सड़क पर दिखे गोवंश तो मालिकों से निगम वसूलेगा 2 हजार रुपए का जुर्माना

निगम का जारी निराश्रित गोवंश को संरक्षित करने का कार्य
नई गौशाला बनाने के लिए म्युनिसिपल कमिश्नर ने बनाई योजना
सड़कों पर खुला छोड़ रहे पशु पालकों से निगम ने वसूला 5 लाख 20 हजार का जुर्माना

गाजियाबाद। शहर की सड़कों पर गोवंश छोड़ना अब पशुपालकों को काफी महंगा पड़ेगा क्योंकि नगर निगम की टीम अब सड़क पर घूमते हुए गोवंशों को पकड़ेगी। पशु वापस करते समय इनके मालिकों से दो हजार रुपए जुर्माना भी वसूला जाएगा। जुर्माना वसूली से एकत्र होने वाली धनराशि पशुओं के चारे और पकड़ने वाली टीम में शामिल कर्मचारियों पर खर्च होगी। नगर निगम की टीम निराश्रित गोवंशों को सड़क से पकड़ कर गौशाला में ला रही है, आवागमन में निराश्रित पशुओं से किसी प्रकार की असुविधा शहर वासियों को ना हो इसका विशेष ध्यान रख रहा है। उप मुख्य पशु चिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी डॉ अनुज कुमार सिंह प्रतिदिन कार्य की मॉनिटरिंग कर रहे हैं।
नगर निगम द्वारा संचालित नंदी पार्क गौशाला की क्षमता लगभग 1600 गोवंशों की है। मगर बढ़ रही निराश्रित गोवंशों की संख्या को देखते हुए नगर निगम 1680 गोवंशों का ध्यान रख रहा है। गोवंशों का संरक्षण कर उनका भरण पोषण की जिम्मेदारी नगर निगम बहुत ही बेहतर तरीके से निभा रहा है। गोवंशों की बढ़ती संख्या को देखकर महापौर एवं म्युनिसिपल कमिश्नर ने नई गौशाला बनाने की योजना बना रहे है।


उप मुख्य पशु चिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी डॉ. अनुज कुमार सिंह ने बताया कि कैटल कैचिंग टीम द्वारा प्रतिदिन रोस्टर के अनुसार जोन में जाकर, निराश्रित गोवंशों को सहूलियत से गौशाला तक लाया जा रहा है। किसी प्रकार की असुविधा शहर वासियों को ना हो इसका भी विशेष ध्यान रखा जा रहा है। मगर पशु स्वामी स्वयं गोवंशों का इस्तेमाल करने के उपरांत उनको खुले में छोड़ देते हैं। शाम को पुन: उनको ले जाकर दूध व अन्य इस्तेमाल में लाते हैं। जो की बहुत ही खेद जनक विषय है। जब नगर निगम की टीम उनको पकड़ कर लाती है तो उनको छुड़ाने का निवेदन करते हैं। जिस पर नियमानुसार निगम ने अभी तक लगभग 5 लाख 20 हजार का जुर्माना भी वसूला हुआ है। गाय या बछिया छोड़ने से पहले पशु स्वामियों से एफिडेविट भी लिया जा रहा है।

पालतू गोवंशों को खुले में छुट्टा ना छोड़े नगर आयुक्त ने पशु स्वामियों से की अपील

म्युनिसिपल कमिश्नर विक्रमादित्य सिंह मलिक ने संबंधित विभागीय अधिकारियों को कार्य की रफ्तार बढ़ाने के निर्देश दिए है। जिसके क्रम में जोनो मे निराश्रित गोवंशों को पकड़ने की प्रक्रिया तेज हो गई है। सड़कों पर आवागमन भी सरल हो रहा है। सड़को पर बढ़ती निराश्रित गोवंशों की संख्या को देखते हुए नई गौशाला बनाने का प्रयास किया जा रहा है। इसी क्रम को आगे बढ़ते हुए म्युनिसिपल कमिश्नर द्वारा स्वयं शहर वासियों-पशु स्वामियों से अपने पालतू गोवंशों को सड़कों पर खुले में ना छोडऩे तथा उनका ध्यान रखना की अपील की है।
गोवंश को पकड़ने, चारा, पानी की व्यवस्था कर ली गई है। सड़क पर मिलने वाले गोवंश के मालिक से प्रति पशु दो हजार रुपए का जुर्माना वसूला जाएगा। कोई पशुपालन गोवंश को बेसहारा नहीं छोड़ेगा। अपने पशुओं को अपने घेर में ही बांधकर रखेंगे।

दूध निकालते ही सड़कों पर छोड़ देते हैं पशु

शहर की डेयरियों में पल रहे पशुओं को सुबह के समय दूध निकालने के बाद सड़कों पर छोड़ दिया जाता है। यह दिनभर सड़कों पर घूमते रहते हैं जिससे सड़क दुर्घटनाओं का भी खतरा बना रहता है। पूर्व में पशुओं के कारण कई बड़ी दुर्घटनाएं भी हो चुकी हैं। इसके अलावा आवारा पशुओं के कारण शहर की सड़कों पर जाम की समस्या भी बनती है। जिसके लिए नगर निगम ने कार्रवाई तेज कर दी है। पहली बार पकड़े जाने पर दो हजार रुपए और दोबारा पशु पकड़े जाने जुर्माने की राशि डबल की जाएगी।