाएगी। जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय का कहना है कि नदी किसी भी क्षेत्र के नागरिकोंं के लिए लाईफ लाइन का काम करती है। गाजियाबाद नगर क्षेत्र से होकर प्रवाहित हिंडन नदी भी इसका अपवाद नहीं है। जनपद के नागरिकों का हिंडन नदी से एक भावनात्मक लगाव है। भावनात्मक लगाव के साथ-साथ पर्यावरण की दृष्टि से भी जनपद के लिए हिंडन का विशेष महत्व है। हिंडन नदी को स्वच्छ, सुंदर रखने के लिए समय-समय पर प्रयास होते भी रहते हैं। कभी-कभी विभिन्न विभागों के समन्वित रूचि लेने से हिंडन का रूप सजा संवरा भी है। परंतु जरूरत इस बात की है कि इस अभियान को एक स्थाई रूप दिया जाए। हिंडन नदी को एक अल्पकालीन और एक दीर्घकालीन योजनाओं के तहत दर्शनीय रूप देने के लिए सभी विभाग एवं नागरिक एक मिशन के रूप में कार्य करें। उन्होंने बताया कि पूरे गाजियाबाद नगर क्षेत्र में हिंडन का प्रवाह 10 किमी का है। इस पूरे प्रवाह को गाजियाबाद नगर निगम के 100 वार्डों के मध्य विभाजित कर एक-एक वार्ड को इस प्रवाह क्षेत्र का नाम देकर वहां के नागरिकों को हिंडन की साफ-सफाई के लिए प्रेरित किया जा सकता है। नगर निगम को यह कार्य करना होगा। हिंडन में जलकुंभी की साफ-सफाई का अभियान गाजियाबाद से प्रवाह के प्रवेश द्वार से लेकर निकास की सीमा तक सुनिश्चित किया जाए। नदी के घाटों पर सौंदर्यीकरण का कार्य कराया जाए, जिसमें तट के दोनों ओर फूलों का व्यापक रोपड़ कराया जाए। नदी में पूजन सामग्री का विसर्जन हेतु बनाए गए विसर्जन कुंड को पुन:जीवित किया जाए। नदी सफाई बल का पूर्व में गठन किया गया था, को पुन: प्रारंभ किया जाए। यह सफाई बल नाव में बैठकर नदी की साफ-सफाई को सुनिश्चित करेगा।
नदी के घाटों पर बैठने हेतु बैंच की व्यवस्था की जाए। नदी के घाटों की सफाई के लिए अलग से सफाई कर्मियों का नियोजन किया जाए।